सूबे की जेलों में ठूंसे जा रहे हैं क्षमता से तिगुने अधिक कैदी
देहरादून : उत्तराखंड की कुल 11 जेलों में 4815 कैदी बंद है। हल्द्वानी उपकारागार में 260 कैदियों की क्षमता है लेकिन उससे तिगुने से अधिक 804 कैदी बंद है। उक्त खुलासा महानिरीक्षक कारागार कार्यालय द्वारा सूचना अधिकार के अन्तर्गत सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन को उपलब्ध करायी गयी सूचना से हुआ।
काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन ने उत्तराखंड में जेलों की क्षमता तथा उसमें बंद कैदियों की सूचना मांगी थी। इसके उत्तर मंे महानिरीक्षक कारागार उत्तराखंड कार्यालय के लोक सूचना अधिकारी/प्रधान सहायक ने अपने पत्रांक 1779 दिनांक 18 जनवरी 2018 से जेलों की स्वीकृत क्षमता तथा उसमें 15 जनवरी 2018 को बंद कैदियों की संख्या की श्री नदीम को उपलब्ध करायी है।
श्री नदीम को उपलब्ध सूचना के अनुसार उत्तराखंड की कुल 11 जेलों में 4815 कैदी बंद है जबकि स्वीकृत क्षमता केवल 3378 बन्दियों की है। इसमें केवल तीन जेलों को छोड़कर सभी जेलों में स्वीकृत क्षमता से अधिक कैदी बंद है। उपकारागार हल्द्वानी में तो स्वीकृत क्षमता 260 से तिगुने से भी अधिक 804 कैदी बंद है जबकि जिला कारागार देहरादून मेें स्वीकृत क्षमता 580 के दुगने से अधिक 1169 कैदी बंद है। हरिद्वार जिला जेल में 840 की स्वीकृत क्षमता की तुलना में 1190 कैदी बंद है। 150 कैदियों की क्षमता वाली जिला कारागार पौड़ी में 153 कैदी बंद है जबकि 71 कैदियों की क्षमता वाली जिला कारागार नैनीताल में 113 कैदी, 102 क्षमता वाली जिला कारागार अल्मोड़ा में 152 कैदी तथा 244 क्षमता वाली उपकारागार रूड़की में 364 कैदी बंद है। 512 कैदियों की क्षमता वाली उत्तराखंड की केन्द्रीय कारागार सितारगंज में 638 कैदी बंद है।
श्री नदीम को उपलब्ध सूचना के अनुसार उत्तराखंड में तीन जेले ऐसी भी है जहां स्वीकृत क्षमता से कम कैदी बंद है। इनमें जिला कारागार टिहरी, जिला कारागार चमोली तथा सम्पूर्णनन्द शिविर (खुली जेल) सितारगंज शामिल है। सितारगंज स्थित सम्पूर्णनन्द शिविर की क्षमता 300 कैदियों की है लेकिन यहां केवल 51 कैदी बंद है। पर्वतीय क्षेत्रों में स्थित टिहरी जिला जेल की क्षमता 150 है जबकि केवल 103 कैदी बंद है। इसी प्रकार चमोली जिला जेल की क्षमता 169 कैदियों की है जबकि इसमें केवल 78 कैदी ही बंद है।
उत्तराखंड में कुल 13 जिलों में से केवल सात जिलो में ही जिला जेल है जिसमें कुमाऊं के पिथौरागढ़, बोगेश्वर, चम्पावत तथा गढ़वाल के रूद्रप्रयाग, उत्तरकाशी जिलों में कोई जेल ही नहीं है। जबकि उधमसिंह नगर जिले में जिला जेल तो नहीं है लेकिन सितारगंज में उत्तराखंड की केन्द्रीय जेल तथा सम्पूर्वानन्द शिविर (खुली जेल) स्थित है। हरिद्वार व नैनीताल जिलो में जिला कारागार के अतिरिक्त एक-एक उपकारागार भी है। हरिद्वार में रूड़की तथा नैनीताल जिले में हल्द्वानी उपकारागार स्थित है।