शराब के विरोध में ऊखीमठ -गोपेश्वर मंडल मार्ग पर छ: घंटों तक लगाया जाम

छलकते आंसुओं बीच महिलाओं ने किया प्रदर्शन
रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग जिले में शराब के विरोध में महिलाओं का आंदोलन तेज होता जा रहा है। धरना-प्रदर्शन के बाद महिलाएं अब चक्काजाम जैसे कदम उठाने को मजबूर हैं। ऊखीमठ पंचगांव की महिलाओं ने सोमवार को सडक़ पर उतरकर चक्काजाम किया और अपनी मांग पर अडि़ग रही। करीब छ: घंटे तक महिलाओं ने ऊखीमठ-चोपता-गोपेश्वर मंडल मार्ग पर जाम लगाये रखा और शराब के विरोध में सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
इस दौरान महिलाओं के आंखों से आंसू छलक पड़े और उन्होंने अपने गुस्से का इजहार करते हुए कहा कि शराब के नशे में युवा पीढ़ी बर्बाद होती जा रही है। सांय होते ही युवा नशे में धुत्त हो रहे हैं, जिससे घर का माहौल खराब होता जा रहा है। महिलाओं को समझाने के लिए एसडीएम साहब पहुंचे, मगर महिलाओं ने उनकी एक न सुनी। इसके बाद जिलाधिकारी रंजना वर्मा की वार्ता आंदोलित महिलाओं से कराई गई, जिसके बाद ग्रामीण महिलाएं मानी। महिलाओं के चक्काजाम करने से घंटों जाम की स्थिति भी बनी रही। जिससे चोपता जाने वाले पर्यटकों को काफी दिक्कतों से भी जूझना पड़ा।
भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गददीस्थल ऊखीमठ में स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान के विरोध में क्षेत्रीय गांवों की महिलाओं ने भारी संख्या में शराब की दुकान के आगे कुंड-चोपता-गोपेश्वर मार्ग पर घंटों तक जाम लगा दिया। बामुश्किल प्रशासनिक अधिकारियों के समझाने के बाद महिलाओं ने जाम खोला। महिलाओं ने चेतावनी देते हुये कहा कि यदि क्षेत्र में कही भी शराब की दुकान खोली जाती है तो आंदोलन को तेज करते हुये जिलाधिकारी कार्यालय में भूखहड़ताल शुरू की जायेगी।
सोमवार को पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के ऊखीमठ क्षेत्र की महिलाएं भारी संख्या में एकत्रित हुई और ऊखीमठ में स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान के आगे कुंड-चोपता-गोपेश्वर मोटरमार्ग पर चक्काजाम कर दिया।
आक्रोशित महिलाओं ने कहा कि किसी भी हाल में क्षेत्र में शराब की दुकान नहीं खोलने दी जायेगी। यदि जबरन शराब की दुकान खोली जाती है तो महिलाएं आत्महत्या करने के लिये मजबूर हो जाएंगी। क्षेत्र में शराब की दुकान खोलकर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। रोजगार देने की बजाय सरकार युवाओं का विनाश करने पर तुली है। प्रदेश सरकार मातृशक्ति का अपमान कर रही है। आंदोलित महिलाओं ने कहा कि शराब की दुकान के अंदर शराब की जो पेटियां हैं, उन्हें तत्काल यहां से हटाया जाय।
इस दौरान महिलाओं ने छ: घंटों तक कुंड-चोपता-गोपेश्वर पर घंटों तक जाम लगाये रखा। जिस कारण स्थानीय जनता के साथ ही चोपता-दुगलविटटा, देवरियाताल, गोपेश्वर आदि जाने वाले पर्यटकों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। मोटरमार्ग पर घंटों तक वाहनों की लंबी कतारे लगी रही। हजारों लोग भी चक्काजाम के कारण दिनभर परेशान रहे।
इस मौके पर सर्वेश्वरी देवी, सरिता देवी, सुरजी देवी, दीपा देवी, सरस्वती देवी सहित क्षेत्र की सैकड़ों महिलाएं मौजूद थे। वहीं मौके पर पहुंचे उप जिलाधिकारी देवानंद ने कहा कि महिलाओं को समझाने के प्रयास किये गये हैं। आंदोलित महिलाओं की जिलाधिकारी से वार्ता कराई जायेगी। इसके बाद जो भी निर्णय प्रशासन का होगा, उसके अनुसार कार्रवाई की जायेगी।