मेरे ही घर में डकैती और मुझ पर ही मुकदमा : हरीश रावत
देहरादून : मेरे ही घर में डकैती पड़ी और मुझ पर ही मुकदमा कर दिया। दिल्ली वाले बाबा से पूछिए कि क्या यही उनका न्याय है। जिसके घर में चोरी हुई क्या उसी पर मुकदमा लिखा जाएगा। केंद्र पर हमला करते हुए कहा कि उन्होंने तो राष्ट्रपति शासन लगाकर मेरी गर्दन काट ही दी थी। अब जो गर्दन आप लगी देख रहे हैं वह हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट ने लगाई है। ठीक उसी तरह जैसे शिवजी ने गणेश के लगाई थी। तभी से भाजपाइयों में बेचैनी थी। ऐसे-ऐसे लोग प्रदेश में डेरा डाले बैठे हैं, जिनका कभी नाम भी नहीं सुना होगा। किसी के हाथ में हथगोला है और किसी के हाथ में लठ। मुझे मार दीजिए लेकिन पहले मेरी गलती तो जरूर बताइये।
उन्होंने केंद्र पर तंज कसते हुए कहा कि हद ये कि कि कुछ लोगों को चलता-फिरता, हंसता हुआ हरीश रावत अच्छा नहीं लगता। पिछले साल मेरे पीछे पड़े रहे और अब जबकि चुनाव नजदीक हैं वह अपना इरादा और पक्का करके आएंगे। इस दफा आएं तो कुछ सवाल उनसे जरूर पूछना।
चुनावी बेला पर जनता के बीच पहुंचे सूबे के मुखिया ने भावनात्मक रूप से उनसे जुड़ने का प्रयास किया। अपनी उपलब्धियां गिनवाई पर भावुक अंदाज में। डालनवाला स्थित एमडीडीए कॉलोनी में आयोजित सभा में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी चलती फिरती, आगे बढ़ती सरकार को अस्थिर किया गया। सवाल किया कि दस विधायक क्या यूं ही यहां से वहां चले जाते हैं? फिर खुद ही इसका जवाब देते कहा कि कोई जब गाय-बकरी चुराता है तो हरे घास का गट्ठा दिखाता है। उन्हें हरे-हरे ‘वो’ दिखाए जो अब तो बंद हो चुके हैं।
सीएम हरीश रावत ने कहा मलिन बस्तियों के नियमितीकरण, एमएसबीवाई, तमाम तरह की नई पेंशन, महिला सशक्तीकरण के प्रयास गिनवाते कहा कि क्या यही मेरी गलती है। जनता से अपील की कि मेरा साथ दें, ताकि मैं अपने ये काम आगे बढ़ा पाऊं।
इस दौरान विधायक राजकुमार, कांग्रेस के पूर्व महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा, महिला कांग्रेस की महानगर अध्यक्ष कमलेश रमन, पूर्व ब्लॉक प्रमुख प्रभुलाल बहुगुणा, कांग्रेस पंचायत प्रकोष्ठ के अध्यक्ष सूरत सिंह नेगी, ग्राम प्रधान घनश्याम पाल, पार्षद आनंद त्यागी, प्रवीण त्यागी टीटू आदि उपस्थित रहे।