हंस फाउंडेशन अब पलायन रोकने के लिए आगे आयी

- शंकराचार्य ने की फाउंडेशन के कार्यों की सराहना
देहरादून : हंस फाउंडेशन के संस्थापक भोले महाराज और माता मंगला देवी के कार्यों की सराहना करते हुए जगदगुरु शंकराचार्य राजराजेश्वराश्रम ने कहा कि हंस फाउंडेशन देश के कई राज्यों में सेवा भाव के काम कर रहा है। सेवा भाव का काम संत व्यक्तित्व वाले लोग ही करते हैं । स्वास्थ्य के क्षेत्र में गरीब लोगों के लिए फाउंडेशन ने बेहतरीन काम किये है। अब पलायन रोकने को लेकर फाउंडेशन एक सोच को लेकर सामने आया है तो सभी को सहयोग करना चाहिए। क्योंकि पलायन को लेकर राज्य के मुख्यमंत्री और सरकार भी गंभीर है।
माता मंगला देवी का कहना है कि उत्तराखंड में शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में फाउंडेशन कार्य कर रही है। अब पलायन रोकने की दिशा में काम करना शुरू किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जैविक खाद का निर्माण कर यहां के लोगों को रोजगार से जोड़ा जाएगा। इससे पलायन रोकने में सहायता मिलेगी।
यह बात उन्होंने कनखल में जगदगुरु शंकराचार्य राजराजेश्वराश्रम महाराज से मुलाबात के दौरान कही। उन्होंने कहा कि पहाड़ों में ग्रामीणों के पास जमीन के छोटे-छोटे टुकड़े हैं । जहां वे प्राकृतिक तरीके से खाद को बना सकते हैं। माता मंगला ने दावा किया कि रिसर्च के बाद पता चला कि प्राकृतिक खाद के दो साल के अंदर जमीन को यूरिया फ्री कर देगी। उन्होंने बताया उत्तरप्रदेश के अमेठी और रायबरेली में भी खाद बनाने का काम शुरू किया जा चुका है। उन्होंने बताया कि अब तक 19 हजार से अधिक खाद बनाने के ट्रेनर तैयार हो चुके है, जो उत्तराखंड में ग्रामीणों को निशुल्क खाद बनाने का प्रशिक्षण देंगे।