यूनेस्को ने दिया 38 ऐतिहासिक स्थलों को विश्व धरोहर स्थल का दर्जा
18 अप्रैल को जागतिक धरोहर दिवस
महाराष्ट्र राज्य में अन्य राज्यों के मुकाबले सर्वाधिक संख्या में ऐतिहासिक स्थल पाए गए
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून । विश्व धरोहर स्थल में शामिल होना बड़े सम्मान की बात होती है। वर्तमान में यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल का दर्जा प्राप्त 38 ऐतिहासिक स्थलों में से पाँच महाराष्ट्र में स्थित हैं। पूरे भारतवर्ष में महाराष्ट्र राज्य में अन्य राज्यों के मुकाबले सर्वाधिक संख्या में ये स्थल पाए गए हैं।
हर स्थल की विशेषताएँ जैसे हम जानते है, वैसे हमारे मन में उनके प्रति आदर जागृत होता है। इनमें से हर एक स्थल वास्तुशिल्पीय कलाओं, इतिहास एवं संस्कृति का भंडार है। हर धरोहर स्थल की अपनी एक दिलचस्प कहानी है। 18 अप्रैल को जागतिक धरोहर दिन मनाया जाता है। इन विश्व धरोहर स्थलों में अजंता गुफाएँ, छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (विगत काल में विक्टोरिया टर्मिनस), एलीफेंटा गुफाएँ, एलोरा गुफाएं, मुंबई की विक्टोरियन गोथिक एवं आर्ट-डेको कलाकृतियाँ शामिल हैं।
इन धरोहरों के बारे में आर्कियोलॉजी सोसायटी ऑफ इण्डिया के निर्देशक तेजस गर्गे ने कहा-“महाराष्ट्र में वैश्विक धरोहरोंका विशेष रूप देखने मिलता है। यहाँ एक तरफ ईसापूर्व दूसरी सदी की चित्रकला के नमूने, कैलाश जैसे शिल्प पाए जाते हो और दूसरी तरफ आधुनिक काल के विक्टोरियन एवं आर्ट डेको वास्तुरचना की इमारतें भी है द्य आनेवाले भविष्य में इनमें मराठों के किले, लोनार सरोवर, कोंकण में मिले पेट्रोग्राफ भी शामिल हो सकते है, इसलिए आप महाराष्ट्र अवश्य आकर इस जागतिक स्तर के खजाने की अनुभूति कर सकते हैं ।
यूनेस्को द्वारा घोषित भारत के विश्व धरोहर स्थल की सूची निम्न हैं:-
विश्व धरोहर स्थल | विवरण |
आगरा का किला | आगरा का किला को “लाल किला” भी कहते हैं, यह आगरा शहर में स्थित है. वर्ष 1983 में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था. |
अजंता की गुफाएं | भारत के महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद जिले में पड़ने वाली अजंता की गुफाओं में चट्टानों की बनी करीब 30 बौद्ध गुफा स्मारक हैं. अजंता की गुफाएं वर्ष 1983 से यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल की सूची में हैं. |
एलोरा की गुफाएं | एलोरा भारत के महाराष्ट्र राज्य के औरंगाबाद जिले के 29 किलोमीटर उत्तर– पश्चिम में स्थित एक परातात्विक स्थल हैं. एलोरा की गुफाओँ को वर्ष 1983 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था. |
ताज महल | यह उत्तर प्रदेश के आगरा शहर में 17 हेक्टेयर जमीन पर बने मुगल गार्डन के भीतर बना ताज महल यमुना नदी के किनारे स्थित है. इसका निर्माण कार्य 1632 ई. में शुरु हुआ था और 1648 में बन कर यह तैयार हो गया था. वर्ष 1983 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था. |
महाबलीपुरम के स्मारकों का समूह | अभयारण्यों का यह समूह, पल्लव राजाओं द्वारा बनाया गया था. वर्ष 1984 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था. |
सूर्य मंदिर कोणार्क | भारत की विरासत में वास्तुकला का चमत्कार, कोणार्क का सूर्य मंदिर, आमतौर पर जिसे कोणार्क नाम से जाना जाता है. भारत के पूर्वी राज्य ओडीशा (पहले उड़ीसा कहा जाता था) में स्थित है और पर्यटकों के प्रमुख आकर्षण केंद्र में से एक है. वर्ष 1984 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था. |
काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान | यह विश्व विरासत स्थल है। यहां एक–सींग वाले गैंडे की दो– तिहाई आबादी पाई जाती है। विश्व के संरक्षित इलाकों में से काजीरंगा में सबसे अधिक बाघ पाए जाते हैं और इसे 2006 में टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था. वर्ष 1985 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था. |
केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान | भरतपुर पक्षी अभयारण्य के नाम से जाना जाने वाला केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान भारत के दो सबसे ऐतिहासिक शहरों आगरा और जयपुर के बीच है. वर्ष 1985 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था. |
मानस वन्यजीव अभयारण्य | यह असम राज्य के भूटान– हिमालय पर्वतमाला की तलहटी में बसा है। यह अनूठे जैवविविधता और परिदृश्य के लिए प्रसिद्ध है. वर्ष 1985 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था. |
गोवा के चर्च और आश्रम (कॉन्वेंट) | भारत के पश्चिमी तट पर स्थित इस राज्य के वेल्हा (पुराने) गोवा के चर्च और आश्रम पुर्तगाली शासन के युग से ही हैं. वर्ष 1986 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था. |
फतेहपुर सीकरी | फतेहपुर सीकरी का निर्माण बादशाह अकबर ने 16वीं सदी में बनवाया था. वर्ष 1986 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था. |
हंपी में स्मारकों का समूह | हंपी की सादगी और भव्यता में मुख्य रूप से अंतिम महान हिन्दू साम्राज्य विजयनगर साम्राज्य (14वीं – 16वीं शती ई.) की राजधानी के अवशेष मिलते हैं. वर्ष 1986 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था. |
खजुराहो के स्मारकों का समूह | खजुराहो के मंदिर (मध्यप्रदेश में) देश के सबसे खूबसूरत मध्ययुगीन स्मारकों में से एक हैं। इन मंदिरों का निर्माण चंदेल शासकों ने 900 और 1130 ई. के बीच करवाया था. वर्ष 1986 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था. |
एलिफेंटा की गुफाएं | एलिफेंटा की गुफाएं महाराष्ट्र के मुंबई में एलिफेंटा द्वीप या घरापुरी पर स्थित मूर्तियों की गुफाओं की श्रृंखला है. वर्ष 1987 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था. |
महान चोल मंदिर | महान चोल मंदिरों का निर्माण चोल साम्राज्य के राजाओं द्वारा करवाया गया था। यह पूरे दक्षिण भारत और पड़ोसी द्वीपों में बना हुआ है. वर्ष 1987 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था. |
पत्तदकल के स्मारकों का समूह | कर्नाटक में पत्तदकल उद्धारक कला का उत्कृष्ट नमूना है। इनका निर्माण चालुक्य वंश के दौरान 7वीं और 8वीं शताब्दी में कराया गया था. वर्ष 1987 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था. |
सुंदरबन राष्ट्रीय उद्यान | विश्व का सबसे बड़ा डेल्टा, सुन्दरबन, भारत और बांग्लादेश के 10,200 वर्ग किमी में फैले सदाबहार वन में है. भारत की सीमा में पड़ने वाला वन का हिस्सा सुन्दरबन राष्ट्रीय उद्यान कहलाता है. वर्ष 1987 में यूनेस्को ने विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था. |
नंदा देवी राष्ट्रीय उद्यान | यह उत्तर भारत के उत्तराखंड राज्य में नंदा देवी की पहाड़ी पर स्थित है. वर्ष 1988 में यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहर स्थल घोषित किया था. |
सांची का बौद्ध स्तूप | भारत में बौद्ध पर्यटकों के लिए सांची काफी लोकप्रिय स्थान है. यह मध्य प्रदेशके रायसेन जिले के सांची में स्थित है. यूनेस्को ने 1989 में इसे विश्व विरासत स्थल घोषित किया था. |
हुमायूं का मकबरा, दिल्ली | दिल्ली स्थित हुमायूं का मकबरा पहला भव्य शाही मकबरा है जो मुगल वास्तुकला और स्थापत्य शैली का उत्कृष्ट उदाहरण है. हुमायूं का मकबरा 21.60 हेक्टेयर में बना है. यूनेस्को ने 1993 में इसे विश्व विरासत स्थल घोषित किया था. |
कुतुब मीनार, दिल्ली | कुतुबमीनार दिल्ली के दक्षिण में कुछ किलोमीटर दूर करीब 13वीं सदी में बना था. यूनेस्को ने 1993 में इसे विश्व विरासत स्थल घोषित किया था. |
भारत के पहाड़ी रेलवे | भारत के पहाड़ी रेलवे में तीन रेलवे हैं– दार्जीलिंग हिमालयन रेलवे, नीलगिरि माउंटेन रेलवे, और कालका शिमला रेलवे है. यूनेस्को ने 1999 में इसे विश्व विरासत स्थल घोषित किया था. |
बोध गया का महाबोधी मंदिर परिसर | महाबोधी मंदिर परिसर सम्राट अशोक द्वारा बनवाया गया पहला मंदिर है. यूनेस्को ने 2001 में इसे विश्व विरासत स्थल घोषित किया था. |
भीमबेटका पाषाण आश्रय | यह पांच पाषाण आश्रयों का समूह है और 2003 में इसे विश्व धरोहर स्थल का दर्जा मिला था. |
चंपानेर– पावागढ़ पुरातत्व उद्यान | पावागढ़ पहाड़ी के शीर्ष पर बना कालिकामाता मंदिर को महत्वपूर्ण मंदिर माना जाता है और यहां पूरे वर्ष श्रद्धालु आते रहते हैं. यूनेस्को ने 2004 में इसे विश्व विरासत स्थल घोषित किया था. |
छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (पहले विक्टोरिया टर्मिनस) | छत्रपति शिवाजी टर्मिनस (पहले विक्टोरिया टर्मिनस कहते थे), अरब सागर के तट को छूते भारत के पश्चिमी हिस्से में मुंबई में है. यूनेस्को ने 2004 में इसे विश्व विरासत स्थल घोषित किया था. |
लाल किला परिसर (दिल्ली) | वर्ष 1638 में शाहजहां ने अपनी राजधानी दिल्ली को बनाया और शाहजहांबाद शहर की नींव रखी. यूनेस्को ने 2007 में इसे विश्व विरासत स्थल घोषित किया था. |
जंतर– मंतर, जयपुर | जयपुर का जंतर मंतर खगोलीय प्रेक्षण स्थल है जिसका निर्माण 18वीं सदी के आरंभ में किया गया था. यूनेस्को ने 2010 में इसे विश्व विरासत स्थल घोषित किया था. |
पश्चिमी घाट | पश्चिमी घाट तापी नदी की चोटी से निकलकर कन्याकुमारी की गुफा तक 1600 किमी की दूरी तक फैला है इसकी औसत उंचाई 1200 मीटर है. यूनेस्को ने 2010 में इसे विश्व विरासत स्थल घोषित किया था. |
राजस्थान के पहाड़ी किले | राजस्थान राज्य में स्थित सिलसिलेवार स्थान। इसमें छह आलीशान किले– चितौड़गढ़, कुंभलगढञ, सवाई माधोपुर, झालवार, जयपुर और जैसलमेर हैं. यूनेस्को ने 2013 में इसे विश्व विरासत स्थल घोषित किया था. |
रानी– की– वाव (रानी की बावड़ी) पाटण, गुजरात | सरस्वती नदी के किनारे पर बनी रानी– की – वाव का निर्माण आरंभ में 11वीं शताबदी में एक राजा के स्मारक के तौर पर कराया गया था. यूनेस्को ने 2014 में इसे विश्व विरासत स्थल घोषित किया था. |
ग्रेट हिमालयन राष्ट्रीय उद्यान | यह भारत के हिमाचल प्रदेश राज्य के कुल्लु जिले में स्थित है. ग्रेट हिमालयन राष्ट्रीय उद्यान को 1999 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था. यूनेस्को ने 2014 में इसे विश्व विरासत स्थल घोषित किया था. |
नालंदा महाविहार (नालंदा विश्वविद्यालय), बिहार | बिहार में नालंदा पुरातत्व साइट सीखने का एक केंद्र और 13 वीं सदी के लिए 3 शताब्दी ईसा पूर्व से एक बौद्ध मठ था. यूनेस्को ने 2014 में इसे विश्व विरासत स्थल घोषित किया था. |
कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान | कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान या कंचनजंगा राष्ट्रीय उद्यान सिक्किम, भारत में स्थित एक राष्ट्रीय उद्यान और एक बायोस्फीयर रिज़र्व है. |
कैपिटल कॉम्प्लेक्स, चंडीगढ़ | चंडीगढ़ की राजधानी परिसर सहित कई देशों भर ली कार्बुजिए के वास्तुशिल्प काम आधुनिक आंदोलन के लिए उत्कृष्ट योगदान के हिस्से के रूप में एक विश्व विरासत स्थल के रूप में मान्यता दी गई थी. |
अहमदाबाद | गुजरात की 606 साल पुरानी सिटी अहमदाबाद अब विश्व धरोहर सिटी के नाम से जानी जाएगी. |
मुंबई की ‘विक्टोरियन गोथिक’ और ‘आर्ट डेको’ | मुंबई की ‘विक्टोरियन गोथिक’ और ‘आर्ट डेको’ यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की सूची में शामिल किया गया. यूनेस्को ने 2018 में इसे विश्व विरासत स्थल घोषित किया था. |