पुरुष-प्रधान कार्यों में अब महिला छायाचित्रकारों की क्रांति का समय : भूमेश भारती
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर उत्तरा आर्ट गैलरी में बतौर मुख्य अतिथि IPS अधिकारी, श्वेता चौबे एवं विशिष्ट अतिथि बीना भट्ट, निदेशक – संस्कृति विभाग ने ‘स्टोरीज़ थ्रू हर लेंस’ छायाचित्र प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। ‘स्टोरीज़ थ्रू हर लेंस’ प्रदर्शनी में 20 महिला छायाचित्रकार विभिन्न विषयों पर छायाचित्रों का प्रदर्शन किया।
पुलिस अधिकारी श्वेता चौबे ने इस आयोजन का रिबन काटकर उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने मौक़े पर’Colored leaf’ Photography organization को बधाई दी और उत्तराखंड के गढ़वाल और कुमाऊँ में कार्यरत ख्याति प्राप्त महिला छायाचित्रकारों के कार्य को प्रोत्साहन देने के लिए संस्था की प्रशांशा की। वहीं संस्कृति विभाग की निदेशक बीना भट्ट ने ‘कलर्ड लीफ़’ के सामाजिक योगदान कि सराहना की।
गैलरी में विख्यात महिला छायाचित्रकार आद्या भार्गव, अमिता आहूजा, अमृता जीना, अर्चना घिड़ियाल, चिनार शर्मा, डाक्टर किरण सूद, गरिमा सिंह, कविता ख़वर, ख्याति गुप्ता, किम्मी पाल, मीनाक्षी, रेखा गिरी, रुचि सिंह राओ, सरभ गांधी, शिवानी गुसाँई, सोना धीर कुकरेती, सुरभि सपरा, उर्वशी बी., वर्षा पठानिया एवं शेफाली नेगी अपने छायाचित्रों का प्रदर्शन करेंगी।
प्रदर्शनी संचालक, Photographar भूमेश भारती ने बताया कि ऐसे कार्यक्रम Female upliftment के लिए काफ़ी ज़रूरी हैं। उन्होंने कहा कि फ़ोटोग्राफ़ी जैसे पुरुष-प्रधान कार्यों में अब महिला छायाचित्रकारों की क्रांति का समय है। महिला छायाचित्रकार नए नहीं हैं। आज़ादी पूर्व, प्रथम भारतीय महिला फ़ोटोग्राफ़र होमाई व्यारावल्ला ने कई राजनेताओं के व्यक्तित्व एवं सामाजिक योगदान को छायाचित्रों द्वारा दर्शाया। उन्होंने कहा अब समय आ गया है कि महिलाओं के सशक्तिकरण द्वारा उनके साथ कार्यरत पुरुष अपनी ज़िम्मेदारी भी समझें। एक आधुनिक समाज तभी प्रगति कर सकता है जब पितृसत्तात्मकता और स्त्रि विद्वेशत्मक भावना को सिरे से नकारा जाए। ख़ास बात यह है कि इस प्रदर्शनी में प्रतिभागी महिला छायाचित्रकार यही व्यक्त करती हैं की महिलाएँ पुरुषों से कहीं आगे निकल गयी हैं।
प्रदर्शनी आम जनता के लिए सात मार्च से 14 मार्च तक MDDA कॉम्प्लेक्स – घंटाघर स्थित Uttara Museum of Contemporary Art में जारी है। भारती फ़ैशन की सुरभि सपरा और विरेंद्र एवं कम्पनी प्रदर्शनी के सहयोगी रहे ।