गैरसैंण विस सत्र में 4 निजी विवि विधेयक रखे जाने तय
गैरसैंण : उत्तराखंड विधानसभा के बृहस्पतिवार से गैरसैण के भराड़ीसैंण में शुरू होने वाले दो दिवसीय सत्र की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। गैरसैंण से लेकर भराड़ीसैंण तक सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल और मुख्यमंत्री हरीश रावत सहित कई कैबिनेट मंत्री और विधायक बुधवार देर शाम तक भराड़ीसैंण पहुंच चुके थे।
मुख्यमंत्री हरीश रावत बदरीनाथ धाम से सीधे भराड़ीसैंण पहुंचे, जबकि विधानसभा अध्यक्ष कुंजवाल देहरादून से यहां पहुंचे। वित्त मंत्री डा. इंदिरा हृदयेश, स्वास्थ्य मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी, पर्यटन मंत्री दिनेश धनै, श्रम मंत्री हरीश चंद्र दुर्गापाल, नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट, विधायक गणेश गोदियाल हीरा सिंह बिष्ट, विशन सिंह चुफाल, मदन कौशिक, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार रणजीत सिंह रावत समेत कई नेता भराड़ीसैंण पहुंच गए हैं। अन्य मंत्रियों और विधायकों आज प्रातः तक यहां पहुंचने की उम्मीद है।
भराड़ीसैंण पहुंचने पर भाजपा विधायक मदन कौशिक ने वित्त मंत्री डॉ. इंदिरा हृदयेश से भेंट की। इस दौरान दोनों नेताओं में काफी देर तक बातचीत हुई। उधर, बुधवार को हुई भाजपा विधायक दल की बैठक में सत्र की रणनीति तय की गई।
गैरसैंण में आयोजित होने जा रहे विधानसभा सत्र में चार निजी विश्वविद्यालय विधेयक रखे जाना तय लगता है जिनमें विवादस्पद रास बिहारी बोस सुभारती विश्वद्यालय भी शामिल है।
गौरतलब है कि गत जुलाई माह में आहूत विधानसभा सत्र के दौरान भी उक्त विश्वद्यालय का विधेयक पारित तो किया गया था किंतु राज्यपाल ने उक्त विधेयक कई खामियों के चलते वापिस कर दिया था, ये खामियां अभी बरकरार है व् मामले विभिन्न न्यायालयों में लंबित हैं।
14 अक्टूबर 2016 को ही अपर आयुक्त गढ़वाल के न्यायालय ने उक्त जगत नारायन सुभारती ट्रस्ट के खिलाफ आदेश पारित किया था व् इसी रास बिहारी बोस सुभारती विश्विद्यालय के विरुद्ध नैनीताल हाईकोर्ट में भी वाद चल रहा है जिस पर हाईकोर्ट ने सरकार व् राज भवन से जवाब मांगा है। ऐसे में हाइकोर्ट में विचाराधीन तथा स्वयं सरकारी अधिकारियों द्वारा विवादस्पद बताये जाने वाले व् राज भवन से लौटाए गए इस संस्था के विधेयक को दुबारा से विधान सभा सत्र में पारित किया जाना लोकतंत्र का खुला मज़ाक लगता है ।