हिमालयन हॉस्पिटल (HIHT) में 23 व 24 मार्च को टीबी जागरुकता स्वास्थ्य शिविर
24 मार्च को विश्व टीबी दिवस के उपलक्ष्यम में स्वास्थ्य जागरुकता अभियान
हॉस्पिटल में छाती एवं श्वास रोग (पल्मोनेरी मेडिसिन) विभाग की दो टीमें गठित
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : हिमालयन हॉस्पिटल के छाती एवं श्वास रोग विभागाध्यक्ष डॉ.राखी खंडूरी ने बताया कि विश्व में प्रतिवर्ष 14 लाख मौतें टीबी (तपेदिक) से होती है। उनमें से एक-चौथाई से अधिक मौतें अकेले भारत में होती हैं। हमारे देश में रोजाना लगभग 1000 लोगों की मौतें टीबी के कारण हो जाती है।
हिमालयन हॉस्पिटल की डॉ.राखी खंडूरी ने बताया कि 24 मार्च को विश्व टीबी दिवस है। विश्व टीबी दिवस को मनाए जाने के पीछे कारण है लोगों को इस रोग की गंभीरता को लेकर जागरुक करना। भारत में टीबी से डॉक्टर्स सालों से लड़ने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन इस लड़ाई में असली जान तभी आएगी जब लोग जागरुक होंगे।
डॉ.वरुणा जेठानी ने बताया कि इसी कड़ी में हिमालयन हॉस्पिटल जॉलीग्रांट में 23 व 24 मार्च को दो दिवसीय टीबी स्वास्थ्य जागरुकता शिविर आयोजित किया जा रहा है।
23 से 24 मार्च को एक्स-रे में 50 फीसदी छूट
हिमालयन हॉस्पिटल जौलीग्रांट की ओर से टीबी जागरुकता को लेकर विशेष अभियान चलाया जाएगा। 23 मार्च से 24 मार्च 2021 तक दो दिवसीय टीबी जांच व जागरुकता स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जा रहा है। शिविर में आए मरीजों को एक्स-रे में 50 फीसदी छूट दी जाएगी।
शिविर को सफल बनाने के लिए हेल्थ टीम गठित
हिमालयन हॉस्पिटल जॉलीग्रांट में टीबी स्वास्थ्य जांच व जागरुकता शिविर को सफल बनाने के लिए दो टीमें गठित की गई हैं। 23 मार्च को डॉ.राखी खंडूरी के नेतृत्व में डॉ.सुचिता पंत, डॉ.दीपेन शर्मा, डॉ.संकेत, डॉ.सुशांत, डॉ.कनुप्रिया रहेंगी जबकि 24 मार्च को डॉ.वरुणा जेठानी के नेतृत्व में डॉ.मनोज, डॉ.निशांत, डॉ.कुमार, डॉ.मानवेंद्र सेवा देंगी।
टीबी मरीजों के उपचार लिए राज्य का एकमात्र डीआरटीबी सेंटर
हिमालयन हॉस्पिटल जॉलीग्रांट में डीआर टीबी (ड्रग रेसिस्टेंट) सेंटर स्थापित है। यह उत्तराखंड का एकमात्र डीआर टीबी सेंटर है। बीते 10 वर्षों में डीआर टीबी सेंटर में टीबी के सबसे घातक रुप माने जाने वाली एमडीआर टीबी के रोगियों का भी उपचार किया जा रहा है।
क्या है टीबी : टूयूबर क्लोसिस जो कि बैक्टीरिया जीवाणु माइकोबैक्टीरियम टयूबरक्लाई से होता है। टीबी एक संक्रामक रोग है जो शरीर के हरएक अंग को प्रभावित करता है।
टीबी के कारण व लक्षण : बुखार, खांसी, छाती में दर्द होना, वजन कम होना व खून वाली खांसी होना।