राज्य आंदोलनकारी वेद उनियाल कर गए दुनिया को अलविदा
देहरादून : उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन के प्रथम पंक्ति के नेता वेद उनियाल का आज दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। उनियाल लंबे समय से बीमार चल रहे थे और राजधानी एक निजी अस्पताल में भर्ती थे।
उत्तराखंड आंदोलन से जुड़ी एक और महत्वपूर्ण शख्सियत अब हमारे बीच नहीं रही। उत्तराखण्ड क्रांति दल के पूर्व महासचिव और थिंक टैंक के नाम से मशहूर वेद उनियाल का निधन हो गया है। 64 साल के उनियाल अपने पीछे पत्नी महेंद्र कौर को छोड़ गए हैं। अभी 3 साल पहले ही उनके इकलौते पुत्र रवि उनियाल(28) भी इस दुनिया को अलविदा कह गए थे।
वहीं मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने राज्य आंदोलनकारी वेद उनियाल के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने दिवंगत की आत्मा की शांति और दुख की इस घड़ी में उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है।
यूकेडी के थिंक टैंक वेद उनियाल ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत छात्र रहते हुए कर ली थी। वो डीएवी कॉलेज के महासचिव भी रहे। साथ ही उन्होंने उत्तराखंड आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभार्इ थी। आज भले ही वह इस दुनिया को अलविदा कह गए हों। लेकिन उत्तराखंड आंदोलन में रही उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को राज्यवासी कभी नहीं भुला पाएंगे। जब भी उत्तराखंड के निर्माण के लिए किए गए आंदोलन की यादें ताजा होंगी, उनके योगदान को जरूर याद किया जाएगा।
उनियाल ने रविवार की सुबह अपने दून में तपोवन एनक्लेव स्थित निवास पर अंतिम सांस ली। उनके निधन का समाचार मिलते ही बड़ी संख्या में राज्य आंदोलनकारी और सामाजिक कार्यकर्ता उनके आवार पर पहुंच गए। निवास पहुंचने वालों में पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट, महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सुशीला बलूनी, यूकेडी के संरक्षक बीडी रतूड़ी, डीबीएस कॉलेज के प्राचार्य डा ओपी कुलश्रेष्ठ, आंदोलनकारी सम्मान परिषद के पूर्व अध्यक्ष रवींद्र जुगरान, आंदोलनकारी मंच के प्रदेश अध्यक्ष जगमोहन नेगी, जिलाध्यक्ष प्रदीप कुकरेती, महासचिव रामलाल खंडूडी, वरिष्ठ आंदोलनकारी नेता विवेकानंद खंडूडी, रायपुर ब्लाक प्रमुख बीना बहुगुणा आदि शामिल थे।
रविवार दोपहर हरिद्वार के खड़खड़ी घाट पर उनियाल का अंतिम संस्कार कर दिया गया। उनके पार्थिव शरीर में यूकेडी का झंडा लपेटा गया था। इस मौके पर यूकेडी के अध्यक्ष व पूर्व मंत्री दिवाकर भट्ट, पूर्व अध्यक्ष त्रिवेंद्र सिंह पंवार, शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक के प्रतिनिधि के तौर पर हरिद्वार के मेयर मनोज गर्ग भी मौजूद रहे। इधर, जनकवि डा.अतुल शर्मा ने वेद उनियाल के निधन पर गहरा शोक प्रकट किया है। राज्य आंदोलनकारी सम्मान परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप ने उनियाल की मौत को राज्य के लिए बड़ा नुकसान बताया है।