बता दे की पौड़ी जनपद के लैंसडाउन, श्रीनगर समेत यमकेश्वर में गुलदार के हमलों की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। अकेले लैंसडौन वन प्रभाग में पिछले तीन महीनों में अब तक गुलदार के हमले की 12 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। जिनमें महिलाओं से लेकर बच्चे तक शामिल हैं। तो वहीं अब जंगल से सटे कोटद्वार के इलाकों में भी गुलदार, अंधेरा होते ही कॉलोनियों में घुस जा रहे हैं। जिससे लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो चुका है।
Contents
बता दे की पौड़ी जनपद के लैंसडाउन, श्रीनगर समेत यमकेश्वर में गुलदार के हमलों की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। अकेले लैंसडौन वन प्रभाग में पिछले तीन महीनों में अब तक गुलदार के हमले की 12 घटनाएं सामने आ चुकी हैं। जिनमें महिलाओं से लेकर बच्चे तक शामिल हैं। तो वहीं अब जंगल से सटे कोटद्वार के इलाकों में भी गुलदार, अंधेरा होते ही कॉलोनियों में घुस जा रहे हैं। जिससे लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो चुका है।तो वही गुलदार के डर से लोग खौफ के साए में जिंदगी जीने को मजबूर हैं. लोगों ने सरकार से गुलदार को लेकर ठोस कदम उठाने की मांग की है. गुलदार के बढ़ते मामले में विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी ने भी चिंता जताई है। और उन्होंने कहा कि वन विभाग के अधिकारियों को मुस्तैदी से काम करने के निर्देश दिए गए हैं।तो पूरे मामले को लेकर DFO लैंसडौन दिनकर तिवाड़ी ने कहा कि जिन इलाकों में गुलदार ज्यादा दिखाई दे रहा हैं, उन इलाकों में वन कर्मियों की तैनाती की गई है।3 लोगों को बना चुका हैं निवाला बता दे की इलाके में गुलदार का आतंक काफी बढ़ता जा रहा है। आए दिन गुलदार मवेशियों से लेकर इंसानों पर हमला अब करते रहते हैं। पिछले तीन महीनों में गुलदार ने 3 लोगों को अपना निवाला बनाया है।नरभक्षी हो चुके 2 गुलदारों को वन विभाग की ओर से पकड़ कर रेस्क्यू सेंटर भेजा जा चुका है।