CAPITAL
”आई चेंज माय सिटी चैलेंज” के तहत स्कूली छात्राओं ने रखी अपनी समस्याएं

- देहरादून के दस स्कूल के साथ मिलकर ”आई चेंज माय सिटी चैलेंज”
- आई चेंज माय सिटी चैलेंज में स्कूली छात्रों ने जानी देहरादून शहर की समस्याएं
देवभूमि मीडिया ब्यूरो

गति फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल ने बताया कि फाउंडेशन पिछले तीन महीने से देहरादून शहर के दस स्कूल के साथ मिलकर आई चेंज माय सिटी चैलेंज करवा रहा है । इस चैलेंज के तहत पिछले दिनों में शहर के विभिन्न स्कूलों के छात्र और छात्राओं से उनके आसपास की शहरी समस्याओं को लेकर जमीनी जाँच पड़ताल करवाई गयी थी । शहरी चैलेंज में हिस्सा लेने वाले स्कूली छात्रों ने सोमवार को नगर निगम में आयोजित कार्यक्रम में अपने अनुभव और समस्याएं निगमायुक्त के सामने रखी ।
पलटन बाजार स्थित सीएनआई स्कूल के छात्रों ने निगमायुक्त को बताया कि उनके स्कूल में टॉयलेट की समस्या है। बाहर के लोग स्कूल में आकर टॉयलेट का इस्तेमाल करते हैं जिससे टायलेट गंदा हो जाता है। निगमायुक्त ने कहा कि इस संबंध में स्कूल मैनेजमेंट से बात कर समस्या का समाधान किया जाएगा।
राजीवनगर के सिद्धार्थ पब्लिक स्कूल के छात्रों ने कहा कि उनके स्कूल के डस्टबिन में कूड़ा भरा रहता है। नगर निगम की गाड़ी कूड़ा उठाने नहीं आती। जोगदंडे ने कहा कि लोग कूड़ा अलग अलग करके दें। प्लास्टिक और इलेक्ट्रॉनिक कूड़े के लिए नीले और लाल रंग की गाड़ियों की व्यवस्था की गई है। उन्होंने जैविक कूड़े की समस्या के समाधान के लिए स्कूलों में कंपोस्ट पिट बनाने का आश्वासन दिया, हालांकि उनका कहना था कि इसका रखरखाव स्कूल के प्रबंधकों और बच्चों को खुद करना पड़ेगा।
शहंशाही स्कूल राजपुर रोड के छात्रों ने कहा की उनके स्कूल में एक ही डस्टबिन है एक और डस्टबिन की जरूरत है। निगमायुक्त ने दूसरा डस्टबिन लगवाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि शहर में कूड़ेदान कम करके घर से कूड़ा उठाने की व्यवस्था बनाई जाएगी। अगले कुछ सालों में यह व्यवस्था पूर्ण रूप से लागू कर दी जाएगी। उन्होंने कहा कि कूड़ा उठाने वालों को सम्मान देंगे तो समस्या काफी हद तक हल हो जाएगी। जीजीआईसी अजबपुर कलां की छात्राओं ने भी नगर निगम आयुक्त के सामने अपने स्कूल में कूड़ा निस्तारण संबंधी समस्या रखी। निगमायुक्त ने आश्वासन दिया कि जल्द ही समस्याओं का समाधान किया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान छात्रों को शपथ दिलाई गयी कि वे अपने घरों में सामान लाने के लिए पॉलिथीन का इस्तेमाल नहीं करेंगे, बल्कि अपने घर वालों को कपड़े का थैला साथ में ले जाने के लिए कहेंगे। निगमायुक्त ने इस कार्यक्रम की सराहना की और उम्मीद जताई की गति फाउंडेशन भविष्य में भी शहरी मुद्दों से स्कूली बच्चों को जोड़ने के लिए अभियान चलाएगा। उन्होंने सफाई के प्रति बच्चों को प्रेरित करने के लिए शार्ट फिल्म बनाने की जरूरत पर भी बल दिया। कार्यक्रम मे मुख्य नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर कैलाश जोशी, निगम अधिशासी अभियंता रचना पयाल ,गति से सूरज जैस्वाल, साहिल तोमर और अन्य लोग मौजूद थे ।