दुनिया के तीन नेत्रहीन लोगों में भारत का एक व्यक्ति :
जगमोहन ‘आज़ाद’
नयी दिल्ली : मानेकशा सेंटर, दिल्ली कैन्टोनमेंट में ऋषिकेश सक्षम,नेशनल मेडिकोज आर्गेंनाईजेशन,सर गंगाराम कोलमेट हॉस्पिटल,हंस फाउंडेशन,भाऊराव देवरस सेवा न्यास,एवं रज्जू भाईया न्यास के तत्वावधान में नेत्र कुंभ अभिनंदन समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में प्रयागराज कुंभ में लगे नेत्र कुंभ में सहयोग देने वाले प्रबुद्धजनों एवं संस्थाओं का सम्मान किया गया।
इस मौके पर कार्यक्रम में पहुंचे विशिष्ट अतिथियों ने नेत्र रोग के प्रति जागरुकता के लिए लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया और स्मारिका का विमोचन किया।
इस मौके पर स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि हमने नेत्र दान करने के लिए संकल्प पत्र भर दिया है। नेत्र दान और नेत्र सेवा सबसे बड़ी सेवा है। भारत बहुत बड़ी आबादी वाला राष्ट्र है। दुनिया के तीन नेत्रहीन लोगों में भारत का एक व्यक्ति है। आंकड़ों के अनुसार भारत में लगभग 15 मिलियन लोग नेत्रहीन हैं और 52 मिलियन से अधिक लोग नेत्ररोगों से पीड़ित हैं। यह गम्भीर चितंन का विषय है।
स्वामी जी ने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट की तरह लोगों को नेत्रदान के प्रति जागरूक करके दूसरों के जीवन में उजाला लाया जा सकता है। स्वामी जी ने कहा कि, हर मनुष्य के भीतर ईश्वर का अंश हैं और मानव सेवा ही ईश्वर सेवा है। सेवा से ही सृजन का आरम्भ होता है। सेवा अर्थात अपने अन्दर समाहित प्रकाश से दूसरों को प्रकाशित करना। दूसरों की पीड़ा का निवारण करना और नेत्रदान करके तो हम वास्तव में दूसरों के जीवन में प्रकाश का संचार कर रहे हैं। दूसरों की पीड़ा का निवारण करने के लिए दयालु हृदय की आवश्यकता होती है।
स्वामी जी ने सभी चिकित्सकों और संस्थाओं का आह्वान करते हुए कहा कि अपनी सजृनशीलता को सेवा कार्यों में लगाएं। नेत्र दान के लिए आगे आएं और अपने रहते अपनी आंखों से संसार देखे तथा जाने के बाद भी आंखे दान कर दूसरों को भी वह सुख प्रदान करें। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने सभी को जीते-जीते रक्तदान और जाते-जाते नेत्रदान का संकल्प दिलाया।
इस मौके पर विशेष तौर पर मौजूद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ हर्षवर्धन ने कहां मैं प्रयागराज कुंभ में सम्मलित सभी प्रबुद्धजनों को बहुत-बहुत बधाई देता हूं की आप सब ने मिलकर नेत्र कुंभ के माध्यम से इतने बड़ा आयोजन किया। जिसके माध्यम से आज हजारों लोग जो इस खूबसूरत दुनिया को नहीं देख पाते है। इससे बड़ी सेवा क्या हो सकती है। मैं इसके लिए ऋषिकेश सक्षम,नेशनल मेडिकोज आर्गेंनाईजेशन,सर गंगाराम कोलमेट हॉस्पिटल एवं हंस फाउंडेशन के साथ-साथ सभी कार्यकर्ताओं,डाक्टरों को बधाई देता हूं। नेत्र कुंभ पहल के बारे में बोलते हुए, डॉ वर्धन ने कहा, “देश भर में दृष्टि समस्याएं बहुत आम हैं और भारत की आबादी के बीच नेत्र स्वास्थ्य के बारे में समझ और ज्ञान की कमी है। नेत्रकुंभ वास्तव में समय की आवश्यकता है और दृष्टि समस्याओं के बोझ को कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। मैं इस शानदार पहल के लिए सभी को अपनी हार्दिक बधाई देता हूं।
कार्यक्रम में पधारे सभी अतिथियों का आभार प्रकट करते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सर कार्यवाह डॉक्टर कृष्ण गोपाल जी ने प्रयागराज कुंभ में नेत्र कुंभ में शामिल हुए सभी संस्थाओं,डाक्टरों और कार्यकर्ताओं का आभार करते हुए कहां कि हम जिस क्षेत्र में काम कर रहे है। दरअसल वह सेवा का मार्ग है। इस सेवा के पथ पर चलते हुए। हमें नव भारत निर्माण की दिशा में कदम बढ़ाने है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, दुनिया भर में लगभग 180 मिलियन नेत्रहीन विकलांग हैं। इनमें से, 40 से 45 मिलियन लोग अंधे हैं और भारत उनमें से 15 मिलियन का घर है। अफसोस की बात है कि इनमें से 75% लोग अंधेपन का शिकार होते हैं, जिनकी वजह से देश की दान की गई आंखों, ऑप्टोमेट्रिस्ट और कम हेल्थकेयर नॉलेज की भारी कमी है। कुंभ मेले की विशाल और विस्तृत प्रसार संख्या को देखते हुए। कई संगठनों ने इसे अपनी पहल के लिए लॉन्च पैड बना दिया है। दिव्य कुंभ 2019 में शुरू की गई ऐसी ही एक उल्लेखनीय पहल नेत्र कुंभ है जिसने आम लोगों को मुफ्त नेत्र जांच और चश्मा प्रदान किया।
इस पहल ने प्रयागराज नेत्र कुंभ के दौरान एक दिन में अधिकतम संख्या में लोगों के लिए लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड की कोशिश की। 6,660 लोगों की जांच की गई जो कि पिछले रिकॉर्ड की तुलना में तीन गुना अधिक है जो 2,067 था। कुल मिलाकर, 2, 02,020 लोगों की जांच की गई, जिनमें से 1, 56,020 रोगियों को मुफ्त चश्मा दिया गया।
ऋषिकेशसक्षम,नेशनल मेडिकोज आर्गेंनाईजेशन,सर गंगाराम कोलमेट हॉस्पिटल,हंस फाउंडेशन,भाऊराव देवरस सेवा न्यास,एवं रज्जू भाईया न्यास के सौजन्य से आयोजित नेत्र कुंभ अभिनंदन समारोह में सासंद अनुराग ठाकुर, एल.वी.प्रसाद, नेत्र संस्थान के अध्यक्ष डॉ जी एन राव,ब्रम्ह दत्त शर्मा,नेत्र कुंभ संचाल समिति की सदस्य डॉक्टर रश्मि ,नेत्र कुंभ चिकित्सीय निदेशक डॉक्टर (मेजर) अभिनव असवाल सहित कई गणमाणन्य लोगों मौजूद थे।
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