Environment
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UTTARAKHAND
ब्रह्मांड में अरबों आकाशगंगाएं हैं। इन आकाशगंगाओं में कई ग्रह हैं, हालांकि, केवल एक ही पृथ्वी है।
ब्रह्मांड में अरबों आकाशगंगाएं हैं। इन आकाशगंगाओं में कई ग्रह हैं, हालांकि, केवल एक ही पृथ्वी है। वर्तमान में, पृथ्वी…
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VIEWS & REVIEWS
प्रकृति में सदभावना के लिए आवश्यक है पर्यावरण संरक्षण
प्रसिद्ध वैज्ञानिक विलियम रूकेल्सहॉस के कथनानुसार प्रकृति दोपहर का भोजन तभी मुफ्त करती है जब हम अपनी भूख को नियंत्रित…
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FEATURED
पर्यावरण संरक्षण की चिंताओं के बीच बढ़ रहा है इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति रुझान
भारत समेत पूरी दुनिया में इलेक्ट्रिक वाहनों को लेकर आकर्षण बढ़ रहा है मगर विशेषज्ञों का मानना है कि इस…
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FEATURED
पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली के लिए आवश्यक है पर्यावरण संरक्षण
कमल किशोर डुकलान देवभूमि मीडिया ब्यूरो। कोविड संक्रमण के इस नाजुक दौर में स्वस्थ एवं सुरक्षित पर्यावरण के बिना…
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UTTARAKHAND
धरती बचाने को पर्यावरण संरक्षण अहम-त्रिवेंद्र सिंह रावत
देवभूमि मीडिया ब्यूरो । पर्यावरण को लेकर आज पूरी दुनिया चिंतित है और इसके संरक्षण के लिए निरंतर प्रयास हो रहे हैं। भारत समेत दुनिया के सभी बड़े राष्ट्र आगामी पीढ़ी को एक संतुलित, स्वच्छ और स्वस्थ पर्यावरण सौंपने के प्रयासों में जुटे हैं। पर्यावरण के क्षरण ने जलावायु परिवर्तन और ग्लोबल वार्मिंग की चिंता पैदा की है। इससे न केवल संपूर्ण मानव जाति बल्कि तमाम जीव जंतुओं और वनस्पति के अस्तित्व पर संकट के बादल गहरा गए हैं। पूरी दुनिया पर्यावरण के संरक्षण में जुटी है और भारत भी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में इसमें अतुलनीय योगदान कर रहा है। वैश्विक स्तर पर घट रही प्राकृतिक आपदाएं स्पष्ट संकेत दे रही हैं कि पर्यावरण की स्वच्छता को बनाये रखने के लिए अविलंब ठोस कदम उठाने होंगे। श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत कहते हैं कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री रहते हुए पर्यावण का संरक्षण मेरी प्राथमिकताओं में शीर्ष पर रहा। इसके लिए हमने अपने राज्य में कई कार्यक्रम भी किये जिनमें हिमालय दिवस और हरेला जैसे पर्वों पर किये गये कार्यक्रम भी शामिल हैं। पर्यावरण संरक्षण का दायित्व हम सभी का है। इसके संरक्षण के लिए यहां की संस्कृति, नदियों व वनों का संरक्षण जरूरी है। हमने बड़े पैमाने पर प्रदेश में वृक्षारोपण के लिए कार्यक्रम किए और चार साल के कार्यकाल में इसे जन आंदोलन का रूप देते हुए समाज के सभी वर्ग, संगठन, पर्यावरणविद्द, बच्चे, बुजुर्ग, युवा, महिलाएं, छात्र, किसान व कामगारों के साथ मिलकर देवभूमि को ईको फ्रैंडली स्टेट बनाने के लिए हर साल एक करोड़ से अधिक पौधे लगाए। पॉलिथीन के प्रयोग के साथ सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रयोग को भी हमनें सख्ती से रोका और उत्तराखंड में प्लास्टिक और थर्मोकोल के उपयोग पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया। ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण स्थित विधानभवन को ई-विधानसभा बनाने के संकल्प के साथ पर्यावरण संरक्षण के लिए ई-कैबिनेट शुरू की गई। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण की तरफ ठोस कदम उठाने के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सदैव प्रेरित किया है। उन्होंने स्वयं पूरी दुनिया को पर्यावरण क्षरण से होने वाले नुकसान से कई बार सचेत किया है और उनकी पहल पर वैश्विक स्तर पर देशों को एकजुट होने में सफलता भी मिली है। इसके लिए उन्हें संयुक्त राष्ट्र का सर्वोच्च पर्यावरण पुरस्कार चैंपियंस ऑफ द अर्थ अवॉर्ड, दक्षिण कोरिया के सियोल शांति पुरस्कार, अमेरिका के फिलिप कोटलर प्रेजिडेंशियल, बहरीन का तीसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान से द किंग हमाद ऑर्डर ऑफ द रेनेसां तथा सेरावीक वैश्विक ऊर्जा और पर्यावरण नेतृत्व पुरस्कार जैसे कई अंतरराष्ट्रीय सम्मानों से नवाजा जा चुका है। प्रधानमंत्री का लक्ष्य आगामी पीढ़ी को एक बेहतर धरती प्रदान करना है जहां उन वनस्पतियों और जीवों की सुरक्षा सुनिश्चित हो जिनसे ये धरती फल-फूल रही है। श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत कहते हैं कि पर्यावरण संरक्षण के लिए हमने पहाड़ों की रानी मसूरी में सभी हिमालयी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ हिमालयन कांक्लेव का आयोजन कर के मसूरी संकल्प पारित किया था। इसमें उन सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों व प्रतिनिधियों ने हिमालय के पर्यावरण के संरक्षण का संकल्प लिया था। अगर हम प्राकृतिक संसाधनों के दोहन की परवाह नहीं करेंगे तो प्रकृति भी इस नुकसान की भरपाई भी दंड स्वरूप हमसे से ही करेगी। हम लोग प्रकृति के बेहद नजदीक हैं। प्राकृतिक आपदाएं जैसे बाढ़ आना, अकाल पड़ना, अधिक वर्षा, भूस्खलन होना, भूकंप इसके कई उदाहरण देखे जा सकते हैं द्य हमारे पूर्वजों ने वृक्षों को बचाने के लिए अनवरत प्रयास किये और हमारी पीढ़ी को स्वस्थ सुरक्षित पर्यावरण प्रदान करने मे सहयोग किया। आज पर्यावरण दिवस है। आइए हम संकल्प लें कि हम आने वाले हर दिन को पर्यावरण दिवस के रूप में स्वीकार करेंगे और अपने आसपास के पर्यावरण को सुरक्षित रखने की दिशा में काम करेंगे। यही संकल्प आने वाली पीढ़ीयों को हमारी तरफ से सबसे अच्छा उपहार होगा। जल, वायु, वनस्पति, जीव जंतु और पूरी धरती को सुरक्षित रखना ही पर्यावरण को स्वच्छ बनाये रखने की दिशा में अहम कदम होगा। हमारे यही प्रयास पृथ्वी को भी सुरक्षित बनाये रखने में अहम भूमिका अदा करेंगे।
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FEATURED
प्रकृति के संरक्षण से ही होगा पर्यावरण संरक्षित
मौजूद प्राकृतिक संसाधनों का बेतरतीब दोहन ही प्रकृति और पर्यावरण के साथ ज्यादती की असल वजह कमल किशोर डुकलान प्रकृति…
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World News
कोयला बिजली प्लांट ट्रम्प के नेतृत्व में ओबामा काल से ज़्यादा हुए रिटायर
चिंताजनक : चीन में साल 2020 में 38.4 गीगावॉट के नए कोयला संयंत्रों को कमिशन किया गया देवभूमि मीडिया ब्यूरो …
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World News
दुनिया के कई बड़े नाम हुए कोयले से स्वच्छ ऊर्जा की ओर बढ़ने के लिए एकजुट
Powering Past Coal Alliance (PPCA) के ग्लोबल समिट के लिए दुनिया भर के प्रमुख नाम हुए एकजुट देवभूमि मीडिया ब्यूरो …
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FEATURED
क्लीन एयर प्रोग्राम के तहत किए गए पौधारोपण ख़राब प्लैनिंग का शिकार, ज़्यादातर हुए बेकार
लीगल इनिशिएटिव फॉर फॉरेस्ट एंड एनवायरमेंट (LIFE) का एक अध्ययन भारतीय शहरों में राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम (NCAP) के तहत…
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FEATURED
जब बदल रहे जल,जंगल,जमीन के मायने तो कैसे बचेगा पर्यावरण ?
भौगोलिक विषमतायुक्त राज्य में असुरक्षित पर्यावरण के कारण प्राकृतिक संघर्ष की बढ़ती ही जा रही हैं घटनाएं डॉ. प्रकाश उप्रेती …
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