SIT जांच की जद में आये व्यक्ति को बना डाला टिहरी जिले का समाज कल्याण अधिकारी !
15 लोगों से जूनियर कनिष्ठ अधिकारी बना जिला समाज कल्याण अधिकारी
देहरादून : भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की बात करने वाली भाजपा सरकार ने हरिद्वार में छात्रवृति घोटाले में SIT जांच की जद में आये अनिल कुमार सैनी को टिहरी जिले का समाजकल्याण अधिकारी तब बना डाला जब वरिष्ठता सूची में इससे ऊपर 15 अधिकारी पदोन्नति की बाट जोह रहे हैं।
मामले में प्रान्तीय सहायक समाज कल्याण अधिकारी परिषद् ने अपर मुख्य सचिव समाज कल्याण को पत्र लिखकर कहा है कि समाज कल्याण विभाग में जिला समाज कल्याण अधिकारियों के पदों पर शासन द्वारा जनजाति कल्याण विभाग के प्रधानाचर्या को जनपद उधम सिंह नगर का प्रभार दिया गया है। तथा साथ ही कुछ कनिष्ठ सहायक समाज कल्याण अधिकारियों को को भी प्रभारी के रूप में जिला समाज कल्याण अधिकारी का पद भार दिया गया है। जिससे विभाग में रोष व्याप्त है। पत्र में कहा गया है कि लोकसेवा आयोग से आये दो -दो अधिकारियों के बावजूद इन्हे अभी तक जिलों का प्रभार नही दिया गया है जबकि विभाग में काफी लम्बे समय से जिला समाजकल्याण अधिकारियों के चार पद रिक्त चल रहे हैं जसमे भी नियुक्ति नहीं की गयी है।
वहीँ विभाग में कनिष्ठ कार्मिकों को जिलों के प्रभार दिए जाने से विभाग की छवि धूमिल हुई है। इसी तरह हरिद्वार और देहरादून में कनिष्ठ सहायक समाज कल्याण अधिकारियों को जिलों का प्रभार दिया गया है वहीँ जनपद देहरादून में तो एक व्यक्ति को सेवनिवृति के बाद सेवा विस्तार देकर कार्मिकों के ऊपर बैठा दिया गया है. जबकि यहाँ भी लोकसेवा आयोग से आये अधिकारी खाली बैठाए गए हैं। परिषद् ने अपर मुख्य सचिव को चेतावनी देते हुए कहा है कि अन्यथा उन्हें भी न्यायालय की शरण में जाना पडेगा।
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार एसआईटी जांच के दायरे में फंसे अनिल कुमार सैनी को बीती रात ही हरिद्वार से कार्यमुक्त करते हुए टिहरी जिले का प्रभारी जिला समाज कल्याण अधिकारी बनाये जाने के आदेश दिए गए हैं जिसके बाद से ही समूचे उत्तराखंड के समाज कल्याण विभाग के कर्मचारियों में उबाल है।