DEHRADUN : देशभर में 30 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं चालक को नींद आने के कारण होती रही है इसी तरह की दुर्घटनाओं पर नियंत्रण के लिए उत्तराखंड पेट्रोलियम विवि से बीटेक करने वाले लक्ष्य गुप्ता ने एक इलेक्ट्रानिक डिवाइस प्रोजेक्ट तैयार किया है। यह डिवाइस वाहन चलाते समय चालक को नींद या झपकी आने या काफी देर तक इधर-उधर न देखने पर अलार्म के माध्यम से वाहन चलाने वाले को अलर्ट करेगा। छात्रों द्वारा नए अन्वेषणों से सरकार को स्टार्ट अप योजना के तहत लगातार ऐसे ही प्रेरणादायक आइडिया मिल रहे हैं।
गौरतलब हो कि प्रदेश सरकार स्टार्ट अप के माध्यम से युवाओं के आइडिया को उद्योग का रूप देने के लिए वित्तीय प्रोत्साहन दे रही है। स्टार्ट अप नीति में सरकार ने प्रोजेक्ट तैयार करने, मशीनरी, मार्केटिंग आदि तमाम कार्यों के लिए वित्तीय सहायता देने का प्रावधान किया है। प्रदेश के विभिन्न उच्च शिक्षण संस्थानों में इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे युवाओं ने स्टार्ट अप के लिए सरकार को ऐसे कई प्रोजेक्ट के आइडिया दिए हैं। इन आइडिया के आधार पर बड़े पैमाने पर उत्पादन करने से न केवल लोगों की सुविधाएं मिलेगी, बल्कि प्रदेश में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने स्टार्ट अप के लिए चयनित युवाओं का प्रस्तुतीकरण देख कर उनके प्रोजेक्ट को सराहा है।
उत्तराखंड पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी से कंप्यूटर साइंस में बीटेक कर चुके लक्ष्य गुप्ता का कहना है कि प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में बढ़ते सड़क हादसों रोकने के लिए प्रथम वर्ष के दौरान ही दिमाग में डिवाइस तैयार करने का आइडिया आया। कंप्यूटर विजन टेक्नोलॉजी से स्लिप डिटेक्टर डिवाइस बनाने में कामयाबी मिली।
उन्होंने बताया इस डिवाइस का व्यापक स्तर पर प्रोडक्शन करना बिना बजट के संभव नहीं था। स्टार्ट अप के लिए इस आइडिया को अमबियो टेक्नोलॉजी कंपनी के नाम से पंजीकरण किया। इसे स्टार्ट अप में मान्यता मिल गई है। यह डिवाइस गाड़ी के स्टेयरिंग के साथ लगेगा। इसकी कीमत दो हजार रुपये तक होगी। वाहन चलाते समय यदि चालक को नींद या झपकी आ जाए या चालक काफी देर सामने न देख कर दूसरी तरफ देखता है तो इस डिवाइस अलार्म से अलर्ट करेगा। लक्ष्य के मुताबिक 30 प्रतिशत सड़क दुर्घटनाएं चालक को नींद आने के कारण हो रही है।