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स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में हंस कल्चर सेंटर का कार्य हैं सराहनीय : त्रिवेंद्र

  • हंस कल्चर सेंटर ने  विद्या भारती के विद्यालयों को स्कूल बस की भेंट
  • माता मंगलाजी एवं श्री भोले जी महाराज के कार्य गरीब और जरूरमंद तकबे के लिए महत्वपूर्ण

देहरादून :  समाज सेवा के क्षेत्र में माता मंगलाजी एवं श्री भोले जी महाराज जिस तरह से कार्य कर रहे है, वे सही मयानों में समाज के उस गरीब और जरूरमंद तकबे के लिए महत्वपूर्ण हैं। जिसे आज के समय में सबसे ज्यादा मदद की आवश्यकता है,और इस कार्य को बखूबी निभा रहा हैं ‘हंस कल्चर सेंटर’। उक्त विचार मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने आवास पर हंस कल्चर के द्वारा विद्या भारती उत्तराखंड के विद्यालयों को स्कूल बस भेंट करते हुए व्यक्त किए।

आपको बता दें कि देहरादून में मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने ‘हंस कल्चर सेंटर’के तत्वाधान आयोजित कार्यक्रम ‘भारतीय शिक्षा समिति उत्तराखंड’  द्वारा संचालित स्कूल,’सरस्वती विद्या मंदिर माण्डूवाला’ और‘काहन चंद्र बोहरा सरस्वती शिशु मंदिर अटकफार्म’ देहरादून के बच्चों के स्कूल आवागमन के लिए बसें भेंट की,इस मौके पर मुख्यमंत्री ने भोलेजी महाराज एवं माता मंगलाजी का आभार प्रकट करते हुए कहा कि ‘हंस कल्चरल सेंटर’ एवं ‘दि हंस फाउण्डेशन’ राज्य के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने कहा माताजी समझती ही नहीं बल्कि पहाड़ के दूरदराज के क्षेत्रों में विद्यार्थियों को आवागमन में आने वाली कठिनाईयों को जानती भी है। इसी को ध्यान में रखते हुए,माताजी एवं भोले जी महाराज जी द्वारा विद्यालयों को आज ये बसें गरीब छात्र-छात्राओं को दी गई हैं,जो स्नेह एवं सहयोग का सराहनीय कदम है। यह हमारे राज्य के लिए भी विशेष उपलब्धि हैं की माता मंगलाजी एवं भोलेजी महाराज जैसे समाज सेवी हमारे साथ खड़े है।

इस मौके पर विशेष तौर पर मौजूद उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे ने कहा कि माता मंगलाजी एवं भोले जी महाराज द्वारा पूरे भारतवर्ष में जिस तहर से सामाजिक कार्य किये जा रहे हैं। यह यकीनन हमारे लिए श्रेयकर हैं। माताजी निरंतर हमें शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग कर रही है। इससे हमें लगता हैं कि आने वाले दिनों में उत्तराखंड में शिक्षा के क्षेत्र में हम निश्चित तौर पर नयी विचारधारा को स्थापित कर अपने नौनिहालों को नयी दिशा की तरफ लेकर जाएगें। क्योंकि यह वह नौनिहाल हैं,जो गरीबी के कारण अपनी शिक्षा को जारी नहीं रख पा रहे थे। लेकिन माताजी एवं महाराज जी ने इन नौनिहालों को शिक्षित करने का जो बीड़ा उठाया हैं। वह निश्चित तौर पर महत्वपूर्ण हैं।

इस अवसर हंस कल्चर सेंटर के सचिव चंदन सिंह भंडारी ने कहा कि माताश्री मंगलाजी एवं श्री भोलजी महाराज की प्रेरणा से पहाड़ के दूर-दारज के क्षेत्रों में चल रहे स्कूलों में पढ़ रहे बच्चों के आवगमन के लिए निरंतर स्कूल बसें भेंट की जा रही है। आज इसी कड़ी में ‘भारतीय शिक्षा समिति उत्तराखंड’के द्वारा संचालित स्कूल,’सरस्वती विद्या मंदिर माण्डूवाला’ और ‘काहन चंद्र बोहरा सरस्वती शिशु मंदिर अटकफार्म’(खैरी सेला कुई) देहरादून को स्कूल बसें भेंट की गई हैं। जिससे इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की शिक्षा में कोई रूकावट नहीं आएं,और बच्चें अपने भविष्य निर्माण में निरंतर आगे बढ़ते रहे।

कार्यक्रम में मौजूद ‘भारतीय शिक्षा समिति उत्तराखंड’ के प्रदेश निरीक्षक डॉक्टर विजयपाल सिंह ने माता मंगलाजी एवं भोलेजी महाराज का आभार प्रकट करते हुए कहा कि हम हृदय से आभारी हैं माताजी-महाराज जी के कि उन्होंने हमारे स्कूल के भविष्य को संवारने की दिशा में यह कदम उठाया और जो बच्चे दूर-दराज के क्षेत्रों से स्कूल आते हैं। उनके आवागमन के लिए हमें बसें भेंट की,हम विश्वास दिलाते हैं कि इस भेंट के माध्यम से हम छात्र-छात्राओं के भविष्य निर्माण की दिशा में निश्चित तौर पर महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाएगें।

इस मौके पर हंस कल्चर सेंटर के प्रतिनिधि सत्यपाल सिंह नेगी,देवेंद्र सिंह नेगी,नीरज शर्मा, प्रदीप राणा और दिनेश कंडारी ने कार्यक्रम में मौजूद सभी अतिथियों का आभार प्रकट करते हुए धन्यवाद प्रकट किया।

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