रुद्रप्रयाग में 37 और पौड़ी जिले में 17 डॉक्टर लंबे समय से हैं नदारद
दस दिन के अंदर जवाब न देने पर होगी सेवा समाप्त
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : पहाड़ों में तैनात होने के बाद से गायब रहने वाले चिकित्सकों के खिलाफ सरकार सख्त हो गयी है. इसी क्रम में सबसे पहले रुद्रप्रयाग और पौड़ी जिले के विभिन्न अस्पतालों में तैनात होने के बाद से गायब चल रहे 54 चिकित्सकों पर गाज गिरनी तय है.ऐसे सभी गायब चिकित्सकों की सेवाएं अगले 10 दिनों बाद जवाब न मिलने के बाद समाप्त हो जायेगी, ये डॉक्टर पिछले काफी समय से नदारद चल रहे हैं . स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 17 चिकित्सक जहां रुद्रप्रयाग जिले से बिना सूचना के गायब है वहीं 37 चिकित्सक पौड़ी जिले से गायब बताये गए हैं .
रुद्रप्रयाग में तैनात होने के बाद से गायब चिकित्सकों में डॉ. मनु गोपाल, डॉ. ललित कुमार, डॉ. श्रुति भुटानी, डॉ. संदीप कौर, डॉ. ऋचा रतूड़ी, डॉ. गौरव आर्य के अलावा एपीएचसी बैनोली में तैनात डॉ. वंदना कुमारी, खेड़ाखाल में तैनात डॉ. अजयपति त्रिपाठी, एलोपैथिक चिकित्सालय तिलवाड़ा में तैनात डॉ. आशुतोष शुक्ला, एसएडी पठालीधार में तैनात विवेक मिश्र, एसएडी गौरीकुंड में तैनात डॉ. आरके मिश्र व डॉ. मनीष भंडारी, एसएडी सतेराखाल में तैनात डॉ. अजय कुमार चौधरी, राजकीय एलोपैथिक ऊखीमठ डॉ. विनीत कुमार, सीएचसी अगस्त्यमुनि में तैनात डॉ. शिल्पा पाल व डॉ. हिमांशु जोशी, और एपीएचसी फाटा में तैनात डॉ. हरीश को अंतिम नोटिस जारी किया गया है।