RUDRAPRAYAG

सवर्ण जाति के लोगों ने निकाला आरक्षण के विरोध में मशाल जुलूस 

  • विधायक भरत सिंह चौधरी से प्रदर्शनकारियों की नोकझोंक
  • सैकड़ों की संख्या में लोगों ने लिया भाग, केन्द्र सरकार को जमकर कोसा 
देवभूमि मीडिया ब्यूरो 
रुद्रप्रयाग । एससी-एसटी एक्ट में केन्द्र सरकार द्वारा किए गये संशोधन से नाराज सवर्ण जाति के आम जनों ने मशाल जुलूस निकाल कर अपना विरोध प्रकट किया। पूर्व घोषित कार्यक्रम के अनुसार व्यापारी, कर्मचारी एवं आम जन सैकड़ों की संख्या में विजयनगर पुल के पास जमा हुए। जहां से जुलूस की शक्ल में विजयनगर, अगस्त्यमुनि होते हुए थाने तक गये और वापस रामलीला मैदान में आकर जुलूश का समापन किया।
इस दौरान आन्दोलनकारियों ने केन्द्र सरकार एवं सामान्य वर्ग के विधायकों एवं सांसदों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जातिगत आरक्षण के खिलाफ पहली बार सामान्य वर्ग की इतनी भीड़ नजर आई। क्या बच्चे, क्या महिलायें, क्या बूढ़े सभी ने मशाल जुलूस में बढ़-चढ़कर प्रतिभाग किया। पहली बार देखने को मिला कि भीड़ का नेतृत्व कोई नहीं कर रहा था। केवल सोशल मीडिया पर ही इसका प्रचार प्रसार किया गया था, इसके बावजूद लोग अपने आप ही आन्दोलन में आये।
मशाल जुलूस में विक्रम झिंक्वाण, कालीचरण रावत, दलेब सिंह राणा, पृथ्वीपाल रावत, राजेन्द्र भण्डारी, हर्षवर्धन रावत, चन्द्र सिंह रावत, मनोज रौथाण, महादेव मैठाणी, माधुरी नेगी, सतेश्वरी रौथाण सहित सैकड़ों लोग थे। वहीं रुद्रप्रयाग जिला मुख्यालय में भी सवर्ण जाति के लोगों ने न्यू मार्केट से गुलाबराय तक मशाल जुलूस निकालकर केन्द्र सरकार के फैसले का विरोध किया। इस दौरान गुजर रहे विधायक भरत सिंह चौधरी से प्रदर्शनकारियों की नोकझोंक भी हुई।
प्रदर्शनकारियों ने कहा कि केन्द्र सरकार की गलत नीतियों के चलते सवर्ग वर्ग के लोग पिछड़ते जा रहे हैं। सभी धर्म जाति को समानता मिलनी जरूरी है। आरक्षण के चलते सवर्ग जाति के लोगों का शोषण किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पूंजी-पतियों के हाथों बिकी हुई सरकार को सवर्ग जाति के लोगों से कोई लेना-देना नहीं रह गया है। आगामी लोकसभा चुनाव में ऐसी सरकार को जड़ से उखाड़ फैंक दिया जायेगा। इस मौके पर राकेश मोहन, सच्चिदानंद सेमवाल, प्रवीन सेमवाल, सुनीत चैधरी, दीपांशु भट्ट, विक्रांत खन्ना, दिनेश बिष्ट, संजय सिंह सहित सैकड़ों की संख्या में सवर्ग जाति के लोग मौजूद थे। 

devbhoomimedia

डिस्क्लेमर (अस्वीकरण) : देवभूमि मीडिया.कॉम हर पक्ष के विचारों और नज़रिए को अपने यहां समाहित करने के लिए प्रतिबद्ध है। यह जरूरी नहीं है कि हम यहां प्रकाशित सभी विचारों से सहमत हों। लेकिन हम सबकी अभिव्यक्ति की आज़ादी के अधिकार का समर्थन करते हैं। ऐसे स्वतंत्र लेखक,ब्लॉगर और स्तंभकार जो देवभूमि मीडिया.कॉम के कर्मचारी नहीं हैं, उनके लेख, सूचनाएं या उनके द्वारा व्यक्त किया गया विचार उनका निजी है, यह देवभूमि मीडिया.कॉम का नज़रिया नहीं है और नहीं कहा जा सकता है। ऐसी किसी चीज की जवाबदेही या उत्तरदायित्व देवभूमि मीडिया.कॉम का नहीं होगा। धन्यवाद !

Related Articles

Back to top button
Translate »