NH-74 मुआवजा घोटाला : राजनेताओं को एसआईटी ने दे दी है क्लीनचिट!

- अंतिम चरण में है NH74 घोटाले की जांच !
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून : एनएच74 घोटाले से पर्दा उठा और त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मामले में एसआईटी जांच की संस्तुति की तो लगा कि शायद करीब 400 करोड़ के इस घोटाले में कई बड़े IAS और राजनेताओं के चेहरे बेनकाब हो जाएंगे..ये उम्मीदें तब और भी बढ़ गईं जब दो आईएएस अधिकारियों को मामले में सस्पेंड कर दिया गया लेकिन अब लगता है कि 400 करोड़ का ये घोटाला शायद आईएएस पंकज कुमार पांडेय पर ही समाप्त हो जाएगा…
आपको बता दें कि मामले में कई पीसीएस अधिकारियों को जेल की हवा खानी पड़ी है तो आईएएस पंकज कुमार पांडेय के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की अनुमति दे दी गयी है। वहीं आईएएस चंद्रेश यादव को लेकर अभी अभियोजन मंजूरी नही मांगी गई है। उधर मामले में एसआईटी ने राजनेताओं को क्लीनचिट दे दी है…जबकि माना जा रहा था कि शायद कुछ बड़े राजनेताओं को भी जांच के दायरे में लाया जा सकता है। बहरहाल मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने एसआईटी की जांच को अंतिम चरण में बता कर कुछ नए नाम सामने आने की सभी चर्चाओं को विराम दे दिया है।
मामले में मुख्य सचिव उत्पल कुमार ने साफ किया है कि चंद्रेश यादव के खिलाफ अभियोजन मंजूरी की कोई दरख्वास्त एसआईटी ने नहीं की है जबकि चंद्रेश यादव ने नियमों का हवाला देकर खुद की बहाली के लिए शासन को कह दिया है। ऐसे में साफ है कि फिलहाल चंद्रेश यादव मामले से बाहर आते दिख रहे हैं। हालाकिं मुख्य सचिव ने बहाली को लेकर चंद्रेश यादव की कोई फाइल उनके समक्ष नहीं आने की बात कही।
पंकज कुमार पांडेय ने 30 अक्टूबर तक गिरफ्तारी पर रोक के आदेश कोर्ट से लिये हैं…लेकिन अभियोजन की मंजूरी मिलने के बाद किसी भी पल उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जा सकता है। हालाकिं अभी भारत सरकार के कार्मिक विभाग ने राज्य सरकार से जांच से जुड़े कई और तथ्य मांगे हैं जिसे जल्द ही भेजा जा रहा है ।