हाथों में दरांती और बिच्छू घास लेकर महिलाओं ने किया शराब के खिलाफ प्रदर्शन
आबकारी मंत्री के गांव में शराब की दुकानें खोले जाने से ग्रामीण आक्रोशित
पिथौरागढ़। हाइवे से हटाई गई दुकान आबादी वाले इलाकों में शिफ्ट किए जाने से नाराज थल की महिलाओं का आक्रोश कम नहीं हो रहा है। गुरुवार को पांचवें दिन महिलाओं ने हाथों में दरांती और बिच्छू घास लेकर प्रदर्शन किया। कस्बे के नदी पार क्षेत्र की महिलाएं भी शराब के विरोध में मुखर हो गई हैं। बीडीसी सुंदरी वर्मा की अगुवाई में महिलाओं ने गुरुवार को जोरदार प्रदर्शन किया।
आधी रात तक धरने में बैठी महिलाओं ने कहा कि रिहायशी इलाके में शराब की दुकान किसी सूरत में नहीं खुलने दी जाएगी। महिलाओं ने कहा कि इस मामले में जोर जबरदस्ती की तो महिलाएं उग्र आंदोलन को बाध्य होंगी। प्रदर्शन करने वाली महिलाओं में जानकी देवी, आशा बर्मा, दीपा बर्मा, खीला देवी, सरस्वती देवी, मीना भंडारी, राखी बृजवाल, विमला देवी, हंसा बाफिला, राधा देवी, हेमा देवी, रु पा देवी, निर्मला देवी, कलावती बर्मा, हंसा बाफिला आदि शामिल थीं। दूसरी और शराब की दुकान रामगंगा नदी के पार ले जाने का विरोध शुरू हो गया। डुंगरी, ढनोला, अठखेत, ओखलगांव की महिलाओं ने बैठक कर तय किया कि क्षेत्र में शराब की दुकान किसी हालत में नहीं खुलने दी जाएगी। बैठक के बाद महिलाओं ने तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन सौंपने वालों में ग्राम प्रधान दमयंती देवी, लीला देवी, भावना देवी, प्रेमा देवी, राधा देवी, जीवंती देवी, हेमा देवी, दीपा देवी आदि शामिल थीं।
उग्र आंदोलन की चेतावनी
प्रदेश के आबकारी मंत्री प्रकाश पंत के गांव चोढ्यार में शराब की दुकानें खोले जाने की सुगबुगाहट से ग्रामीण आक्रोशित हो गए। ग्रामीण गुरुवार को सडक़ों पर उतर आए। ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर गांव में शराब की दुकान खोले जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी।
नेशनल हाईवे से शराब की दुकानें हटाए जाने के फैसले के बाद गंगोलीहाट की शराब की दुकानें भी आस-पास के इलाके में शिफ्ट करने का प्रयास चल रहा है। गंगोलीहाट में विदेशी और देशी शराब की दो दुकानें थीं। दुकानों को नगर के नजदीक चोढ्यार गांव में शिफ्ट करने की चर्चा गुरुवार को आम हुई। यह गांव आबकारी मंत्री प्रकाश पंत का गांव है। इसके बाद ग्रामीण भडक़ गए। ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर गांव में दुकान खोलने का विरोध किया। प्रदर्शन करते हुए ग्रामीणों ने कहा कि गांव में शराब की दुकान किसी हालत में नहीं खुलने दी जाएगी। इस मामले में जबरदस्ती की गई तो ग्रामीण उग्र आंदोलन को बाध्य होंगे। प्रदर्शन करने वालों में दुर्गा पंत, भगवती पंत, भूपेश पंत, शेखर पंत, नवल पंत, नवीन पंत, गिरीश, अंजू, विमला, मंजू, शोभा जानकी, गीता आदि शामिल थे।
डीएम कार्यालय पर धरना व नारेबाजी
बागेश्वर। शराब की दुकान बस्ती में खोले जाने का विरोध जिले में महिलाएं लगातार कर रही हैं। महिलाओं की तरफ से लगातार धरना व प्रदर्शनों का दौर जहां शुरूहै। वहीं प्रशासन की तरफ से अब तक ठोस कार्रवाई नहीं होने पर महिलाएं आक्रोशित नजर आ रही हैं।
गुरुवार को भी नई बस्ती की महिलाओं ने दफौट मोटर मार्ग पर खोली गई शराब की दुकान के विरोध में ब्लॉक प्रमुख सुनीता टम्टा के नेतृत्व में डीएम कार्यालय पर धरना दिया और नारेबाजी की। इस मौके पर ब्लॉक प्रमुख का कहना था कि सरकार को चाहिए शराब की दुकानों के खोले जाने की नीति निर्धारित करे। इस तरह बस्ती के किनारे, गांव के अंदर शराब या बीयर की दुकानें नहीं खोलने दी जाएगी। महिलाएं शाम व सुबह घर से बाहर निकलने में भय का अनुभव कर रही हैं।
मौके पर पहुंचे सीडीओ एसएसएस पांगती व एसडीएम श्याम सिंह राणा से भी महिलाएं उलझ गई। बाद में अधिकारियों ने ज्ञापन लेकर ठोस कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इसके बाद महिलाएं धरना खत्म करने को राजी हुई। धरना देने वालों में नरेंद्र कुमार, पुष्पा देवी, शांति, सरस्वती देवी, गंगा देवी, प्रेमा देवी, लक्ष्मी देवी, दीपा देवी, रेवती देवी, भावना देवी, आशा देवी, मीरा देवी, सुनीता देवी, कमला देवी आदि मौजूद रहे।
पथरी क्षेत्र के गांवों में शराब की दुकानों का विरोध जारी
हरिद्वार। पथरी क्षेत्र के गांवों में शराब की दुकानों का विरोध लगातार जारी है। ज्यादातर गांवों में शराब की बिक्री का विरोध हो रहा है। पथरी में विरोध की सूचना पर क्षेत्रीय विधायक स्वामी यतीश्वरानंद भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों का समर्थन करते हुए अधिकारियों से वार्ता की। पथरी के गांव धनपुरा, घिस्सुपुरा, फेरुपुर, झाबरी, पथरी आदि गांवों में शराब की दुकानों समेत नशे के कारोबार का विरोध जारी है।
शराब की दुकानों को हाईवे किनारे से हटाकर गांव की ओर ले जाया जा रहा है। पथरी के लोग आबादी क्षेत्र में शराब की दुकान खोलने का कड़ा विरोध कर रहे हैं। गुरुवार को भी बड़ी संख्या में ग्रामीण गांव में जुटे। विरोध की सूचना पर हरिद्वार ग्रामीण विधायक स्वामी यतीश्वरांनद भी वहां पहुंच गए। उन्होंने फोन पर आबकारी विभाग के अधिकारियों से वार्ता की।
उन्होंने आश्वासन दिया कि ग्रामीणों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने दी जाएगी। उधर, क्षेत्र में ज्यादातर शराब की दुकानें बंद होने की वजह से गांव में नशे का कारोबार करने वाले एजेंट सक्रिय हो गए हैं। अवैध रूप से शराब की बिक्री की जा रही है। ग्रामीण तेलूराम, रमेश कुमार, जयपाल, बबलू, सोहन कुमार ने बताया कि गांव का माहौल खराब हो रहा है। युवा पीढ़ी भी नशे की गिरफ्त में आ रही है।
शकील अहमद, जाकिर, इस्तखार, जब्बार, गफ्फार, शमशाद अली, इस्लाम अली, धन सिंह, शहीद हसन, शौकीन अहमद, प्रदीप चौहान, दीपक चौहान, तुला राम, श्याम शुन्दर, रामकुमार, ललित कुमार, पुरषोत्तम कुमार, रहमान अली, सिमर सिंह आदि ने नशे के कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।आबकारी अधिकारी एनआर जोशी ने बताया कि लोगों की शिकायतों की जांच की जा रही है।
जहां भी अवैध रूप से शराब बिकने की शिकायतें मिल रही हैं, वहां कार्रवाई की जाएगी। चौकी प्रभारी एलएस बुटोला ने बताया कि शिकायतों पर तत्काल कार्रवाई की जा रही है। गांव में अवैध रूप से शराब और गांजा बेचने वाले कारोबारियों के खिलाफ अभियान चलाया जाएगा।
रिहायशी इलाके में शराब की दुकान के विरोध में प्रदर्शन
देहरादून। राजधानी के आसपास आवासीय क्षेत्र में शराब की दुकान खोले जाने के विरोध में महिलाओं ने अपना आंदोलन तेज कर दिया और कहा कि किसी भी आवासीय क्षेत्र में शराब की दुकानें खोले जाने का व्यापक स्तर पर विरोध किया जायेगा। राजेन्द्र नगर कौलागढ रोड़ पर शराब की दुकान खोलने के विरोध में क्षेत्रवासियों ने जमकर प्रदर्शन करते हुए धरना दिया, क्षेत्रवासियों ने कहा कि यहां पर किसी भी दशा में शराब की दुकान नहीं खुलने दी जायेगी। इसके लिए जनांदोलन को और तेज किया जायेगा।
क्षेत्रवासी क्षेत्रीय पार्षद शारदा गुप्ता के नेतृत्व में राजेन्द्र नगर पर इकटठा हुए और वहां पर शराब की दुकान खोले जाने के विरोध में प्रदर्शन कर धरना दिया। इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि यहां पर स्कूल, कालेज एवं अन्य शैक्षणिक संस्थानों के साथ ही मंदिर है और जो शराब की दुकान यहां पर खोली जा रही है उसके सामने ही मंदिर है और यहां पर किसी भी दशा में शराब की दुकान नहीं खोलने दिया जायेगा और इसका पूर्ण रूप से विरोध किया जायेगा। उनका कहना है कि आंदोलन को तेज किया जायेगा।
उनका कहना है कि इस क्षेत्र में कई स्कूल व अन्य संस्थान है जहां पर इस प्रकार से शराब की दुकान नहीं खुलनी चाहिए और इसका लगातार विरोध किया जायेगा। उनका कहना है कि हाईकोर्ट ने जिस प्रकार से हाईवे से शराब की दुकाने हटाने के निर्देश दिये गये है और अब शराब माफिया आवासीय क्षेत्रों की ओर रूख कर रहे है जो पूर्ण रूप से गलत है।
उनका कहना है कि यहां ही नहीं अन्य आवसीय क्षेत्रों में भी शराब की दुकाने खोलने का प्रयास किया जा रहा है, जो पूर्ण रूप से गलत है। उनका कहना है कि जिला प्रशासन को भी इस मामले में ज्ञापन दिया जायेगा। उनका कहना है कि शराब की दुकान खोलने का पुरजोर विरोध किया जायेगा। उनका कहना है कि यहां पर आवासीय क्षेत्र है और लगातार प्रशासन को अवगत कराये जाने के बाद भी आज तक इस ओर किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है और इस क्षेत्र में किसी भी स्थान पर शराब की दुकान नहीे खुलने दी जायेगी।