भाजपा नेता के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा !

- मुकदमा वापस लेने का पुलिस और भाजपा नेता बना रहे दबाव !
- मेरे खिलाफ लगाए गए सभी आरोप झूठे निराधार : डाबर
देहरादून : भाजपा नेता और पूर्व प्रदेश प्रवक्ता विश्वास डाबर पर पुलिस ने कोर्ट से आदेश के बाद 79 लाख 43 हजार रुपये की धोखाधड़ी, गाली-गलौच और जान से मारने की धमकी देने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। इंस्पेक्टर कोतवाली बीबीडी जुयाल ने बताया कि मुकदमे की जांच धारा चौकी प्रभारी कुलदीप पंत को दी गई है। इसके बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। वहीँ भाजपा नेता विश्वास डाबर का कहना है कि अनुज ने दिसंबर 2012 में कांट्रेक्ट होने के बाद शुरुआत के साढ़े तीन साल तक निर्माण शुरू नहीं किया और एडवांस के तौर पर लाखों रुपये भी ले लिए। उनका कहना शिकायतकर्ता ने उनके साथ विश्वासघात किया और कई दस्तावेजों के साथ छेड़छाड़ तक की है। उनका कहना है धोखाधड़ी का मामला तो इनके खिलाफ मुझे दर्ज करना चाहिए था लेकिन मैंने संबंधों के कारण ऐसा नहीं किया । वहीँ उन्होंने कहा मुकदमा दर्ज कराने वालों के खिलाफ मेरे पास पर्याप्त साक्ष्य हैं, जिन्हें कोर्ट और पुलिस के सामने भी रखा जाएगा। वहीँ उन्होंने कहा कि मेरे खिलाफ लगाए गए सभी आरोप झूठे निराधार हैं और यह मेरी छवि ख़राब करने का षड्यंत्र है।
पुलिस के अनुसार, हाथीबड़कला के रविंद्रपुरी निवासी कांट्रेक्टर अनुज सिंघल ने बताया कि राजपुर रोड पर सेंट जोजफ एकेडमी के पास कॉमर्शियल कॉम्प्लेक्स निर्माण को लेकर भाजपा के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता विश्वास डाबर के साथ उनका करार हुआ था। कांट्रेक्टर ने बताया कि डाबर की तरफ से उन्हें दिए गए नक्शे के हिसाब से उन्होंने निर्माण पूरा किया। लेकिन, आरोप है कि डाबर एमडीडीए से पास नक्शे से इतर एक और मंजिल बनवाना चाहते थे। कांट्रेक्टर ने इससे इनकार किया तो उन्हें निर्माण की एवज में तय 79.43 लाख का भुगतान नहीं किया गया।
पुलिस के अनुसार अनुज के साथ गाली-गलौच की गई और धमकी भी दी गई। अनुज का आरोप है कि रकम भुगतान के लिए वह पुलिस से मदद मांगने गए तो उनकी एक नहीं सुनी गई। पीड़ित ने रकम पाने की उम्मीद में कोर्ट की शरण ली। अनुज की दलील पर कोर्ट ने कोतवाली पुलिस को आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी समेत बाकी धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के आदेश दे दिए। इसके बाद पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 420, 504 और 506 के तहत मुकदमा दर्ज किया है ।
शिकायतकर्ता के अनुसार, वर्तमान में वह निजी काम से गोवा गए हुए हैं। लेकिन, जब से आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है, इसके बाद से ही मुकदमा वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा है। इतना ही नहीं, अनुज को आशंका है कि सत्ता के दबाव के चलते पुलिस मुकदमे की जांच भी सही तरीके से नहीं करेगी। पीड़ित ने यह भी आरोप लगाया है कि आरोपी ने नक्शे के इतर एक मंजिल किसी दूसरे कांट्रेक्टर से बनवाई और उसका भी भुगतान कर दिया।