Uttarakhand

लौटी ठंड,बारिश ने बदला मौसम का मिज़ाज़,ओलावृष्टि, आंधी पर सतर्क

  • तापमान में दो से पांच डिग्री सेल्सियस की हुई कमी दर्ज
  • चेतावनी : उत्तराखंड में कहीं-कहीं आंधी-तूफान के साथ ही ओलावृष्टि
  • पहाड़ों में बारिश और चोटियों पर हिमपात का पूर्वानुमान

देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून । उत्तराखंड में मौसम ने एक बार फिर करवट बदलते हुए पहाड़ से लेकर मैदान तक बारिश से मौसम गुलाबी और सुहावना हो गया है। तापमान  में कमी से लोगों ने गर्मी के अहसास से राहत की सांस ली है। सूबे के चारों धामों सहित प्रदेश की हिमालय की चोटियों में बर्फबारी हुई, जबकि निचले इलाकों में रुक-रुक पड़ी बारिश की बौछारों से तापमान में दो से पांच डिग्री सेल्सियस की कमी दर्ज की गई।

बुधवार देर रात से राज्य के कई क्षेत्रों में शुरू हुई बारिश के बाद लोगों को गरमी से राहत मिली। देहरादून व आसपास के इलाकों में पिछले 24 घंटे के दौरान 8.6 व टिहरी में 11.6 मिलीमीटर बारिश रिकार्ड की गई। वहीं बीते दिन की अपेक्षा गर्मीं में 6 डिग्री के तापमान में गिरावट हुई है।

मौसम विज्ञान केंद्र का पूर्वानुमान है कि आने वाले 24 घंटे में उत्तराखंड में कहीं-कहीं आंधी-तूफान के साथ ही ओलावृष्टि हो सकती है। इसके अलावा पहाड़ों में बारिश और चोटियों पर हिमपात हो सकता है। प्रदेश के अधिकतर जिलों में दिनभर रुक-रुक कर तेज बारिश होती रही।

उधर, दोपहर के समय बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री के अलावा हेमकुंड साहिब व कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़ की ऊंची चोटियों में बर्फबारी शुरू हुई। जबकि चमोली, रुद्रप्रयाग, पौड़ी, टिहरी, उत्तरकाशी, देहरादून के अलावा चंपावत, नैनीताल आदि क्षेत्रों में बारिश हुई।

राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि गुरुवार को देहरादून समेत प्रदेशभर में आंधी आ सकती है। इस दौरान हवा की रफ्तार 50 से 60 किलोमीटर प्रतिघंटा रहने की संभावना है। तेज हवा के दौरान संभावित खतरे की चेतावनी जारी कर प्रशासन को अलर्ट किया गया है।

  • प्रदेश की ऊंची चोटियों में बर्फबारी

चमोली जिले में दो दिनों से लगातार बारिश हो रही है। श्री बदरीनाथ धाम, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी, नीती घाटी में बर्फबारी हो रही है। बर्फबारी के चलते इन क्षेत्रों की रौनक देखते ही बन रही है। जिले की ऊंची चोटियों पर भी हिमपात होने के बाद ये चोटियां सफेद चादर बिछ गई हैं। निचले इलाकों में बारिश के चलते आम जनजीवन प्रभावित हुआ है। बारिश, बर्फबारी के चलते जिले में ठंड का प्रकोप बढ़ गया है। नीती घाटी में भी भारी बर्फबारी के बाद सड़क खोलने के काम में दिक्कत आ रही हैं। बर्फबारी के चलते बदरीनाथ धाम में व्यवस्थाओं को जुटाने का कार्य प्रभावित हो रहा है।

बुधवार सुबह से ही केदारनाथ में बर्फबारी शुरू हो गई थी, जो रुक-रुक कर पूरे दिन चलती रही। केदारनाथ में मंदिर समिति मंदिर परिसर से जबकि प्रशासन की ओर से पैदल मार्ग से बर्फ हटाई जा रही है। ताजा बर्फबारी के कारण बर्फ हटाने का कार्य कर रहे मजदूरों को भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। वहीं जनपद के ऊंचाई वाले स्थानों में भी सुबह से ही बारिश शुरू हो गई थी, जो सुबह काफी तेज थी, लेकिन दोपहर बाद कुछ हल्की हुई। बारिश के कारण ऊंचाई वाले स्थानों पर काफी ठंड बढ़ गई है, जबकि घाटी वाले क्षेत्रों में भी आम लोगों ने अपने गर्म कपड़े अप्रैल महीने में भी ठंड से बचने के लिए पहने।

नई टिहरी में बुधवार सुबह को काफी तेज बारिश हुई। बारिश के साथ ही चारों ओर कोहरा छाया रहा। मौसम के बदले मिजाज से लोग परेशान हैं। अभी कुछ दिन धूप निकलने से दोपहर को मौसम काफी गरम होने लगा था, लेकिन मंगलवार दोपहर को मौसम ने फिर करवट बदली और बारिश शुरू हो गई। बुधवार को भी दिन भर बारिश होती रही। बारिश के चलते टिहरी व आस-पास के क्षेत्रों में घना कोहरा छाया रहा, जिससे दिन में भी अंधेरा सा छाया हुआ था। दिनभर रुक-रुक कर बारिश होती रही।

मंडल मुख्यालय पौड़ी तथा इससे सटे क्षेत्रों में बुधवार को एक बार फिर बारिश से ठंड लौट आई। मौसम में अचानक आए इस बदलाव से अप्रैल माह में भी लोग ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों का सहारा लेते दिखे। बाजारों में भी सन्नाटा पसरा रहा। शहर में शाम को हुई तेज बारिश से कई स्थानों में बारिश का पानी सड़कों पर बहने लगा था। इसके अलावा जनपद के घंडियाल, कल्जीखाल, पाबौ, पैठाणी, थलीसैंण, चाकीसैंण, सबधरखाल, खिर्सू आदि क्षेत्रों में भी बारिश से जनजीवन प्रभावित रहा।

सीमांतवर्ती जिले उत्तरकाशी में बुधवार को भी दिनभर बारिश रही। इस दौरान उत्तरकाशी जिला मुख्यालय समेत गंगोत्री और यमुनोत्रीधाम में रुक-रुककर बारिश होती रही। साथ ही उच्च हिमालय क्षेत्रों में बर्फबारी हुई। बदलते मौसम के कारण गंगोत्री का तापमान अधिकतम 4 डिग्री और न्यूनतम -1 डिग्री सेल्सियस और यमुनोत्री का तापमान अधिकतम 2 डिग्री और न्यूनतम -4 डिग्री सेल्सियस रहा। इसके साथ ही जिला मुख्यालय में अधिकतम तापमान 15 डिग्री और न्यूनतम 6 डिग्री सेल्सियस रहा। दिनभर बारिश होने के कारण लोग अपने घरों में कैद रहे। साथ ही कुछ कामकाजी लोग दिनभर गरम कपड़ों में पैक नजर आए।

  • श्रीनगर में जलभराव से लोग परेशान

श्रीनगर गढ़वाल में दोपहर लगभग डेढ़ बजे आधे घंटे तक जोरदार बारिश से सड़कों पर जगह-जगह जलभराव हो गया। बहुगुणा रोड पर तेज बारिश के दौरान पिटों से सीवर की गंदगी सड़क पर बहने से लोगों को परेशानी हुई। कान्वेंट से आगे चिल्ड्रन एकेडमी के सामने सड़क पर सीवर लाइन के चैंबर से भी सीवर पानी ऊफान मारता हुआ सड़क पर बह रहा था। चिल्ड्रन एकेडमी से लेकर पुराना महिला थाना भवन तक की सड़क के बीच भी यही स्थिति थी और यह पानी नमामि गंगे घाट पर एक छोटे गदेरे के रूप में बह रहा था। काला रोड, नर्सरी रोड और नेशनल हाईवे पर सड़क किनारे की नालियां भी बरसाती पानी से ऊफान भर रहे थे।

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