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विज्ञान प्रगतिशील है और समाज को वैज्ञानिक सोच को जगाने की आवश्यकता : संजीव चोपड़ा

14वीं प्रादेशिक विज्ञान कांग्रेस का युवा वैज्ञानिकों के सम्मान के साथ समापन

शोधार्थियों को अपनी वैज्ञानिक चेतना को जागाने के लिए इस मंच का करना चाहिए इस्तेमाल 

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

डॉ. अजित पाठक को मिला ’’विशिष्ट साइंस कम्यूनिकेटर’’ अवार्ड

14वीं राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कांग्रेस -2.2. के समापन सत्र पर यूकॉस्ट द्वारा विज्ञान संचार के क्षेत्र में डॉ अजित पाठक, राष्ट्रीय अध्यक्ष पब्लिक रिलेषन सोसाइटी ऑफ इण्डिया को ’’विशिष्ठसाइंस कम्यूनिकेटर’’ अवार्ड द्वारा नवाजा गया। यह पुरस्कार उन्हें संयुक्त रूप से डॉ. संजीव चोपड़ा, निदेशक, डॉ. अंजन रे, निदेशक, आई.आईपी, देहरादून, डॉ ए. ए. माओ, निदेशक, इण्डिया, डॉ. कैलाश चन्द्र, निदेशक, जूलोजिकल सर्वे ऑफ इण्डिया, डॉ. आर.एस. रावल, निदेशक, गोविन्द वल्लभ पन्त संस्थान, अल्मोड़ा, डॉ. हेमचन्द्र, कुलपति, एच.एन.बी. उत्तराखण्ड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय, डॉ. राजेन्द्र डोभाल, निदेशक , यूकॉस्ट ने दिया। इस अवसर पर पी.आर एस आई, देहरादून चेप्टर से अमित पोखरियाल, अध्यक्ष, अनिल सती, सचिव, सुरेश भट्ट, कोषाध्यक्ष, राकेश डोभाल, संयुक्त सचिव, सुधाकर भट्ट, अजय डबराल, महेश खंखरियाल एवं विनित मौजूद थे।

देहरादून : तीन दिवसीय राज्य विज्ञान कांग्रेस का शनिवार को विज्ञान धाम, झाझरा में युवा वैज्ञानिकों के सम्मान के साथ समापन हुआ। समापन के अवसर पर 14वीं प्रादेशिक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कांग्रेस के मुख्य अतिथि डॉ. संजीव चोपड़ा, आई.ए.एस., निदेशक, लाल बहादुर शास्त्री अकादमी, मसूरी ने अपने सम्बोधन में उपस्थित युवा व वरिष्ठ वैज्ञानिकों व विशेषज्ञों से कहा कि विज्ञान प्रगतिशील है और समाज को वैज्ञानिक सोच को जगाने की आवश्यकता है। उन्होंने उपस्थित शोधर्थियों को कहा कि हर किसी को इतना बढ़ा मंच नहीं मिलता है जहां पर इतने सारे बुद्धिजीवी एक साथ एकत्रित हो, और शोधार्थियों को अपनी वैज्ञानिक चेतना को जागाने के लिए इस मंच का इस्तेमाल करना चाहिए ताकि वे समाज को बेहतर दे सके।

प्रो. अजित के चतुर्वेदी, निदेशक आई.आई.टी. रूढ़की ने कहा कि आई.आई.टी. रूढ़की एवं यूकॉस्ट मिलकर काम करेंग और यूकॉस्ट द्वारा अग्रेषित स्टार्टअप्स को बढ़ावा देने में आई.आई.टी. रूढ़की सहायता करेगा।

डॉ. अंजन रे, निदेशक, आई.आईपी, देहरादून ने प्लास्टिक जनित कूड़ा, उपयोग किये गये खाद्य तेल से बायोफ्यूल बना रहे है। डॉ ए.ए. माओ, निदेशक, बोटेनिकल सर्वे ऑफ इण्डिया, डॉ. कैलाश चन्द्र, निदेशक, जूलोजिकल सर्वे ऑफ इण्डिया, डॉ. आर.एस. रावल, निदेशक, गोविन्द वल्लभ पन्त संस्थान, अल्मोड़ा, डॉ. हेमचन्द्र, कुलपति, एच.एन.बी. उत्तराखण्ड चिकित्सा शिक्षा विश्वविद्यालय ने भी अपने विचार रखे।

डॉ. राजेन्द्र डोभाल महानिदेशक, उत्तराखण्ड राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद, (यूकॉस्ट) ने समापन समारोह में कहा कि 14वीं प्रादेशिक विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी कांग्रेस में 16 विषयों के प्रस्तुत मौखिक एवं पोस्टर शोध पत्रों को अन्य राज्यों से आये राष्ट्रीय तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के विशेषज्ञों द्वारा परखने के बाद कुल 55 युवा वैज्ञानिकों को पुरस्कृत करने की संस्तुति दी।

चुने गये सभी युवा वैज्ञानिकों को मुख्य अतिथि तथा मंचासीन अतिथियों द्वारा प्रशस्ति पत्र व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर यूकॉस्ट द्वारा वर्ष का अन्वेषक पुरस्कार हेतु संदीप पाण्डे, डी.एस.बी. कैम्पस, कुमाउं विष्वविद्यालय, नैनीताल को दिया गया।

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