महाविद्यालयों में 40% सीटें खाली, पाठ्यक्रम आधा बीतने से शिक्षकों में बढ़ी चिंता

देहरादून। गढ़वाल विश्वविद्यालय से संबद्ध प्रमुख महाविद्यालयों—डीएवी पीजी कॉलेज, डीबीएस पीजी कॉलेज, एमकेपी पीजी कॉलेज और एसजीआरआर पीजी कॉलेज—में इस साल भी प्रवेश संकट गहराता जा रहा है। विभिन्न पाठ्यक्रमों में अब तक करीब 40 प्रतिशत सीटें खाली हैं। जबकि शैक्षणिक सत्र 2025-26 का लगभग आधा पाठ्यक्रम पूरा हो चुका है, ऐसे में शिक्षकों और प्राचार्यों को चिंता है कि रिक्त सीटों को भरना अब किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं होगा।
सूत्रों के अनुसार, विवि की ओर से छात्रों को प्रवेश के कई मौके दिए गए, लेकिन अपेक्षित संख्या में नामांकन नहीं हो सका। छात्रसंघ चुनाव संपन्न होने के बावजूद कॉलेजों में छात्रों की संख्या में गिरावट देखी जा रही है। यही वजह रही कि इस बार मतदान प्रतिशत भी प्रभावित हुआ।
शिक्षकों का कहना है कि सीयूईटी (CUET) में देरी और समर्थ पोर्टल की तकनीकी गड़बड़ियों के चलते प्रवेश प्रक्रिया समय पर पूरी नहीं हो सकी। परिणामस्वरूप कई छात्रों ने दूसरे राज्यों या निजी संस्थानों की ओर रुख कर लिया। अब सवाल यह है कि यदि देर से प्रवेश भी मिलते हैं तो पाठ्यक्रम में हुई कमी की भरपाई कैसे होगी।
डीएवी कॉलेज के प्राचार्य प्रो. कौशल कुमार और डीबीएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. वीसी पांडेय ने स्वीकार किया कि कॉलेजों में फिलहाल लगभग 40 फीसदी सीटें खाली हैं। उन्होंने कहा, “छात्रों की पढ़ाई प्रभावित न हो, इसके लिए सत्र की शुरुआत के तुरंत बाद कक्षाएं शुरू कर दी गई थीं। अब शेष सीटों को भरने के लिए एक बार फिर से छात्रों को मौका दिया जाएगा।”