पहाड़ों में हो रही बारिश से बढ़ा गंगा का जलस्तर
ऋषिकेश : मंगलवार दोपहर को गंगा उफान पर रही। गंगा का जलस्तर एक लाख क्यूसेक प्रति सेकेंड तक पहुंच गया। अचानक जलस्तर में वृद्धि से गंगाघाट जलमग्न हो गए। पहाड़ में बारिश से पानी गदला होने के साथ पेड़ बहकर आ रहे है। मंगलवार दोपहर 12 बजे गंगा का जलस्तर 50 हजार से बढ़कर दुगना एक लाख क्यूसेक प्रति सेकेंड तक पहुंच गया।
अचानक जलस्तर में वृद्धि से स्नानघाट डूब गए। गंगा में पेड़ बहकर आने से राफ्टों की संख्या भी कम हो गई। स्वर्गाश्रम-रामझूला में मोटर वोट नावघाट की बजाय पुलिस गेस्ट हाउस से संचालित करनी पड़ी। जलस्तर बढ़ने पर घाट जलमग्न होने से यात्रियों को वोट से उतरने-चढ़ने में परेशानी होती है। यदि जलस्तर न घटा तो गंगा में राफ्टिंग पर रोक लग सकती है।
एसडीएम नरेन्द्रनगर लक्ष्मीराज चौहान ने बताया कि पहाड़ में लगातार बारिश से गंगा का जलस्तर बढ़ रहा है। पानी मटमैला होने के साथ पेड़ भी बहकर आ रहे है। इस लिए गंगा में राफ्टिंग में सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उधर गंगा का जलस्तर बढ़ने के साथ पेड़ बहकर आने से बैराज पर फ्लैशिंग की गई। अपराह्न तीन बजे से चीला शक्ति नहर बंद कर करीब आधा घंटे पूरा पानी गंगा में छोड़ा गया।