भ्रष्टाचारियों से प्रदेश छोड़ने को कहा …….
भ्रष्टाचारी गठजोड़ प्रदेश को कर रहा है खोखला
देहरादून । स्वामी दर्शन भारती ने प्रदेश सरकार और अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा है कि वह उत्तराखण्ड में भ्रष्टाचार करना छोड़ दें या फिर प्रदेश को छोड़ दें। उनका कहना है कि आज जिस प्रकार से पहाड़ों की लगातार अनदेखी की जा रही है वह राज्य हित में नहीं है। उन्होंने कहा एक राष्ट्रीय दल ने एक ऐसे व्यक्ति को टिकट दिया है जिनके हाथ उत्तराखंड आंदोलनकारियोँ के खून से रंगे हैं, और वह दल आज उत्तराखंड का सबसे बड़ा हिमायती बना हुआ है। ऐसे में दलों की राज्य के प्रति निष्ठां जगजाहिर है। उन्होंने कहा पहाड़ में सहूलियतों की कमियों से जहाँ लोग भाग रहे हैं तो दूसरी तरफ सरकार बांग्लादेशियों व अन्य प्रान्तों के लोगों को धर्मानुसार सुविधाओं का प्रलोभन देकर बसाने का काम कर रही है, यानि उत्तराखंड को दूसरा कश्मीर अथवा नार्थ -ईस्ट बनाने की कवायद कर रही है जिसका उदाहरण अभी चुनाव के दौरान माओवादियों के पोस्टरों से देखने को मिला।
शनिवार को परेड ग्राउंड स्थित उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों से रूबरू होते हुए स्वामी दर्शन भारती ने कहा कि यह दुर्भाग्य की बात है कि जिन माँ व बहनों ने अपनी इज्जत व जीवन दोनों को उत्तराखंड बनाने के लिए समर्पित कर दिया उस उत्तराखंड के नौजवान आज कुछ हजार रूपयों की नौकरी के लिए पहाड़ों को छोड़ कर मैदानों की तरफ भाग रहे हैं। उनका कहना है कि आज प्रदेश से पलायन को रोकने का किसी भी राजनैतिक दल ने कोई काम नहीं किया है और यह राज्य हित में नहीं है।
उनका कहना है कि अपने वोट बैंक की राजनीति के लिए सरकारें बिहार, बंगाल, पश्चिम उत्तर प्रदेश से विशेष धर्म के लोगों को पहाड़ों में बसा रही है और इनको विशेष सुविधाएं भी दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में भ्रष्ट नेताओं, अधिकारियों और माफियाओं का अटूट गठबंधन संचालित हो रहा है। जो भी सरकार आयेगी, सत्ता इन्हीं के हाथों में होगी। उन्होंने कहा कि मैंने पूर्व में प्रदेश के चर्चित स्टर्डिया मामले में प्रदेश की दो हजार करोड़ की जमीन बचाई। वे आज भी इस मामले में लिप्त दोषियों को जेल भिजवाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। भ्रष्टाचारियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जायेगा।
स्वामी दर्शन भारती ने कहा कि उनके पास दो अन्य बड़े घोटालों के पुख्ता सुबूत हैं जिसमें नेता और अधिकारी लिप्त हैं। उनका कहना है कि शीघ्र ही उनके खिलाफ हाईकोर्ट जायेंगे। अवैध खनन के मामलों में 250 करोड़ का जुर्माना लगाया गया। कुल जुर्माने की राशि का 15-20 प्रतिशत लेकर आरोपियों को मुक्त कर दिया गया। दूसरा मुद्दा शराब का है। उत्तराखंड की एक बियर कंपनी का एक साल में उत्पादन तीन हजार पेटियों से बढ़ कर सात लाख पेटियां हो गया। आखिर इस शराब में ऐसा क्या है जो उत्पादन में इतना ज्यादा हो गया। यह शराब माफियाओं और नेताओं की मिलीभगत का एक पुख्ता सुबूत है।
उन्होंने कहा कि वे उत्तराखण्ड में भ्रष्टाचार को और नहीं पनपने देंगें। उनका कहना है कि एक कंपनी जो उत्तराखंड में बीयर का उत्पादन करती है है उसमें 2014-15 में बाजार में कुल तीन हजार पेटियों की सेल की गई और जो बढ़कर 2015-16 में बढकर सात लाख पेटियां हो गई है और आखिर उस शराब में कौन सी संजीवनी थी की उसने एक साल में ही कई हजार गुना की सेल बढा दी है। यह सोचने की आवश्यकता है।
स्वामी ने कहा कि हम उत्तराखंड को किसी भी कीमत पर कश्मीर या नार्थ -ईस्ट नहीं बनने देंगे चाहे हमें अपने प्राणों की आहुति क्यों न देनी पड़ें । इस अवसर पर उत्तराखंड रक्षा मोर्चा के पीसी थपलियाल भी मौजूद थे।