सामूहिक और मेलों के रूप में मनाया जाता है बिस्सू पर्व
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
विकासनगर । जौनसार बावर क्षेत्र में बैशाखी पर्व से शुरू होने वाले चार दिवसीय बिस्सू त्योहार की तैयारियां शुरू हो गई हैं। हालांकि, लॉकडाउन के चलते इस बार बिस्सू पर्व मेलों की बजाय घरों में ही मनाया जाएगा। जौनसार बावर क्षेत्र में बिस्सू पर्व का खासा महत्व है। क्षेत्र में इस पर्व को सामूहिक और मेलों के रूप में मनाया जाता है। जिसके चलते लोगों में उत्साह भी बना हुआ है।
देश में फैले कोरोना वायरस के चलते जारी लॉकडाउन के मद्देनजर क्षेत्र की हर मेला समिति ने इस बार मेले के आयोजनों को रद्द कर दिया है। जिससे बार ग्रामीणों को घरों में ही बिस्सू पर्व मनाना पड़ेगा। 13 अप्रैल से शुरू होने वाले चार दिवसीय पर्व का पहला दिन क्षेत्र में फुलियात के रूप में मनाया जाता है। इस दिन लोग जंगलों से बुरांश के फूल लाकर देवता को अर्पित करते हैं, साथ ही इन फूलों से घरों को भी सजाया जाता है।
14 और 15 अप्रैल को छोटा बिस्सू मनाने के बाद 16 अप्रैल को गनियात मनाया जाता है। स्थानीय बुजुर्ग संतराम, मेहर सिंह, दयाराम आदि ने बताया कि वैसे तो बिस्सू पर्व पर जौनसार में दर्जनों मेलों का आयोजन होता है। लेकिन, इस बार कोरोना के चलते मेलों का आयोजन रद्द कर दिया गया है। जिसके चलते ग्रामीण घरों में ही देवता की पूजा अर्चना कर पर्व मनायेंगे।