पुलवामा का बदला : सीमा पार LOC में घुसकर मारे 300 आतंकी
- 300 आतंकी ढेर किये जाने की जानकारी
- मुजफ्फराबाद, बालाकोट और चकोटी क्षेत्रों भारी बमबारी
- आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कई कैंप पूरी तरह जमींदोज
- मिराज-2000, सुखोई 30 और अवाक्स ने आतंकी कैंपों को किया नेस्तनाबूद
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
नयी दिल्ली : भारतीय एयरफोर्स ने आज तड़के बड़ी कार्रवाही करते हुए LoC के पार जैश के ठिकाने को तबाह कर दिया है। वायु सेना ने 1000 किलो के बम बरसाकर बदला लिया है। भारतीय वायुसेना द्वारा मंगलवार तड़के भारतीय वायु सेना के 12 मिराज विमानों ने 1000 किलो बम बरसाकर 300 आतंकी ढेर किये जाने की जानकारी मिली है।
वहीं पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) में हवाई कार्रवाई कर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख ठिकानों को तबाह किए जाने के बाद इंडियन एयरफोर्स हाई अलर्ट पर है। भारत की तरफ से अपनी वायुसेना को अपने सभी एयर डिफेंस सिस्टमों को अंतरराष्ट्रीय बॉर्डरों और एलओसी पर हाईअलर्ट पर रखने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही निर्देश दिए गए कि अगर पाकिस्तानी एयरफोर्स कोई भी कार्रवाई करती है, उसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा ।
सूत्रों ने बताया कि 26 फरवरी की रात करीब 3:30 बजे वायुसेना के 12 मिराज-2000 लड़ाकू विमानों ने आतंकियों के बेस कैंप पर हमला किया और उसे पूरी तरह तबाह कर दिया है। पुलवामा हमले के बाद भारतीय वायुसेना ने सीमा पार छुपे बैठे जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों के खिलाफ बीती रात बड़ी कार्रवाई की है. भारतीय वायुसेना से जुड़े सूत्रों ने बताया कि वायुसेना के विमानों ने बीती रात नियंत्रण रेखा के पार आतंकी कैंप्स पर करीब 1000 किलोग्राम के बम बरसाए. उन्होंने साथ ही बताया कि इस हमले में करीब 200-300 आतंकियों की मौत हो गई है।
उधर, PoK में हवाई हमले कर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख ठिकानों को तबाह किए जाने के बाद पाकिस्तान में इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई है। पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भारतीय सैन्य विमान द्वारा की गई हवाई कार्रवाई के बाद विदेश कार्यालय में एक आपातकालीन परामर्श बैठक बुलाई है। इस बैठक में पूर्व विदेश सचिवों और वरिष्ठ राजनयिक भाग लेंगे, जिसमें वर्तमान स्थिति पर विचार-विमर्श किया जाएगा. पाकिस्तानी अख़बार डॉन की वेबसाइट में प्रकाशित खबर में यह जानकारी दी गई है।
सूत्रों ने बताया कि 26 फरवरी की रात करीब 3:30 बजे वायुसेना के 12 मिराज-2000 लड़ाकू विमानों ने आतंकियों के बेस कैंप पर हमला किया और उसे पूरी तरह तबाह कर दिया। सूत्रों के अनुसार, भारत की तरफ से पीओके में बालाकोट, चकोटी और मुजफ्फराबाद में सुबह 3.30 बजे इस कार्रवाई को अंजाम दिया गया। इस हमले में बालाकोट में जैश का कंट्रोल रूम पूरी तरह से तबाह हो गया।
पूरे ऑपरेशन की निगरानी दिल्ली स्थित वायुसेना मुख्यालय से शीर्ष कमांडरों द्वारा की जा रही थी, जिसमें वायुसेना प्रमुख एसके धनोआ भी शामिल थे। सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख बिपिन रावत, नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा को पूरे ऑपरेशन के पल-पल की जानकारी दी जा रही थी।
- बालाकोट कहां है ?
पाकिस्तान के खैबर पख्तुनख्वा प्रांत के मनशेरा जिले में बालाकोट स्थित है। यह पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद से 160 किलोमीटर की दूरी पर है। बता दें जब 2005 में कश्मीर में भूकंप आया था तो बालाकोट पूरी तरह से तहस-नहस हो गया था। इस शहर को दोबारा से पटरी पर लाने के लिए काफी काम हुआ। इस शहर को फिर से पहले जैसा बनाने में सऊदी अरब ने भी काफी मदद की थी।
ये भूकंप 7.6 की तीव्रता का था। इसमें बालकोट के 12 यूनियन काउंसिल दब गए थे और जिनमें कम से कम 40 हजार लोगों के घर थे। यह स्थान पर्वतीय और बेहद खूबसूरत इलाका है।कुनहर नदी के तट पर स्थित बालाकोट खूबसूरती के अलावा विविध सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पृष्ठभूमि के लिए जाना जाता है। बालाकोट पाकिस्तान में पर्यटन के लिए काफी लोकप्रिय है।
- इन आठ जगहों पर हुआ हमला
ये वही बालाकोट है जहां पुलवामा के गुनहगार जैश के ठिकाने और उसके कमांडर सिर छिपाते हैं। भारत की वायुसेना ने खुफिया जानकारी के आधार पर इस पूरे ऑपरेशन को अंजाम दिया है। वायुसेना के मिराज ने जिस लक्ष्य को नष्ट किया उनमें से एक पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा का क्षेत्र भी शामिल है। इसके अलावा जो इलाके वायुसेना के इस हमले की जद में आए हैं वो हैं- लीपा, पछीबन चाम, काहूता, कोतरली, शारदी, केल, दुधनियाल, अठमुका, जूरा, लैंजोट, निकियाल, खुरेटा, मंथौर।
वायुसेना के सूत्रों के हवाले से कहा है, ’26 फरवरी के तड़के भारतीय लड़ाकू विमान मिराज 2000 के एक समूह ने एसओसी पार कर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में आतंकी ठिकाने पर बमबारी की और उसे पूरी तरह से नष्ट कर दिया। आतंकी ठिकाने पर 1000 किलो के बम गिराए गए। इस अभियान में 12 मिराज विमानों ने हिस्सा लिया।’ इस अभियान के लिए वायुसेना ने लेजर गाइडेड बम का इस्तेमाल किया। जिन एयरबोर्न अर्ली वॉर्निंग विमानो का इस्तेमाल इस अभियान में किया गया उन्हें पिछले तीन दिनों से हिंडन एयरबेस पर अलर्ट पर रखा गया है।
पाकिस्तान के एफ16 विमानों ने भारतीय वायुसेना के मिराज 2000 पर जवाबी कार्रवाई देने की कोशिश की लेकिन भारतीय फॉर्मेशन के के कारण वह ऐसा नहीं कर पाए। इस अभियान को वेस्टर्न एयर कमांड ने अंजाम दिया।
गौरतलब है कि पुलवामा आतंकी हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 41 जवानों के शहीद होने के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठ रही थी। खुद मोदी ने कहा था कि आतंकवादियों ने बहुत बड़ी गलती की है और उन्हें इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। उस हमले के दो दिन बाद ही वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल बीएस धनोवा ने भी कहा था कि वायुसेना किसी भी तरह की कार्रवाई के लिए पूरी तरह तैयार है।