भगवान केदारनाथ जी की सायंकालीन आरती में करेंगे दोनों हस्तियां शिरकत
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : उत्तरप्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री दोनों रविवार को एक साथ बाबा केदार और बदरीनाथ धाम के दर्शन करेंगे। दोनों मुख्यमंत्री रविवार की रात्रि केदारनाथ में ही रुकेंगे जबकि सोमवार प्रातः केदारनाथ से हेलीकाप्टर से बदरीनाथ के दर्शन कर देहरादून लौटेंगे।
गौरतलब हो कि 16 नवंबर को बाबा केदारनाथ धाम के कपाट बंद हो रहे हैं, मुख्यमंत्री योगी और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र कपाट बंद होने की प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद बाबा बदरीनाथ धाम की ओर प्रस्थान करेंगे। केदारनाथ में दोनों मुख्यमंत्री पुनर्निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण भी करेंगे और वहां की कार्यदायी संस्थाओं से कार्यों की जानकारी भी प्राप्त करेंगे।
वहीं अगले दिन दोनों मुख्यमंत्री भैयादूज के दिन सुबह साढ़े पांच बजे केदारनाथ मंदिर के कपाट बंद होने के बाद वे सुबह सात बजे बदरीनाथ धाम के लिए रवाना होंगे। जहां पर भूमिपूजन कार्यक्रम होना है। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष कोरोना संक्रमण के चलते देर से शुरू हुई यात्रा के दौरान में यह पहला मौका होगा जब उत्तराखंड से इतर देश के अन्य राज्य का कोई मुख्यमंत्री बाबा केदार के दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं।
सरकारी कार्यक्रम के मुताबिक उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ रविवार (आज)15 नवंबर को अपने विशेष विमान से दोपहर लगभग तीन बजे जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पहुंचेंगे, जहां उनका स्वागत उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र रावत करेंगे।
जॉली ग्रांट एयर पोर्ट पर स्वागत करने के बाद दोनों मुख्यमंत्री साथ -साथ केदारनाथ धाम के लिए रवाना हो जायेंगे जहाँ वे भगवान केदारनाथ जी की सायंकालीन आरती में शिरकत करेंगे और वहीं रात्रि विश्राम भी करेंगे। जबकि सोमवार 16 नवंबर को दोनों बद्रीनाथ में बाबा बदरी के दर्शन कर देहरादून लौट जायेंगे। दोनों मुख्यमंत्रियों के रुद्रप्रयाग और चमोली जिलों में होने के चलते जिला प्रशासन तैयारियों में जूटा हुआ है।
गौरतलब हो कि श्री बदरीनाथ धाम में 11 करोड़ की लागत से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की ओर से बदरीनाथ धाम में एक एकड़ भूमि पर 40 कमरों के पर्यटक आवास गृह का निर्माण कराया जा रहा है। इसकी लागत लगभग 11 करोड़ आंकी गई है।
मिली जानकारी के अनुसार इसमें 40 कमरों के साथ रेस्टोरेंट, कांफ्रेंस हाल, डारमेट्री और पार्किंग की सुविधा होगी। इस भवन का निर्माण गढ़वाल (उत्तराखंड) शैली के आर्किटेक्चर और ग्रीन बिल्डिंग के रूप में कराया जा रहा है।
यह पर्यटक आवास गृह करीब दो साल में बनकर तैयार होगा। उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों और विदेशों से आने वाल पर्यटक आवास गृह में रुक सकेंगे।