चंद्रताल झील में तैराकी पर प्रतिबंध के बावजूद पर्यटकों की मनमानी, स्थानीय आस्था और नियमों का उल्लंघन

स्पष्ट प्रतिबंध के बावजूद, पर्यटक पवित्र चंद्रताल झील में तैरते पाए गए, जिससे न केवल नियमों की अनदेखी हुई बल्कि स्थानीय लोगों की भावनाओं का भी अपमान हुआ।
चंद्रताल झील, जो अपनी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक महत्ता के लिए पूजनीय है, वहां पर्यटक लगातार तैराकी पर लगाए गए स्पष्ट प्रतिबंधों का उल्लंघन कर रहे हैं।
हालांकि झील के किनारे लगे साइनबोर्ड पर साफ़ तौर पर लिखा है कि धार्मिक आस्था और पर्यावरणीय कारणों से तैराकी निषिद्ध है, फिर भी कुछ पर्यटक खुलेआम इस नियम की अवहेलना करते नजर आ रहे हैं।
प्रशासन कई बार इस तरह की हरकतों के खिलाफ चेतावनी दे चुका है, साथ ही डूबने के खतरे और पवित्र जल को प्रदूषित करने से होने वाले पारिस्थितिक नुकसान पर भी प्रकाश डाला है।
स्थानीय रीति-रिवाजों और सुरक्षा मानकों की इस तरह की खुली अनदेखी से नाराज़गी फैल गई है, और अब नियमों के कड़े पालन और उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई की मांग की जा रही है।