महिलाओं का पूरे प्रदेश में शराब के विरोध में धरना -प्रदर्शन

देहरादून : शराब के विरोध में महिलाओं के तेवर बरकरार हैं। चमोली जिले के गैरसैंण में गुपचुप शराब की दुकान खोले जाने की सूचना पर क्षेत्र की महिलाओं ने रतजगा किया। पूरी रात बदरीनाथ हाईवे पर डटी रहीं। रुद्रप्रयाग जिले में गौरीकुंड हाईवे पर सान्द्र गांव में महिलाओं ने लाठी-डंडों के बल पर शराब की दुकान बंद कराई। चार पेटी बीयर भी उन्होंने तोड़ दी।
इलाके में शराब की दुकान न खुलने देने के लिए महिलाओं ने मोर्चा खोला हुआ है। उन्हें सूचना मिली कि गैरसैंण नगर से लगभग एक किलोमीटर दूर बदरीनाथ हाईवे पर रातोंरात शराब की दुकान का निर्माण करने की योजना बनी है। इस पर रात आठ बजे ग्वाड़मल्ला, पटोडी, डांगीधार व ग्वाड़तल्ला की महिलाएं काफी संख्या में उक्त स्थल पर एकत्र हुई और नारेबाजी करने लगीं।
इस बीच जिला प्रशासन ने उपजिलाधिकारी एस परमार और थानाध्यक्ष आरएस नेगी को मौके पर भेजा। महिलाओं का कहना था कि व्यापारी यहां पर दुकान का निर्माण कराने का प्रयास कर रहा है, वह ऐसा नहीं होने देंगी। अधिकारियों ने प्रदर्शनकारी महिलाओं को आश्वस्त किया कि ऐसा कुछ नहीं हैं। अगर ऐसा हुआ तो संबंधित के खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
मानमनोव्वल के बाद भी आंदोलकारी महिलाएं वहां से हटने को तैयार नहीं हुर्ई। उनकी पुलिस के साथ नोकझोंक भी हुई। रविवार सुबह 6 बजे तक महिलाएं राजमार्ग पर ही डटी रहीं। इनमें पूर्व प्रमुख जानकी रावत, महिला मंगल दल अध्यक्ष मकना देवी, सावित्री देवी, गौरी देवी, लक्ष्मी देवी, शांती देवी, बलवीर सिंह, पुष्कर सिंह प्रमुख रूप से शामिल थे।
उधर, रुद्रप्रयाग जिले के सान्द्र गांव की महिलाएं दोपहर प्रधान कमला देवी के नेतृत्व में लाठी डंडे लेकर शराब की दुकान पर पहुंचीं। उन्होंने वहां रखी शराब और बीयर बाहर निकलवा दी, इनमें से चार पेटी तोड़ डाली। महिलाएं का कहना था कि गांव के आसपास शराब का ठेका नहीं खुलने दिया जाएगा। प्रदर्शनकारियों में प्रधान कमला देवी, सुशीला, अनिता देवी, सीमा, कमलेश्वरी देवी आदि शामिल थीं।
चमोली जिले के कर्णप्रयाग में नगर पालिका की पार्किंग सुरक्षा दीवार पर अंग्रेजी शराब की दुकान बनाने का विरोध दूसरे दिन भी जारी रहा। महिलाओं ने शराब की दुकान खोले जाने को लेकर विरोध के दौरान बनी सीढिय़ों को तोड़ दिया था।
पुरोला के मोरी के आराकोट क्षेत्र के मोरी के बंगाण क्षेत्र महिला मंगल दल अध्यक्ष कांता देवी के नेतृत्व में महिलाओं ने टिकोची सेब बागिचों में धावा बोल कर आधा दर्जन शराब की भट्टियां तोड़कर सैकड़ों लीटर लहन, शराब को नष्ट किया।
धरना दिया
वहीँ नई टिहरी जिले के मैराफ, छोलगांव, स्वाती, मंथल, नंदगांव, मठियाली आदि गांवों की महिलाओं ने पीपलडाली में शराब की दुकान के विरोध में धरना शुरू कर दिया है। धरना देने वालों में सोहन सिंह राणा, प्रधान कमला खरोला, हुमा देवी, मकानी देवी, रेखा देवी, कांत देवी, भरोशी देवी, रूशना देवी आदि शामिल थे।
श्रीनगर में शराब दुकान के विरोध में चल रहा आंदोलन सोमवार को 16 वें दिन भी गौतीर्थाश्रम परिसर के समीप जारी रहा। धरना स्थल पर आयोजित बैठक में निर्णय लिया कि इसी मुद्दे को लेकर 25 अप्रैल मंगलवार को मुख्यमंत्री से मिलने आंदोलनकारियों का एक शिष्टमंडल बुघाणी जाएगा। इससे पूर्व गंगा आरती समिति के अध्यक्ष प्रेमबल्लभ नैथानी के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी पौड़ी मिला।