स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने जीएमएस रोड स्थित स्थानीय होटल में आयोजित भारतीय जनता पार्टी के एक दिवसीय मण्डल प्रशिक्षण वर्ग कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने प्रशिक्षण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि आज विशेष दिन है। आज विश्व पर्यटन दिवस के साथ ही बेटी दिवस भी है। प्रदेश में दोनों का ही विशेष महत्व है, एक ओर जहां पर्यटन राज्य के राजस्व का मुख्य स्त्रोत है वहीं नारी शक्ति राज्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रशिक्षण जीवन का एक अभिन्न अंग है। भाजपा का कार्यकर्ता एक प्रशिक्षित कार्यकर्ता होता है बहुत ही सोच समझ कर बोलने वाला कार्यकर्ता होता। आज यहां कार्यक्रम में वो लोग उपस्थित है जिन्होंने पार्टी को छोटे से स्तर से वर्तमान स्वरूप प्रदान किया है। आज हमारी पार्टी विश्व की प्रमुख पार्टी है और आज हमारी पार्टी का जो वर्तमान स्वरूप है उसको यहां तक पहुंचाने में हर एक छोटे से बड़े कार्यकर्ताओं का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि जहां तक पार्टी में प्रशिक्षण की बात आती है तो ध्येयवाद की बात सर्वप्रथम आती है, इसलिए कहा जाता है कि भाजपा कार्यकर्ता हमेशा ध्येयवादी होता है। हम सब पार्टी को गति देने का कार्य कर रहे हैं, हम सब उन कार्यकर्ताओं में शामिल है जिनपर पार्टी को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि राज्य सरकार ने राज्य में ग्रोथ सेंटर की शुरुआत की है, प्रदेश में 100 से अधिक ग्रोथ सेंटर प्रारंभ हो चुके हैं। सभी न्याय पंचायतों में एक-एक ग्रोथ सेंटर बनाए जा रहे हैं। सभी ग्रोथ सेंटरों का कॉन्सेप्ट अलग होगा। उन्होंने कहा कि वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली योजना के तहत बस खरीदने के लिए 50 प्रतिशत तक की सब्सिडी दी जा रही है। इन बसों का रोडवेज से अनुबंध करने की व्यवस्था भी की गई है। मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में पर्यटन के तहत हम 10 हजार मोटर बाईक देंगे। इसमें दो साल का ब्याज राज्य सरकार देगी। 25-25 किलोवाट के 10 हजार छोटे सोलर पावर प्रोजेक्ट की योजना मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत लाई गई है।
मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने अपने संबोधन में कहा कि सम्पूर्ण विश्व कोविड महामारी के दौर से गुजर रहा है। आज उत्तराखण्ड में अनेक नौजवान कठिन परिस्थितियों के कारण घर की ओर वापस लौटे हैं। उत्तराखंड के युवाओं को स्वरोजगार के लिए पर्याप्त अवसर मिले, इसके लिए राज्य में मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना शुरू की गई है। इस योजना में लगभग सभी प्रकार के कार्यों को शामिल किया गया है। स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। देवभूमि उत्तराखंड में स्वरोजगार की अपार संभावनाएं भी हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल आयुष्मान योजना में सभी परिवारों को 5 लाख की वार्षिक निशुल्क चिकित्सा सुविधा देने वाला उत्तराखण्ड देश का पहला राज्य है। देश के 22 हजार से अधिक अस्पतालों को इसमें शामिल किया गया है। अब तक 2 लाख 6 हजार मरीजों को मिला निःशुल्क उपचार किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों की भावनाआें का सम्मान करते हुए गैरसैंण को प्रदेश की ग्रीष्म कालीन राजधानी बनाया गया है। गैरसैंण में राजधानी के अनुरूप आवश्यक सुविधाओं के विकास पर ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रिवर्स पलायन के लिए सुनियोजित प्रयास किए जा रहे हैं। खेती एवं बागवानी के विकास के लिये किसानों को 3 लाख तथा महिला स्वयं सहायता समूहों को 5 लाख तक का ब्याजमुक्त ऋण उपलब्ध कराया जा रहा है।