नौ घंटे बाद खुला दिल्ली -यमुनोत्री हाईवे
देहरादून : पहाड़ों में लगातार बारिश आफत बनती जा रही है। मसूरी से आगे दिल्ली-यमुनोत्री हाइवे पर मलबा आने से सड़क बंद हो गई। करीब नौ घंटे बाद इस सड़क पर यातायात सुचारु हुआ। वहीं मसूरी-टिहरी मार्ग पर बाटाघाट के निकट भूस्खलन के मलबे में दबने से एक किशोरी की मौत हो गई।
मसूरी शहर में भारी बारिश के बाद बाटाघाट के पास छह माह पहले बना सड़क का पुश्ता गिर गया।इससे धनॉल्टी मार्ग पूरी तरह से बंद हो गया है। इस पुश्ते के नीचे ओमप्रकाश थापा का घर था। रात को पुश्ता दरकने की आवाज़ से वह बाहर भागे लेकिन चार लोगों के परिवार में दीपिका घर के अंदर ही फंसी रह गई।आईटीबीपी के असिस्टेंट कमाडेंट यूएस नौटियाल के अनुसार मलबा बहुत ज़्यादा था जिसे निकालने में करीब चार घंटे का समय लग गया और बच्ची को बचाया नहीं जा सका।
गत रात सुमनक्यारी व खरसौन क्यारी के बीच दिल्ली यमुनोत्री मार्ग भूस्खलन से बंद हो गया। करीब नौ घंटे बाद इस मार्ग से सुबह के समय मलबा हटाया गया। इससे यमुनोत्री जाने वाले यात्री भी रास्ते में ही रुके रहे।
वहीं मसूरी-टिहरी मार्ग पर बाटाघाट के निकट पुश्ते का मलबा मकान पर गिर गया। इससे 16 साल की दीपिका थापा पुत्री ओमप्रकाश थापा की दबने से मौत गई। घटना आधी रात के बाद करीब ढाई बजे की है। इस दौरान परिवार के अन्य तीन सदस्यों ने भागकर जान बचाई। एसडीआरएफ की टीम को मलवे से शव निकालने में करीब चार घंटे लगे।