सतपाल महाराज ने कहा पलायन रोकने के लिए गांवो पर फोकस की जरूरत
देहरादून: पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि प्रदेश से लगातार हो रहे पलायन को रोकने के लिए पर्वतीय क्षेत्रों में स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ाने होंगे। सरकारी योजनाओं को ग्राम स्तर पर लागू करने और मूलभूत सुविधाएं बढ़ा कर स्थानीय लोगों की रोजगार संबंधी व अन्य समस्याओं को दूर किया जा सकता है। इससे पलायन पर काफी हद तक अंकुश लगाया जा सकता है।
बुधवार को सचिवालय में पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज की अध्यक्षता में विभागीय सचिवों और जिलाधिकारियों की वीडियो कान्फ्रेंसिंग में पलायन के समाधान पर चर्चा हुई। इस दौरान पर्यटन मंत्री ने कहा कि चारधाम के कपाट बंद होने के बाद शीतकालीन प्रवास स्थलों पर भी सरकार यात्रा को बढ़ावा देगी। इसके साथ ही विंटर डेस्टिनेशन विकसित किए जा रहे हैं। इससे साल भर पर्यटकों और यात्रियों के आवागमन से स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
पलायन रोकने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल आदि बुनियादी सुविधाओं की व्यवस्थाएं भी पर्वतीय क्षेत्रों में विकसित की जानी चाहिए। इस दौरान विभागीय अधिकारियों ने अपने सुझाव देते हुए कहा कि योजनाओं को एकीकृत कर समन्वय के आधार पर बेहतर परिणाम लिए जा सकते हैं। क्षेत्रवार विश्लेषण कर कृषि, बागवानी, खनन को प्राथमिक क्षेत्र बनाना चाहिए।
होम स्टे योजना से आमदानी बढ़ाई जा सकती है। जलागम को ग्राम विकास का केंद्र बिंदु बनाना होगा। क्लस्टर एप्रोच से बागवानी, खाद्य प्रसंस्करण व टी टूरिज्म को बढ़ावा देना चाहिए। पर्वतीय क्षेत्रों में लघु उद्योग लगाने पर छूट देने व कांट्रेक्ट फार्मिग को बढ़ावा देकर पलायन रोकने के सुझाव भी रखे गए। जिलाधिकारियों ने भी अपने जिलों के हिसाब पलायन रोकने के लिए सुझाव दिए।
बैठक में राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार रेखा आर्य, अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश, प्रमुख सचिव डॉ. उमाकांत पंवार, मनीषा पंवार व सचिव राजस्व हरबंश सिंह चुघ भी मौजूद थे।