स्वर्गीय चंद्र सिंह राही के पलायन पर गाये गीत का हुआ विमोचन
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : राजधानी के द्रोण होटल में आहूत एक कार्यक्रम उत्तराखंड के लोकगायक व गीतकार स्वर्गीय चंद्र सिंह राही के नाम रहा जहाँ उनके द्वारा गाये गए गीतों के स्वरों के साथ उनको याद किया गया. कार्यक्रम में उनके 1980 के दशक में गाया गया गीत ”अपणी थाती माँ तू लौटी की एजा ” का विमोचन किया गया इस गाने को उनके पुत्र राकेश भारद्वाज ने नए संगीत व ताल के साथ अपनी सुरीली आवाज से संजोया है. इस कार्यक्रम में स्वर्गीय राही जी के इस गीत को यू-ट्यूब व सी डी पर भी लांच किया गया।
यूफोरिया बंद के सदस्य व पहाड़ी सोल के निदेशक व गीतकार संगीतकार राकेश भरद्वाज ने इस अवसर पर कहा कि उनके पिता स्वर्गीय राही जी पहाड़ से पलायन को मलेकर हमेशा ही चिंतित रहते थे. आज जिस पलायन को लेकर इतनी बातें हो रही हैं उनको लेकर स्वर्गीय राही जी ने 1980 में गीतों के माध्यम से चिंता जाहिर की थी. राकेश भरद्वाज ने कहा कि लोग मुझसे पूछते हैं कि आपने एक -एक गीत को ही क्यों गया जबकि इस खर्च में लोग पूरी एलबम बना सकते हैं तो मेरा जवाब होता है कि अपनी बात व कला को लोगों तक पहुँचाने के लिए एलबम की जरुरत नहीं। पहाड़ की कला व संस्कृति को कला की गहराई की उपयोगिता करते हुए गीत व संगीत को उसमें पिरोते हुए ऐसा संगीत लोगों तक पहुँचाया जाना चाहिए जिसे हर कोई गाने पर मजबूर हो जाए और वह स्वतः ही थिरकने लगे और इससे युवा भी जुड़े ,क्योंकि पारंपरिक गीत संगीत में आज नयी पीढ़ी के युवाओं का ध्यान काम ही जाता है लिहाज़ा नयी पीढ़ी के संगीत व स्वरों में पुराने गीतों को ढालकर उसे और आकर्षक व आधुनिक बनाया जा सकता है जिसका प्रयास मैंने किया है।
इस अवसर पर ख्यातिप्राप्त फ़ोटोग्राफ़र व इस विडियो गीत के निर्देशक मुकेश खुगशाल ने कहा कि यूफोरिया जैसे बैंड के साथ जुड़े होने व कार्यक्रमो की व्यस्तता के बावजूद राकेश भरद्वाज उत्तराखंडी गीत संगीत के साथ इस लगाव के साथ जुड़े हैं ताकि यहाँ का संगीत देश की सीमाओं से बाहर जाकर अपनी पहचान बना सके. उन्हें ख़ुशी है कि वे अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं.
विमोचित विडियो में अभिनय के साथ साथ आवाज व संगीत राकेश भारद्वाज का है जबकि इसमें राकेश गौड़ व लक्ष्मी रावत मुख्या भूमिका में हैं। निर्देशन मुकेश खुगशाल राकेश भारद्वाज व संपादन महिपाल रौतेला ने किया। इस अवसर पर कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे. जिन्होंने बनाये गए विडियो की तारीफ ही नहीं की बल्कि इसे उत्तराखंड के गीत संगीत में नया प्रयोग व उत्साहजनक प्रयोग बताया।
राकेश भारद्वाज द्वारा गया गया विडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें…….
स्वर्गीय राही जी द्वारा 1980 में गाया गया वह गीत ………..