Uttarakhand : राज्य स्थापना दिवस पर जुटेंगी देश की तमाम बड़ी शख्सियतें
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इस बार ऐतिहासिक होगा राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम …..
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मुख्यमंत्री राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम को बनाना चाहते हैं कुछ खास
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : नौ नवम्बर को पिछले 17 सालों से उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस मनाया जाता रहा है लेकिन इस बार के स्थापना दिवस कार्यक्रम को सूबे की भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत कुछ खास बनने जा रहे हैं। भाजपा देश के महत्वपूर्ण और शीर्ष पदों को संभाल रही उत्तराखंड मूल की तमाम बड़ी शख्सियत इस अवसर पर अस्थायी राजधानी देहरादून में जुटाने की तैयारी कर रही हैं। अस्थायी राजधानी देहरादून में इस बार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और थल सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत सहित उत्तराखंड के कई ऐसे दिग्गज लोग जुटेंगे जिनका विश्व सहित देश के लोगों में नाम शुमार हैं। राज्य सरकार ने आगामी पांच नवंबर को इस आयोजन के साथ ही राज्य स्थापना दिवस समारोह की शुरुआत करने का फैसला लिया है।
उल्लेखनीय है कि नौ नवंबर 2000 को देश के मानचित्र पर 27 वें राज्य के रूप में अस्तित्व में आया उत्तराखंड अब सत्रह साल की आयु पूरी करने जा रहा है,और 18 वें वर्ष में राज्य प्रवेश करने जा रहा है। इन 17 सालों में इस राज्य ने क्या खोया और क्या पाया यह तो अलग से बहस का मुद्दा है लेकिन राज्य के 17 साल पूरे होने के इस अवसर पर राज्य सरकार विशेष आयोजन की तैयारी में लगी है, जिसकी शुरुआत पांच नवंबर से होगी और राज्य स्थापना दिवस के कार्यक्रम 11 नवम्बर तक चलेंगे। पांच नवम्बर के दिन राज्य सरकार एक विचार गोष्ठी आयोजित कर रही है, जिसमें देश के शीर्ष पदों पर आसीन उत्तराखंड मूल के कई चेहरे भाग लेंगे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अस्थायी राजधानी में आयोजित इस गोष्ठी में उत्तराखंड की स्थापना के बाद से अब तक के सफर के दौरान पेश आई चुनौतियों और राज्य के क्या मुकाम हासिल किये इस विषय पर चर्चा होगी ही, साथ ही भविष्य में पेश आने वाली संभावित चुनौतियों के समाधान भी सुझाए जाएंगे। इस परिचर्चा के साथ ही राज्य के विकास के लिए किस तरह का रोडमैप तैयार किया जाए इस विषय पर भी विचारक अपने विचार रखेगे। मुख्यमंत्री कार्यालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस कार्यक्रम के आयोजन की रूपरेखा तैयार कर ली गई है और अगले एक-दो दिन में इसे अंतिम रूप दे दिया जाएगा।
पांच नवम्बर को आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शिरकत करने वालों में उत्तराखंड की जो हस्तियाँ भाग लेंगी उनमें एनएसए अजित डोभाल,जो वर्तमान में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद पर हैं और पौड़ी जिले के मूल निवासी हैं। 1968 बैच के आइपीएस डोभाल वर्ष 2005 में इंटेलिजेंस ब्यूरो चीफ के पद से सेवानिवृत्त हुए। डोभाल 30 मई 2014 से एनएसए के पद पर हैं। थलसेना अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत जो पौड़ी जिले के ग्राम सैणा निवासी जनरल रावत दिसंबर 1978 में भारतीय सैन्य अकादमी से पास आउट हुए। उन्होंने एक जनवरी 2017 को भारतीय सेना की कमान संभाली, वे भी इस गोष्ठी में शिरकत करने वाले हैं।
वहीँ डीजीएमओ अनिल कुमार भट्ट मूल रूप से टिहरी जिले के निवासी हैं। वे गत 30 नवंबर को डीजीएमओ बनाए गए। जबकि रॉ प्रमुख अनिल धस्मानामूल रूप से पौड़ी जिले के तोली गांव के रहने वाले हैं। 1981 बैच के आइपीएस धस्माना ने गत 17 दिसंबर को रॉ प्रमुख की जिम्मेदारी संभाली, कार्यक्रम में भाग लेंगे।
कार्यक्रम में कोस्टगार्ड के महानिदेशक राजेंद्र सिंह भी कार्यक्रम में शिरकत करने वाले हैं राजेन्द्र सिंह देहरादून जिले के चकराता क्षेत्र के निवासी हैं जिन्हें 26 फरवरी 2016 को कोस्टगार्ड का महानिदेशक बनाया गया।वहीँ अल्मोड़ा जिले केमूल निवासी अश्विनी लोहानी जो वर्तमान में रेलवे बोर्ड के चेयरमैन हैं और उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के मूल निवासी हैं भी कार्यक्रम में पहुंचेंगे अश्वनी लोहानी को बीते 23 अगस्त को रेलवे बोर्ड का चेयरमैन बनाया गया है ,इससे पहले वे एयर इंडिया के चेयरमैन थे उनके नाम एयर इंडिया को घाटे से उबारने की महत्वपूर्ण उपलब्धि है।