Uttarakhand

धर्मगुरूओं ने मजहब से ऊपर उठकर स्वच्छ विश्व बनाने का लिया महासंकल्प

अतंर्राष्ट्रीय छात्र दिवस पर केन्द्रिय विद्यालय को दिया
जैविक शौचालय एवं हर्बल गार्डन का तोहफा
बहुसंस्कृति, विविधता में एकता के साथ स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण का उत्सव

ऋषिकेश  । अंतर्राष्ट्रीय छात्र दिवस पर परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष, गंगा एक्शन परिवार के प्रणेता एवं ग्लोबल इण्टरफेथ वाश एलायंस को सह-संस्थापक पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज ने केन्द्रिय विद्यालय आई डी पी एल के छात्र-छात्राओं को और अधिक सुविधा प्रदान करने के लियेे जैविक शौचालय एवं हर्बल गार्डन बनवाकर भेंट किया।
केन्द्रिय विद्यालय आई डी पी एल के छात्र-छात्राओं ने सभी विशिष्ट अतिथियों के स्वागत में परेड व पैदल मार्च कर विश्व के 20 से अधिक देेशों से पधारे पूज्य धर्मगुरू जिसमें पूज्य स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी महाराज, माननीय रबाई डेविड रोजेन, डाॅ साध्वी भगवती सरस्वती, दिवान जैनुल आबदीन अली खान, लामा लोबसुंग जी, वेन भिक्खु संगसेना, लुकमान तारापुरी जी, परमजीत सिंह चण्डोक, कुलदीप सिंह जी, भाई साहब सतपाल जी एवं केन्द्रिय विद्यालय देहरादून परिक्षेत्र के डायरेक्टर श्री एस कुमार श्रीवास्तव व अनेक प्रतिभागियों का स्वागत किया।
पूज्य स्वामी जी के पावन सानिध्य एवं मार्गदर्शन में विश्वविख्यात विभिन्न धर्मों को धर्मगुरूओं ने मिलकर केन्द्रिय विद्यालय के छात्रों को शौचालय एवं स्वच्छता की चाबी सौपी।
पूज्य स्वामी जी ने कहा कि ’देश में जितने विद्यालय है वहां पर छात्र और छात्राओं के लिये अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था होनी चाहिये ताकि छात्राओं की मर्यादा और स्वतंत्रता का अस्तित्व बना रहें। उन्होने सभी धर्मगुरूओं से आह्वान किया कि हम सब को मिलकर इस कार्य को आगे बढ़ाना होगा ताकि हमारी किसी भी बेटी को शौचालय के अभाव में स्कूल न छोड़ना पड़े। उन्होने देवालय से शौचालय की ओर, ट्ायलेट से टेम्पल की ओर बढ़ने की बात कही। विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुये कहा कि भारत का युवा ओज, तेज एवं जोश से भरा हुआ हैं। इन शक्तियों को; ज्ञान को ऐसी दिशा में लगाये जिससे आप दूसरों के पथ-प्रदर्शक बने, आप सब भारत की उम्मीद है अतः भारत की गौरवशाली परम्पराओं को बनाये रखना आप सभी का कर्तव्य है। ये श्रेष्ठ परम्परायंे अंनतकाल तक बनी रहे उसके लिये आज से ही बदलाव करने की आवश्यकता है। बदलाव चाहे स्वच्छता के लिये हो; पर्यावरण संरक्षण के लिये या श्रेष्ठ संस्कारों के रोपण के लिये।’
केन्द्रिय विद्यालय कि प्राचार्य डाॅ रचना देव ने पूज्य स्वामी जी का आभार व्यक्त करते हुये कहा, हम सभी का सौभाग्य है कि विश्व की महान विभूतियां आज पूज्य स्वामी जी की कृपा से यहां उपस्थित है। उन्होने पूज्य स्वामी जी के मार्गदर्शन से रोपित हर्बल गार्डन व समय≤ पर छात्रों को प्रेरित करने के लिये किये जाने वाले कार्यो की भूरि-भूरि प्रशन्सा की।’
जीवा की अंतर्राष्ट्रीय महासचिव डाॅ साध्वी भगवती सरस्वती जी ने विद्यार्थीयों से कहा, ’छात्र जीवन संघर्षशील होता है इसमें अनेक चुनौतियों को स्वीकार करना पड़ता है वैसे ही आज पूरे विश्व के सामने पर्यावरण संरक्षण, स्वच्छता एवं विश्व में शान्ति स्थापित करने की चुनौतियां है। आप सभी युवाओं के पास नई ऊर्जा एक नई शक्ति है उसे श्रेष्ठ दिशा में लगाये जिससे सम्पूर्ण विश्व में विश्व बंधुत्व की भावना का विकास हो तथा हमारा विश्व स्वच्छता और हरियाली के परिपूर्ण हो।’
लामा लोबसंुग जी ने कहा, आज पूरी दुनिया को पाक और साफ करने के लिये सबसे पहले हमें अपनी आत्मा को पाक कर इन्सानी सम्बन्धों को मजहब से ऊपर रखकर कर देखना होगा। उन्होने कहा आज की प्रमुख आवश्यकता है हमारे मन, पर्यावरण और जल को पाक रखें।’
अमेरिकन यहूदी समिति के प्रतिनिधि, प्रमुख नेता जेरूसलम के रबाई डेविड रोजेन ने कहा, ’मानवता के लिये की जाने वाली सेवा ही महान सेवा है और आज पूरे विश्व में इसकी आवश्यकता है। उन्होने पूज्य स्वामी जी के साथ मिलकर कार्य करने की प्रतिबद्धता का संकल्प दोहराया।’
इस पावन अवसर पर विद्यालय के छात्र, शिक्षक विश्व के कोने-कोने से प्रतिभागी एवं परमार्थ निकेतन के सेवकगण मौजूद थे।

devbhoomimedia

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