देहरादून : इस साल की चारधाम यात्रा बुधवार (कल) शुरू होने जा रही है वह भी आधी -अधूरी तैयारियों के साथ। जहाँ एक तरफ आल वेदर रोड के कार्य के चलने के कारण चारा धाम यात्रा मार्ग पर घंटों जाम की समस्या से यात्रियों को जूझना होगा वहीं यात्रा मार्ग के कई स्थानों पर अभी नदी नालों को पार करने के लिए न तो स्थायी पुलों की व्यवस्था हो की गयी है और न कहीं यात्रियों के वाहनों के लिए पार्किंग की सुविधा को ही अंतिम रूप दिया जा सका है।
वहीँ यात्रा के मद्देनजर जो कार्य शुरू किए गए हैं, उनकी चाल अत्यधिक सुस्त है। जिसके चलते इस साल भी यात्रा के सबसे अहम पड़ाव व संचालन के मुख्य केंद्र तीर्थनगरी में ही तीर्थयात्रियों की फजीहत होनी तय है। बुधवार को गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के कपाट खुल जाएंगे। यात्रा के लिए तीर्थनगरी में श्रद्धालुओं की आमद भी शुरू होने लगी है। बावजूद इसके यात्रा संचालन के मुख्य केंद्र में अभी तक इसके लिए जरुरी व्यवस्थाएं तक नहीं जुटाई जा सकी हैं।
चारधाम यात्रा के लिए बनाये गए ऋषिकेश के यात्रा बस टर्मिनल में यात्रा के मद्देनजर अभी तक यात्रा वाहनों के लिए पार्किंग की समुचित व्यवस्था नहीं हो पा रही है, जिसके चलते यात्रा पर जाने वाले वाहनों के लिए निर्धारित स्थल नहीं होने से तीर्थयात्रियों को यात्रा वाहनों तक पहुंचने के लिए परेशान होना पड़ेगा। बस ट्रांजिट कंपाउंड इस साल भी अतिक्रमण से मुक्त नहीं किया जा सका। अतिक्रमण नहीं हटने की वजह से प्रवेश व निकासी मार्गों पर पार्क होने वाले वाहनों के कारण लोगों को भटकना पड़ेगा।
परिसर में नगर निगम की ओर से अभी तक कोई मुकम्मल व्यवस्था नहीं की गई है। फोटोमीट्रिक पंजीकरण केंद्र के बाहर लगे वाटर कूलर की न तो अभी तक साफ सफाई हो पाई है और न ही इसमें जलापूर्ति सुचारु की गई है। ऐसे में जन स्वास्थ्य पर इसका असर पड़ सकता है। पर्यटन कार्यालय के बाहर बने प्याऊ पर न तो अभी तक टोटियां लगाई गई हैं और न ही टायल्स लगाने का कार्य पूरा हो पाया है। परिसर में साफ-सफाई व्यवस्था के अभाव में जगह-जगह गंदगी के अंबार लगे हैं। बस अड्डे के प्रवेश व निकासी मार्गों के बीच डिवाइडर पर लगी रेलिंग जगह-जगह से क्षतिग्रस्त है, जिसे बदला नहीं गया है।
संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति की ओर से नगर निगम से करीब डेढ़ माह पहले चारधाम यात्रा के लिए समिति के कार्यालय में रंग-रोगन की व्यवस्था और समिति के आगे की सड़क को दुरुस्त करने की मांग उठाई गई थी, मगर निगम को समिति कार्यालय पर रंगरोगन की सुध यात्रा शुरू होने के ऐन पहले आई है। अब जबकि यात्रा शुरू होने को है अभी रंग रोगन का कार्य जारी है। जबकि इसी कार्यालय से चारों धामों के लिए तीर्थयात्रियों के वाहनों की बुकिंग, गमन पत्र जारी किया जाता है। रोटेशन कार्यालय के बाहर की सड़क क्षतिग्रस्त हालत में है, मगर निगम अभी तक इसे ठीक नहीं करा पाया है। लिहाजा यात्रा में बुकिंग के लिए समिति कार्यालय पहुंचते वाले तीर्थयात्रियों को परेशानी से जूझना होगा।
चारधाम यात्रा बस ट्रांजिट कंपाउंड से गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए एप्रोच मार्ग छह साल से प्रस्तावित है, मगर वनभूमि हस्तांतरण के बावजूद इसका निर्माण नहीं हो पा रहा है। मार्ग का इस्तेमाल अवैध टुल्लू पंप संचालकों द्वारा धुलाई के लिए आने वाले वाहनों को पार्क कराने के लिए किया जा रहा है। मार्ग के इस साल भी नहीं बन पाने से गंगोत्री व यमुनोत्री धाम जाने वाले यात्रा वाहनों को देहरादून रोड से होकर गुजरना होगा, जिससे बीटीसी- दून एप्रोच के चौराहे पर यात्राकाल में श्रद्धालुओं को जाम की समस्या से जूझना पड़ेगा।
बीटीसी-बदरीनाथ हाईवे संपर्क मार्ग पर अनधिकृत तौर पर ट्रकों को पार्क किए जाने से यात्राकाल में यातायात व्यवस्था बिगड़ सकती है। बावजूद इसके प्रशासन की ओर से उक्त मार्ग पर दिन भर लोडिंग-अनलोडिंग करने वाले माल वाहनों को नहीं हटाया गया है। जिससे बदरीनाथ व केदारनाथ धाम जाने वाले वाहनों व विभिन्न प्रांतों से यात्रा के लिए बस ट्रांजिट कंपाउंड पहुंचने वाले तीर्थयात्रियों के वाहनों को जाम की समस्या से जूझना होगा। इसी मार्ग के एक ओर चंद्रभागा नदी की ओर कचरे का अंबार लगा हुआ है, जिसे नगर निगम की ओर से हटाया नहीं गया है। मार्ग के इर्द गिर्द निगम के द्वारा रखे गए कई कूड़ेदानों से गंदगी फैल रही है।