हमको आँखें दिखाने वाले चीनी सामान को हो बहिष्कार: सतपाल महाराज
पलायन के मामले में गठित कमेटी के पास पूरे उत्तराखंड से आ रहे कई सुझाव
देहरादून : भाजपा के वरिष्ठ नेता व् उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने चीन के मुद्दे पर एक बेहद आक्रामक ब्यान देकर एक बात साफ़ कर दी है की कहीं न कहीं ब्रिक्स सम्मेलन में भारत और चीन के बीच हुई मुलाक़ात में कमी अभी भी बाकी है, महाराज ने ये साफ़ कर दिया है की दो बातें एकसाथ कभी नहीं हो सकती , चीन हमसे ही कमा रहा है और हमको ही आँखें दिखाने का काम कर रहा है।
गुरुवार को विधान सभा में मीडिया से अनौपचारिक बात के दौरान सतपाल महाराज ने कहा की चीन को बेहद संयम दिखाने की जरुरत है, हमारे यहाँ भारत में वो व्यापार भी करे और फिर आँखें भी दिखाये ये दोनों बातें एक साथ कैसे हो सकती हैं, लिहाज़ा हम सभी भारतीय को चीन के सामान का बहिष्कार करना चाहिए,उन्होंने स्वदेशी वस्तुओं को अपनाने की बात कहते हुए कहा कि अब वक़्त आ गया है भारत के अंदर ही बनी हुई वस्तुओं का देशवासियों को इस्तेमाल करना चाहिए।
सतपाल महाराज इतने पर ही नहीं रुके उन्होंने कड़क अंदाज़ में कहा की चीनी चीजे भले सस्ती हों पर टिकाऊ बिलकुल भी नहीं हैं जिससे बाजार भी ख़राब होता है,चीजें भारत देश की आगे बढ़नी चाहिए और ज्यादा से ज्यादा प्रोडक्शन भारत में ही होना चाहिए, जिससे भारतवासी आगे बढ़ें
वहीँ उन्होंने कहा कि पलायन के मामले में उनकी अध्यक्षता में गठित कमेटी के पास पूरे उत्तराखंड से कई सुझाव आ रहे हैं। इन्हें कंपाइल किया जा रहा है।
उन्होंने चीन के साथ पिछले दिनों दोकलम विवाद के दौरान कई बार उत्तराखंड का भी जिक्र आया। उत्तराखंड में चीनी सैनिकों की घुसपैठ की खबरें भी आईं। इस पर पूरी त्रिवेंद्र सरकार ने संयमित रुख अख्तियार किए रखा।
सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत सिर्फ ये कहते रहे कि हमारी सेना किसी भी स्थिति से निबटने के लिए सक्षम है। पहली बार त्रिवेंद्र सरकार के किसी मंत्री ने अब दोकलम विवाद के बाद चीन के लिए कडे़ शब्दों का इस्तेमाल किया है।
विधानसभा में अपने कक्ष में मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में महाराज ने कहा कि चीन का रवैया पूरी तरह से भारत विरोधी है। इसलिए चीनी सामान का बहिष्कार किया जाना चाहिए।
महाराज ने पलायन के संबंध में भी अपनी राय रखी है। महाराज ने कहा है विंटर डेस्टिनेशन और होम स्टे जैसी योजना पलायन को रोकने में कारगर साबित होगी। उन्होंने कहा कि पलायन पर आयोग भले ही बन गया हो, लेकिन उनकी अध्यक्षता वाली कमेटी अभी वजूद में है। इस कमेटी को लगातार लोगों के सुझाव मिल रहे हैं।
जानिए वीडियो में क्या कहा उन्होंने…
https://youtu.be/wE0Te6PXFJ4