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केन्द्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने किये बाबा केदार के दर्शन

-रेल मार्ग के किनारे लगेंगे पांच लाख पेड़ 

-श्रद्धालुओं और तीर्थ पुरोहितों से की मुलाकात

रुद्रप्रयाग । केन्द्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने बाबा केदार के दर पर मत्था टेका। इस दौरान उन्होंने केदारनाथ में तीर्थ यात्रियों से भी वार्ता की, जबकि स्थानीय लोगों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को सुना। केन्द्रीय मंत्री के सम्मुख स्थानीय लोगों ने केदारनाथ धाम को मोटरमार्ग से जोड़ने की मांग रखी।

शनिवार को प्रातः नौ बजे के करीहब केन्द्रीय रेल मंत्री सुरेश प्रभु हेलीकाप्टर से विश्व विख्यात बाबा केदार के दर्शनों के लिये पहुंचे। जिसके बाद सीधे वे बाबा के दर्शनों के लिये गये। कुछ देर बाबा की पूजा-अर्चना करने के बाद रेल मंत्री श्रद्धालुओं और स्थानीय जनता से मिले। इस दौरान उन्होंने कहा कि केदारनाथ धाम की यात्रा पर आने वाले तीर्थ यात्रियों को किसी भी प्रकार की दिक्कतें नहीं होंगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के केदारनाथ धाम आने से देश-विदेश में यात्रा को लेकर अच्छा संदेश गया है। आपदा के बाद उत्तराखण्ड की चारधाम यात्रा पर आने वाले यात्रियों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई है।

उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा को रेल मार्ग से जोड़ने के लिये रेल लाइन की सर्वे कराने के लिये 120 करोड़ रूपये स्वीकृत किये हैं। शीघ्र ही रेल लाइन का सर्वे पूरा होने के बाद रेल लाइन का निर्माण कार्य शुरू होगा। चारधामों के रेल मार्ग से जुड़ने के बाद यहां आने वाले यात्रियों की संख्या में वृद्धि होगी। यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।

उन्होंने कहा कि रेल मार्ग के किनारे पांच लाख पेड़ भी लगाएंगे जाएंगे। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने जिलाधिकारी श्रीमती रंजना, यात्रा मजिस्ट्रेट गोपाल चौहान, लाइजन ऑफिसर हरक सिंह रावत एवं एनआईएम के प्रतिनिधि सोबन सिंह बिष्ट के साथ केदारनाथ यात्रा के संबंध में जानकारी प्राप्त की। साथ ही तीर्थ पुरोहित पण्डा समाज के पदाधिकारियों के साथ वार्ता कर रूबरू हुए।

रेल मंत्री श्री प्रभु ने बताया कि सभी श्रद्धालु चाहते हैं कि सम्पूर्ण चारधाम की यात्रा की जाय। यह एक पाण्डवकालीन यात्रा है, इसे और अधिक सुगम करने के लिए हरसंभव प्रयास किये जायेंगे। उन्होंने कहा कि रेल यात्रा से चारधाम की यात्रा और सुगम सिद्ध होगी। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को ऊर्जा प्रदान करना चाहते हैं, जिस पर कार्य किया जा रहा है।

devbhoomimedia

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