साथी के साथ मिलकर की थी सरोजनी की हत्या
-मुख्य आरोपी मुकेश पुलिस की गिरफ्त से बाहर
-आरोपी के साथी सत्येश को पुलिस ने किया गिरफ्तार
-पूछताछ में सत्येश ने किये दिल दहलाने वाले खुलासे
रुद्रप्रयाग । जिले के चर्चित सरोजनी हत्याकांड मामले में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया है। कोर्ट में पेश करने के बाद उसे पुरसाड़ी जेल भेज दिया गया है। हत्याकांड का मुख्य आरोपी फरार है, जिसकी खोजबीन के लिए पुलिस ने धरपकड़ शुरू कर दी है। पुलिस अधीक्षक ने हत्याकांड का खुलासा करने वाले टीम को पच्चीस सौ रुपये देने की घोषणा की है। उच्चाधिकारियों ने भी टीम को पुरस्कार देने की घोषणा की है।
पुलिस ने महिला के हत्याकांड में शामिल सत्येश उर्फ सोनू पुत्र दिल्लू लाल ग्राम कोठली, तहसील थराली को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने अपने जुर्म का इकबाल करते हुए बताया कि मुकेश थपलियाल पुत्र गीताराम निवासी, जयंती-कोठियाडा (जखोली) के साथ वह बीते अप्रैल 4/5 की रात्रि को महिला के घर पहुंचे। जहां, महिला को अकेले देखकर पहले सीढियों के पीछे छुप गए। जैसे ही महिला (सरोजनी देवी) बर्तन धोकर अंदर गई, तो दोनों भी पीछे से अंदर चले गए और सीधे उसका मुंह दबाकर जमीन पर गिरा दिया और हाथ व रस्सी से उसका गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद मुकेश के कहने पर शव को जलाया भी गया, मगर शव पूरी तरह से नहीं जला। ऐसे में अधजले शरीर को मकान के पीछे खेत में दबा दिया। घर में नकदी व जेबर चुरा लिए और शव को घर के पीछे खेत में दबाकर फरार हो गए। गिरफ्तार किए गए युवक के पास से पुलिस ने दो मोबाइल फोन, इकत्तीस सौ रुपये नकद, एक स्टील थर्मस, एक छाता, एक सोने की बाली वाला हार, एक जोड़ी पायल और एक सोने की अंगूठी बरामद की है। जांच दल में कोतवाली प्रभारी डीएस पंवार, चौकी प्रभारी जहांगीर अली, उप निरीक्षक राजेंद्र सिंह रौतेला, कांस्टेबल कुलदीप सिंह, कुंवर ङीएस रावत, राकेश सिंह शामिल हैं। इधर, पुलिस अधीक्षक मीणा ने बताया कि हत्याकांड का मुख्य आरोपी फरार है। अभी तक जो सूचना मिली है, उसके हिसाब से वह उत्तराखंड से बाहर दिल्ली में है।
विदित हो कि बीते पांच अप्रैल को विकासखण्ड जखोली की ग्राम पंचायत लिस्वाल्टा के ग्राम प्रधान के पति ने राजस्व पुलिस जखोली को गांव से एक महिला के लापता होने की सूचना दी थी। तब, राजस्व उप निरीक्षण ने गांव का निरीक्षण किया था, मगर महिला का पता नहीं लग पाया। खोजबीन के दौरान छः अप्रैल की सुबह सरोजनी देवी पत्नी त्रिलोक सिंह का शव घर के पीछे खेत में दबा मिला था। महिला के गले में रस्सी का निशान था और छाती पर धारदार हथियार से चोट की गई थी। यहां तक कि शव को जलाने का प्रयास भी किया गया था। तब, राजस्व पुलिस ने शव का पंचनामा कर केस रेगुलर पुलिस को हस्तांतरित करने की गुहार लगाई थी। सात अप्रैल को रेगुलर पुलिस को केस सौंपा दिया। एसपी पीएन मीणा ने सीओ अभय सिंह के नेतृत्व में जांच दल का गठन किया था, जो हर पहलु से मामले की जांच में जुटा था। इस दौरान पुलिस ने 24 लोगों से पूछताछ भी की थी। सरोजनी देवी हत्याकांड का मुख्य आरोपी मुकेश थपलियाल पर पूर्व में तीन हत्या के मामले दर्ज हैं। बीते वर्ष उसने अपने ही गांव जयंती की विमला देवी की बर्बरता से हत्या की थी, जबकि करीब आठ वर्ष पूर्व एक महिला और उसके पुत्र को मारने का आरोप भी उस पर है। विमला हत्याकांड में दो माह की जेल के बाद वह पिछले कुछ समय से जमानत पर रिहा था। हत्याकांड में शामिल गिरफ्तार किए गए युवक ने बताया कि मुख्य आरोपी के साथ मिलकर उन्होंने सरोजनी देवी की हत्या की योजना घटना के 22 दिन पहले बनाई थी। तब, दोनों महिला के घर गए थे। यहां मुख्य आरोपी ने महिला से उसके बड़े बेटे की जन्म पत्री रिश्तेदारी में एक लड़की के लिए मांगी। इस दौरान बातचीत करते हुए घर के बारे में पूरी जानकारी भी जुटा ली।