घरों में क्वारान्टाइन नागरिकों की निगरानी कर रहा पुणे का मोबाइल ऐप संयम
ऐप में जीपीएस ट्रैकिंग से क्वारान्टाइन लोगों के घर से बाहर निकलने की स्थिति में प्रशासन को तुरंत अलर्ट मिल जाता है
सभी होम क्वारान्टाइन नागरिकों को ऐप डाउनलोड करने और उसे इंस्टाल करने के निर्देश दिए गए हैं
नई दिल्ली। घरों में क्वारान्टाइन नागरिकों की प्रभावी निगरानी और वास्तव में वे घर पर ही रुके हुए हैं, यह सुनिश्चित करने के लिए स्मार्ट सिटी मिशन (एससीएम) के अंतर्गत आने वाले पुणे नगर निगम ने संयम नाम से एक मोबाइल एप्लीकेशन विकसित किया है।
शहरी प्रशासन ने घरों में क्वारंटाइन नागरिकों की निगरानी के लिए तकनीक समाधानों से कई प्रशासनिक कदम उठाए हैं। शहरी प्रशासन ने दैनिक आधार पर घरों में क्वारान्टाइन लोगों की निगरानी के लिए पांच क्षेत्रों के लिए समर्पित टीमों को नियुक्त किया है। ये टीम अंतरराष्ट्रीय यात्राओं से हाल में लौटने वाले और कोविड-19 के उपचार के बाद डिस्चार्ज होने वाले लोगों की दैनिक आधार पर जांच करेंगी।
इस क्रम में ये टीम क्वारान्टाइन लोगों से उनके स्वास्थ्य की स्थिति पर और उनसे संपर्क में आए लोगों का ब्योरा हासिल करेंगी। होम क्वारान्टाइन स्टैम्प लगे लोगों के लिए टीम जांच करेंगी कि क्या उन्हें अलग खाना, बिस्तर, बर्तन, कपड़े और वाशरूम उपलब्ध कराए गए हैं।
टीम जांच करेंगी कि होम क्वारान्टाइन में मौजूद लोगों ने संयम मोबाइल एप्लीकेशन डाउनलोड किया है। मोबाइल एप्लीकेशन में जीपीएस ट्रैकिंग है, जिससे क्वारान्टाइन नागरिकों के घर से बाहर निकलने की स्थिति में शहरी प्रशासन को तुरंत अलर्ट मिल जाता है और स्थानीय वार्ड या स्थानीय पुलिस को सूचना भेज दी जाती है, जिसके बाद परिवार से संपर्क किया जाता है।
सभी होम क्वारान्टाइन नागरिकों को ऐप डाउनलोड करने और उसे इंस्टाल करने के निर्देश दे दिए गए हैं। इन चिह्नित नागरिकों को क्वारान्टाइन अवधि के दौरान मोबाइल डिवाइस 24 घंटे चालू रखने और जीपीएस को हमेशा ही स्विच-ऑन रखने की सलाह दी जाती है। निगरानी इकाई द्वारा केन्द्रीय स्तर पर नागरिकों की आवाजाही पर रियल-टाइम आधार पर नजर रखी जा सकती है और उन्हें लाल, पीला या हरे रंग से चिह्नित किया जा सकता है। लाल रंग से पता चलता है कि लोग लंबी अवधि से बाहर हैं; पीले रंग का मतलब है कि लोग सीमित आवाजाही कर रहे हैं और हरे रंग का मतलब है कि लोग घर के भीतर ही हैं।