UTTARAKHAND

तपोवन त्रासदी : रैंणी-तपोवन में 14वें दिन तक मिले 62 शव 142 की अब भी तलाश

25 लोगों की भी जान बचाने वाली मंगशीरी देवी को पांच लाख रुपए देकर सम्मानित करेगी सपा  

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

देहरादून : रैंणी और तपोवन क्षेत्र में शवों की खोजबीन का काम शनिवार को 14वें दिन भी जारी है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि आपदा में लापता 206 लोगों में से अब तक 62 लोगों के शव और 28 मानव अंग बरामद किए जा चुके है। तपोवन सुरंग से 13 शव निकाले जा चुके हैं। अभी भी 142 लोग लापता हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने घोषणा की है कि चमोली आपदा के दौरान जिस जागरुक मां मंगशीरी देवी ने जल प्रलय के दौरान अपने बेटे की ही नहीं, बल्कि 25 और लोगों की भी जान बचाई उसे समाजवादी पार्टी पांच लाख रुपये से सम्मानित करेगी। वहीं समाजवादी पार्टी ने उतर प्रदेश सरकार से हादसे में लापता निवासियों के परिवारों को 20-20 लाख का मुआवज़ा देने की मांग की है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस बावत अपने ट्ववीट से यह जानकारी साझा की है। 

उल्लेखनीय है कि सात फरवरी के दिन जब ऋषिगंगा से होकर तपोवन में जो जलप्रलय आई थी और एनटीपीसी जलविद्युत परियोजना में वाहन चालक का काम करने वाले 27 वर्षीय विपुल कैरेनी बैराज पर काम कर रहे थे। इस दौरान ऋषिगंगा  में आते सैलाब को देख  विपुल की मां मंगसीरी देवी ने  विपुल को फाेन कर आपदा के बारे में कई बार फ़ोन कर चेतावनी दी थी। जिसके बाद विपुल और उनके कई साथी वहां से भागे और उनकी जान बच गई। मंगसीरी देवी की जागरूकता और तत्परता से उसके पुत्र के साथ काम कर रहे 25 लोगों की जान बच गई थी। मिली जानकारी के अनुसार विपुल का गांव ऊंचाई पर है और सात फरवरी को जब ऋषिगंगा से होते हुए धौली गंगा में सैलाब आ रहा था उस वक़्त मंगसीरी देवी अपने घर के बाहर काम कर रही थीं। विपुल के साथियों का मानना है अगर समय रहते उसकी मां ने धौलीगंगा में सैलाब आने की चेतावनी नहीं दी होती तो उसके पुत्र विपुल सहित उन सभी 25 लोगों की मौत हो चुकी होती।

आपदा प्रभावित क्षेत्रों से मलबे में लोगों की खोज की जा रही है। रैणी में धौली गंगा और ऋषिगंगा के संगम स्थल पर मलबे में भी खोज की जा रही है। रेस्क्यू टीमें ऋषिगंगा में जेसीबी की मदद से रैणी गांव के निचले हिस्से में मलबा हटाने में जुटी हैं। शनिवार को ऋषिगंगा में आई आपदा को आज 14 दिन हो गए हैं। सुरंग से मलबा निकालने का कार्य जारी है। सुरंग से बार-बार पानी का रिसाव हो रहा है। जिससे मलबा साफ करने में परेशानी आ रही है। रैणी में भी मलबे में शवों को खोजने का कार्य जारी है। 

शुक्रवार को डीएम ने बताया कि गुरुवार देर शाम एक शव टीएचडीसी हेलंग स्थित निर्माण स्थल बरामद किया गया। अभी तक कुल 34 की शिनाख्त हो चुकी है। जबकि 142 लोग लापता हैं। शुक्रवार को 2 मानव अंगों का अंतिम दाह संस्कार भी किया गया। रैणी ऋषिगंगा पावर प्रोजेक्ट, तपोवन में विष्णुगाड हाइड्रो प्रोजेक्ट एवं नदी तटों के आसपास लापता व्यक्तियों की खोजबीन जारी है।

जिलाधिकारी स्वाति भदौरिया ने बताया कि, प्रभावित क्षेत्रों में संचालित स्वास्थ्य शिविरों में अब तक 2025 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। प्रभावित परिवारों को 553 राशन किट वितरण के अतिरिक्त तोपोवन और रैणी में संचालित राहत शिविरों में अब तक 7310 लोगों को भोजन कराया गया। आपदाग्रस्त क्षेत्रों में क्लोरीनेशन के उपरान्त पेयजल आपूर्ति सुचारु है।

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