तहसीलदार पर चोटें आने के बाद तहसीलदार ने खनन माफियाओं के खिलाफ कोतवाली में दर्ज करवाया मुकदमा
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
कोटद्वार । वन मंत्री हरक सिंह रावत की विधानसभा क्षेत्र कोटद्वार में अवैध खनन का कार्य जोरो पर चल रहा है जिसकी शिकायत स्थानीय निवासियों से लेकर कई समाजसेवी कर चुके है। शिकायत के बाद प्रशासन द्वारा लगातार कार्यवाही भी की जा रही है किंतु खनन माफिया अवैध खनन करने से बाज नही आ रहे है।
धड़ल्ले से खनन नियमों की धज़्ज़ियाँ उडाने वाले खनन माफिया पहले भी शासन की आड़ में अधिकारियो पर इतना दबाव बना चुके हैँ की शासन की कार्यवाहियां खानापूर्ति तक सीमित रह गयी थी l केवल डम्पर मालिकों की आपसी रंजिश के चलते बीच बीच में शासन द्वारा विरोधी गुट वाहनों के चालान कराने के प्रयास खनन माफियाओं द्वारा कराये गए l खनन के डम्परों पर सख्त कार्यवाही करने वाले परिवहन विभाग के अधिकारी को खनन माफियाओं ने पहले ही पौड़ी भिजवा दिया l
स्थानीय प्रशासन और खनन माफियाओं की जुगलबंदी ने खनन माफियाओ के हौसले भी इतने बुलंद कर दिए हैं कि वे अब बेधड़क प्रशासन की टीम पर ही जानलेवा हमला कर रहे है। रविवार सायं तहसील कोटद्वार क्षेत्र के सुखरौ नदी में अवैध खनन रोकने गए तहसीलदार और उनकी टीम पर खनन माफियाओं ने दुस्साहस भरा जानलेवा हमला कर दिया।जिसमें तहसीलदार पर चोटें आई है। जिसके बाद तहसीलदार ने खनन माफियाओं के खिलाफ कोतवाली में मुकदमा दर्ज करवाया है।
तहसीलदार विकास अवस्थी ने बताया कि खूनीबढ़ में स्थानीय लोगों की शिकायत पर बीती देर रात को सुखरौ नदी में हो रहे अवैध खनन रोकने के लिए उपजिलाधिकारी के निर्देश पर टीम रवाना हुई। जैसे ही उनकी टीम नदी क्षेत्र में पहुंची, तभी खननकारियों ने टीम पर पथराव करना शुरू कर दिया। जिसमें उन्हें स्वयं हल्की चोटे आई है।
तहसीलदार की शिकायत पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दो खननकारियों को मौके से गिरफ्तार किया जो खूनीबड़ निवासी शुभम रावत व ऋषभ है। हालांकि, इस दौरान 20 से 25 खननकारी अंधेरे का फायदा उठाते हुए मौके से भागने में सफल रहे।