रेल यातायात से जुड़ेगे चारों धाम : सुरेश प्रभु
अगले माह से शुरू होगा कर्णप्रयाग-ऋषिकेश लाइन पर काम
गौरतलब हो कि ऋषिकेश से कर्णप्रयाग तक 126 किलोमीटर लंबी ब्रॉड गेज लाइन में दस स्टेशन होंगे। इसके साथ ही रास्ते में 15 सुरंग और 15 पुल होंगे। इनमें सबसे बड़ी सुरंग 15 किमी और सबसे छोटी तीन किमी लंबी होगी। रेलवे के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए 16 हजार दो सौ करोड़ रुपये का बजट को मंजूर किया गया है। रेल मंत्री ने भरोसा दिलाया कि अगले माह इस लाइन का शिलान्यास कर दिया जाएगा। हालांकि उन्होंने इसके लिए तारीख का खुलासा नहीं किया। लेकिन यह जरुर कहा कि कर्णप्रयाग-ऋषिकेश लाइन के लिए अगले माह से काम शुरू होगा।गैरसैंण इंटर कॉलेज के मैदान में हजारों लोगों को संबोधित करते हुए रेल मंत्री ने उत्तराखंड को रेलवे की प्राथमिकता में शुमार बताया। प्रभु ने कहा कि पहले प्रदेश का रेल बजट महज 187 करोड़ रुपये का था, लेकिन आज यहां रेलवे भारी-भरकम निवेश कर रहा है। उन्होंने कहा कि अब से पहले कभी उत्तराखंड पर ध्यान ही नहीं दिया गया। रेल मंत्री ने कहा कि उत्तराखंड रेल से जुड़ेगा तो विकास भी तेज होगा। उन्होंने कहा कि लिफ्ट जैसी सुविधाएं उत्तराखंड के रेलवे स्टेशनों पर भी उपलब्ध कराई जाएंगी। रामनगर-चौखुटिया-गैरसैंण रेल लाइन की सर्वे की स्वीकृति का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि रेल यातायात से प्रदेश में पर्यटन बढ़ेगा, जिससे रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूड़ी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि सिर्फ घोषणाओं से प्रदेश का विकास नहीं होने वाला। जमीन पर भी काम नजर आना चाहिए। वहीं, उत्तराखंड विधानसभा के उपाध्यक्ष व स्थानीय विधायक अनुसूया प्रसाद मैखुरी ने उत्तराखंड रेलवे मंडल के गठन और रामनगर-चौखुटिया-गैरसैंण रेल लाइन के साथ ही ऋषिकेश-कर्णप्रयाग लाइन को गैरसैंण तक विस्तार देने की मांग उठाई। कार्यक्रम में केंद्रीय कपड़ा राज्यमंत्री अजय टम्टा, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निंशक आदि मौजूद थे।