Uttarakhand

एक बार फिर 15 IAS और PCS अफसरों सहित 243 डॉक्टरों के तबादले

देहरादून : उत्तराखंड शासन ने एक बार फिर 15 आईएएस और कुछ पीसीएस अफसरों के तबादले करने के साथ कार्य क्षेत्र में बदलाव किया है। इसी के तहत उत्तराखंड लोक सेवा आयोग में संयुक्त सचिव गिरधारी सिंह रावत को मुख्य विकास अधिकारी(देहरादून) की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसके अलावा संयुक्त मुख्य प्रशासक उत्तराखंड आवास और नगर विकास प्राधिकरण की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

आईएएस चंद्रेश यादव से अपर सचिव ग्राम्य विकास, उत्तराखंड अंकेक्षण जवाबदेही एवं पारदर्शिता अभिकरण की जिम्मेदारी हटा दी गई है। उसकी जगह मिशन निदेशक एनएचएम तथा परियोजना निदेशक(उत्तराखंड हेल्थ सिस्टम डेवलपमेंट प्रोजेक्ट) की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

भूपाल सिंह रावत से मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना(पीएमजीएसवाई) की जिम्मेदारी हटाई गई है। अपर सचिव उच्च शिक्षा और निदेशक स्वजल डा. राघव लंगर को मुख्य कार्यकारी अधिकारी प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना(पीएमजीएसवाई) की जिम्मेदारी सौंपी गई है।

नितिन सिंह भदौरिया से मिशन निदेशक एनएचएम तथा परियोजना निदेशक(उत्तराखंड हेल्थ सिस्टम डेवलपमेंट प्रोजेक्ट) और संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी की जिम्मेदारी से मुक्त करते हुए मुख्य विकास अधिकारी हरिद्वार बनाया गया है। संयुक्त मजिस्ट्रेट देहरादून विनीत कुमार को मुख्य विकास अधिकारी उत्तरकाशी बनाया गया है।

उत्तराखंड लोक सेवा आयोग सचिव राम विलास यादव को अपर सचिव ग्राम्य विकास एपीडी, आईएलएसपी और निदेशक ग्राम्य विकास, उत्तराखंड अंकेक्षण जवाबदेही एवं पारदर्शिता अभिकरण पद पर तैनाती दी गई है। सीडीओ देहरादून बंशीधर तिवारी को लोक सेवा आयोग हरिद्वार के सचिव और हरिद्वार विकास प्राधिकरण का सचिव की भी जिम्मेदारी दी गई है।

मुख्य विकास अधिकारी उत्तरकाशी उदय सिंह राणा को संयुक्त सचिव लोक सेवा आयोग हरिद्वार बनाया गया है। हरिद्वार विकास प्राधिकरण सचिव अरविंद कुमार पांडेय को अपर जिला अधिकारी प्रशासन नैनीताल बनाया गया है।

सिटी मजिस्ट्रेट व एमएनए हल्द्वानी केके मिश्रा से सिटी मजिस्ट्रेट हल्द्वानी का पद हटा दिया गया है। ऊधम सिंह नगर के डिप्टी कलेक्टर पंकज उपाध्याय को सिटी मजिस्ट्रेट हल्द्वानी बनाया गया है।

डिप्टी कलेक्टर हरिद्वार अनिल गर्ब्याल को डिप्टी कलेक्टर चंपावत में नई तैनाती दी गई है। डिप्टी कलेक्टर देहरादून शालिनी नेगी को उप सचिव सूचना आयोग बनाया गया है।

संयुक्त सचिव एमडीडीए व मीनाक्षी जोशी का डिप्टी कलेक्टर उत्तरकाशी के पद पर किया गया स्थानांतरण निरस्त कर दिया गया है, उसकी जगह डिप्टी कलेक्टर देहरादून में नई तैनाती दी गई है।

प्रभारी डिप्टी कलेक्टर बनाया गया

तीन तहसीलदारों को प्रभारी डिप्टी कलेक्टर बनाया गया है। इसमें नैनीताल जिले में तैनात परमानंद राम को डिप्टी कलेक्टर चमोली और सुंदर सिंह को डिप्टी कलेक्टर बागेश्वर बनाया गया है। चंपावत जिले में तैनात रमेश चंद गौतम को डिप्टी कलेक्टर उत्तरकाशी बनाया गया है।

243 डॉक्टरों के हुए बड़े पैमाने पर तबादले

उत्तराखंड में स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार के लिए सरकार ने पहली बार डॉक्टरों के बंपर तबादले किए हैं। लंबे समय से एक ही स्थान पर जमे 243 डॉक्टरों को इधर से उधर किया गया है। सूची में अधिकतर डॉक्टरों को पर्वतीय क्षेत्रों में तैनात किया गया है।

हाल ही में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने पर्वतीय क्षेत्रों में डॉक्टरों की तैनाती किए जाने के संकेत दिए थे। राज्य निर्माण के सोलह साल बाद भी प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाएं पटरी पर नहीं आ पाई हैं। इसका मुख्य कारण विभाग के पास डॉक्टरों की भारी कमी है। 

स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों के जितने स्वीकृत पद हैं, उसके सापेक्ष पचास फीसद भी डॉक्टर नहीं हैं। उस पर पर्वतीय क्षेत्रों के दूरदराज व दुर्गम तैनाती स्थलों पर जाने के लिए डॉक्टर तैयार नहीं।

त्रिवेंद्र सिंह रावत के नेतृत्व में भाजपा सरकार बनने पर सालों से एक ही, खासकर मैदानी स्थान पर जमे डॉक्टरों को अब सुविधाजनक तैनाती का मोह छोडऩे के बारे में नीति तकरीबन साफ कर दी थी। मुख्यमंत्री ने पर्वतीय व मैदानी, दोनों क्षेत्रों में सालों से एक ही स्थान पर तैनात डॉक्टरों की तबादला सूची पर मुहर लगा दी। मुख्यमंत्री का अनुमोदन मिलने के बाद शासन ने इस संबंध में आदेश जारी कर दिए। कुल 243 डॉक्टरों के नाम तबादला सूची में हैं। 

इनमें सात साल या ज्यादा समय से मैदानी क्षेत्रों में तैनात डॉक्टरों को पर्वतीय क्षेत्रों में भेजा गया है, इनकी संख्या करीब 170 बताई जा रही है। वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में 14 साल या इससे अधिक अरसे से कार्यरत लगभग 73 डॉक्टरों को मैदानी क्षेत्रों में लाया गया है। सरकार ने तबादला सूची में जिला चिकित्सालयों में विशेषज्ञों की चिकित्सकों की कमी पूरी करने की कोशिश की है। खासतौर पर पर्वतीय जिलों में विशेषज्ञों को मैदानी क्षेत्रों से भेजा गया है। 

devbhoomimedia

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : देवभूमि मीडिया.कॉम हर पक्ष के विचारों और नज़रिए को अपने यहां समाहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह जरूरी नहीं है कि हम यहां प्रकाशित सभी विचारों से सहमत हों। लेकिन हम सबकी अभिव्यक्ति की आज़ादी के अधिकार का समर्थन करते हैं। ऐसे स्वतंत्र लेखक,ब्लॉगर और स्तंभकार जो देवभूमि मीडिया.कॉम के कर्मचारी नहीं हैं, उनके लेख, सूचनाएं या उनके द्वारा व्यक्त किया गया विचार उनका निजी है, यह देवभूमि मीडिया.कॉम का नज़रिया नहीं है और नहीं कहा जा सकता है। ऐसी किसी चीज की जवाबदेही या उत्तरदायित्व देवभूमि मीडिया.कॉम का नहीं होगा। धन्यवाद !

Related Articles

Back to top button
Translate »