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AIIMS ऋषिकेश में स्वस्च्छता ही सेवा अभियान के तहत विभिन्न जनजागरुकता कार्यक्रम हुए आयोजित

AIIMS परिसर में पाॅलिथीन के प्रयोग पर लगा प्रतिबंध 

पाॅलिथीन का इस्तेमाल करने पर अर्थदंड का प्रावधान

विभिन्न विभागों की ओपीडी, आईपीडी व शैक्षिक अनुभागों को स्वछता पर प्रशस्ति पत्र 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

ऋषिकेश : AIIMS अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में भारत सरकार की थीम स्वस्च्छता ही सेवा अभियान के तहत विभिन्न जनजागरुकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस दौरान संस्थान के अधिकारियों, चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ व अन्य कर्मचारियों ने स्वच्छता ही सेवा के तहत योगदान के लिए सामुहिक शपथ ली।

इस अवसर पर विभिन्न विभागों को स्वच्छता के लिए प्रशस्ति पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया। एम्स में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार की इस वर्ष की थीम स्वच्छता ही सेवा के तहत तीन सप्ताह की मुहिम चलाई गई। जिसके तहत विभिन्न जनजागरुकता कार्यक्रमों के माध्यम से मरीजों, उनके तीमारदारों व अन्य लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरुक किया गया व उन्हें हैंड हाईजीन,बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट, प्लास्टिक मैनेजमेट आदि स्वच्छता संबंधित विषयों की जानकारियां दी गई।

अभियान के तहत गठित कमेटी द्वारा विभिन्न विभागों की ओपीडी, आईपीडी व शैक्षिक अनुभागों का स्वच्छता के निर्धारित मानकों के आधार पर निरीक्षण किया। इनमें से चिह्नित सबसे स्वच्छ विभागों को बुधवार को आयोजित कार्यक्रम में एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत ने संस्थान की ओर से प्रशस्तिपत्र भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान सम्मानित होने वाले विभागों में डिपार्टमेंट ऑफ फिजियोलॉजी, इंस्टीट्यूट ऑफ ​स्किल, नर्सिंग कॉलेज,डेंटल ओपीडी,पिडियाट्रिक सर्जरी वार्ड,रेडिएशन ओंकोलॉजी,इंटीग्रेटेड ब्रेस्ट केयर क्लिनिक, मोर्चरी, एसआर-जेआर हॉस्टल व ग्राउंड फ्लोर मैस शामिल हैं। साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य सेवा में उल्लेखनीय कार्य के लिए नर्सिंग ऑफिसर अंजली मेहता को सम्मानित किया।

इस अवसर पर निदेशक एम्स पद्मश्री प्रो. रवि कांत ने एम्स परिसर में पाॅलिथीन के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की। जिसके तहत पाॅलिथीन का इस्तेमाल करने पर अर्थदंड का प्रावधान रखा गया है। उन्होंने बताया कि स्वच्छता व पॉलीथिन को लेकर इसलिए भी जागरुकता जरुरी है कि यह सब अनेक बीमारियों की वजह बनते जा रहे हैं। निदेशक एम्स प्रो. रवि कांत ने जोर दिया कि हमें अपने कार्यस्थल व उसके आसपास की स्वच्छता का ठीक उसी प्रकार खयाल रखना होगा जिस तरह से हम अपने घर, मंदिर, किचन आदि को साफ सुथरा रखते हैं।

इस अवसर पर उप निदेशक प्रशासन अंशुमन गुप्ता ने बताया कि स्वच्छता को लेकर चलाई गई मुहिम में जो विभाग तयशुदा मानकों पर खरे नहीं उतर पाए उन्हें और साफ सुथरा बनाए रखने के लिए ठोस कार्ययोजना पर कार्य किया जाएगा।

कार्यक्रम में डीन एकेडमिक प्रो. मनोज गुप्ता, एमएस डा. ब्रह्मप्रकाश, डीन एलुमिनाई प्रो. बीना रवि,डा. संजीव मित्तल,प्रो.शालिनी राव,प्रो. साैरभ वार्ष्णेय, प्रो.प्रशांत एम. पाटिल,प्रो. विनय कुमार बस्तिया, डीन नर्सिंग प्रो. सुरेश के. शर्मा, प्रो. प्रतिमा गुप्ता,डा. जया चतुर्वेदी, प्रो. ब्रिजेंद्र सिंह,प्रो. एसपी अग्रवाल,डा. शशि प्रतीक, डा. अनुभा अग्रवाल, डा. बलराम जीओमर, एसई सुलेमान अहमद, ईई एमपी सिंह,जनसंपर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल आदि मौजूद थे।

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