दोनों धामों के रावल तथा सेवादारों को 15 अप्रैल तक उत्तराखंड पहुंचने का बुलावा भेजा गया
बताया जा रहा, इन दिनों रावल तथा सेवादार कर्नाटक व केरल में हैं
कोरोवना वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए चिकित्सीय परीक्षण बहुत जरूरी
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून। श्री बदरीनाथ धाम और श्री केदारनाथ धाम के रावल, नायब रावल तथा अन्य सेवादारों, पुजारियों को 15 अप्रैल तक उत्तराखंड आने का बुलावा भेज दिया गया है। कोरोना वायरस के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए मंदिरों के कपाट खुलने से पहले रावल और उनके साथ मंदिरों में सेवा कार्य करने वालों को 14 दिन के क्ववारान्टाइन में रहने को कहा जाएगा। बताया जा रहा है कि श्री बदरीनाथ और श्री केदारनाथ धाम के रावल व उनके सेवक इन दिनों क्रमशः केरल व कर्नाटक में हैं।
मीडिया रिपोर्टों में चार धाम विकास परिषद के उपाध्यक्ष आचार्य शिव प्रसाद ममगाईं के हवाले से कहा गया है कि चार धाम के कपाट अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार खुलेंगे। उनका कहना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव की एडवायजरी का पालन करना बहुत जरूरी है। हमारी प्राथमिकता मंदिरों में दर्शनों के लिए पहुंचने वाले सभी यात्रियों की सुरक्षा है। इन सबके मद्देनजर कपाट खुलने के बाद मंदिरों में सेवा कार्य करने वाले सभी लोगों का चिकित्सीय परीक्षण कराया जाएगा। उनको 14 दिन तक क्वारान्टाइन में रहने तथा चिकित्सीय परीक्षण की रिपोर्ट मिलने के बाद ही सेवा कार्य करने की अनुमति दी जाएगी। मालूम हो कि उत्तराखंड के चार धाम श्री बदरीनाथ धाम, श्री केदारनाथ धाम, श्री गंगोत्री धाम व श्री यमुनोत्री धाम के कपाट इसी माह खुलने हैं।
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