RUDRAPRAYAG

ढह गयी शटरिंग पुलिया पर लैंटर पड़ते ही

-स्थानीय लोगों ने निर्माण कार्य में बताई खामी 

-विधायक केदारनाथ ने जांच की मांग उठाई

रुद्रप्रयाग । विजयनगर में एनएच पर नई बन रही स्क्रवर की पुलिया बनने के साथ ही ढह गई। शनिवार दिन में स्क्रवर पर लैंटल पड़ा और सांय होते होते वह धरासायी हो गया। लोनिवि एनएच इसे स्वयं द्वारा तोड़ा जाना बता रहा है, जबकि स्थानीय निवासी इसे निर्माण की खामी बता रहे हैं। प्रशासन ने इस सम्बन्ध में मटीरियल का सैम्पल लेकर जांच प्रारम्भ कर दी है।

वर्ष 2013 की आपदा में विजयनगर और जवाहरनगर के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह से वॉशआउट हो गया था। उस समय बीआरओ ने किसी प्रकार सड़क को आवाजाही लायक बनाया। बाद में उक्त मार्ग लोनिवि की एनएच इकाई के पास स्थानान्तरित किया गया। लोनिवि की एनएच इकाई ने नदी तट से दीवार बनाकर रोड उठाने का कार्य प्रारम्भ किया। इसी स्थान पर पूराना देवल का गधेरा भी था, जिस पर तीन मीटर ऊंचाई एवं चार मीटर चौड़ाई का एक स्क्रवर बनाया जा रहा है।

इस स्क्रवर पर शनिवार को विभागीय सहायक अभियन्ता एवं अवर अभियन्ता की देखरेख में लैंटल डाला गया। लैंटल डाले अभी दो घण्टे भी नहीं बीते होंगे कि शटरिंग की टेक के लिए लगाई गई बल्ली वजन सह नहीं पाई और टूट गई। इसके साथ ही पुलिया भी भरभरा कर गिर गई। एक ओर जहां स्थानीय निवासी इसका कारण घटिया निर्माण सामाग्री बता रहे हैं तो दूसरी ओर विभाग इसे सामान्य वजह बता रहा है। मौके पर पहंचे केदारनाथ विधायक मनोज रावत ने इसे भ्रष्टाचार का मामला बताकर जांच की मांग की है। घटना की जानकारी मिलते ही एसडीएम सदर सुश्री मुक्ता मिश्र ने घटनास्थल का मुआवना करते हुए निर्माण में प्रयुक्त सामाग्री का नमूना लेते हुए ग्रामीण निर्माण विभाग के अधिशासी अभियन्ता केसी डिमरी को प्रारम्भिक जांच के निर्देश दिए।

अधिशासी अभियन्ता, लोनिवि एनएच प्रवीण कुमार का कहना है कि स्क्रवर पर विभागीय अभिन्ताओं की देखरेख में लैंटल डाला गया था। लैंटल का कार्य पूर्ण होने से पूर्व ही एक स्थान पर लैंटल धंसने लगा। इसके बाद कार्य रोक दिया गया। बाद में उसी स्थान पर टेक के लिए लगाई गई बल्ली टूट गई और लैंटर गिरने लगा। तत्काल जेसीबी मंगाकर इसे पूरी तरह ध्वस्त करा दिया गया और ठेकेदार को नये सिरे से लैंटर डालने को कहा गया है।

वहीं, अध्यक्ष, ब्लॉक कांग्रेस कमेटी, अगस्त्यमुनि वीरपाल रावत का कहना है कि एनएच पर द्रप्रयाग से जवाहरनगर तक एक ही ठेकेदार कार्य कर रहा है। जिसने छोटे-छोटे जॉब बनाकर कम रेट पर अन्य को सबलेट किया है। निर्माण कार्यों में घटिया निर्माण सामाग्री का प्रयोग किया जा रहा है। एग्रीगेट की जगह पर आरबीएम का प्रयोग किया जा रहा है। विभाग से कई बार शिकायत की गई, मगर कोई कार्यवाही नहीं हुई। पुलिया में भी घटिया निर्माण सामाग्री का प्रयोग हुआ है। विभाग इसमें लीपा पोती कर रहा है।

वहीं, विधायक मनोज रावत का कहना है कि यह सड़क केदारनाथ घाटी की लाइफ लाइन है। लोनिवि एनएच द्वारा घटिया निर्माण सामाग्री का प्रयोग किया किया जा रहा है। स्क्रवर के लैंटल के लिए लोहे की प्लेटों के बजाय पुरानी टिन की चादरों एवं सड़ी बल्लियों का प्रयोग किया जा रहा है, जो सरासर गलत है। यह भ्रष्टाचार का मामला है। निर्माण की जांच स्वतन्त्र एजेन्सी या सीबीआरआई रूड़की से कराई जानी चाहिए। एसडीएम मुक्ता सिंह का कहना है कि निर्माण में प्रयुक्त सामाग्री के नमूने ले लिए गये हैं तथा आरडब्लूडी के ईई को प्रारम्भिक जांच के लिए कहा गया है। स्थानीय निवासियों से भी जानकारी जुटाई जा रही है।

devbhoomimedia

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