Uttarakhand

समाजसेवी मान सिंह रावत के देहांत पर पूज्य माता श्री मंगला जी व भोले जी उदास

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 
देहरादून : पूज्य माता श्री मंगला जी व भोले जी महाराज ने कहा है कि सामाजिक पटल सेवा के मार्ग पर चलने वाले समाजसेवी मान सिंह रावत के देहांत की खबर सुन मन बहुत उदास है। उन्होंने कहा  हम इस दुखद समय में मान सिंह रावत जी के परिवार के साथ साथ खड़े हैं।
उन्होंने कहा कि स्वर्गीय मान सिंह जी का सामाजिक परिदृश्य हम सबके लिए प्रेरक था। जिससे कुछ न कुछ सीखते हुए हम समाज निर्माण की दिशा में आगे बढ़े।  मान सिंह रावत जी अमर है, क्योंकि वे अपने कामों से जाने जाते है और कार्य कभी मरते नही वे समाज में प्रेरणा के श्रोत रहते है ।
माता श्री ने कहा मान सिंह जी तीन दशक पहले नयारघाटी में महिलाओं के उत्थान के लिए बाल-बाड़ी के संस्थापक और हमेशा नशामुक्ति के लिए जनांदोलन करने वाले  उत्तराखंड के गांधीवादी सर्वोदय नेता थे। 
समाजसेवा के लिए जीवन समर्पित करने वाले तथा जमनालाल बजाज पुरस्कार, उमेश डोभाल ट्रस्ट के अलावा कही संस्थाओं से समानित ग्राम कैंडूल निवासी स्वर्गीय मानसिंह रावत जी को विन्रम श्रद्धांजलि परमात्मा उनकी दिवंगत आत्मा को अपनो चरणों में स्थान दे। 

गौरतलब हो कि 88 वर्ष की उम्र में भी वह उत्तराखंड में मद्यनिषेध लागू करवाने और नशामुक्ति के आंदोलन में सक्रिय रहे थे । उनके संघर्षों में उनकी धर्मपत्नी शशिप्रभा रावत भी दिनरात की साथी रही हैं। गांधी जी की शिष्या सरला बहन के आश्रम से जुड़ी शशिप्रभा ने मानसिंह रावत की सामाजिक कार्यों में दिलचस्पी को देखते हुए उन्हें जीवनसाथी चुना और तब से वे एकसाथ सर्वोदय और नशामुक्ति के कार्यक्रमों को आगे बढ़ाया।

वर्तमान में मानसिंह रावत अपने परिवार के साथ कोटद्वार भाबर के हल्दूखाता गांव में निवास कर रहे थे । उम्र के इस पड़ाव में भी वह निरंतर बोक्सा जनजाति के स्कूल के संचालन के साथ ही सर्वोदय के कार्यों को देख रहे थे । सर्वोदयी सेवक वयोवृद्ध मान सिंह रावत वर्ष 2015 के जमनालाल बजाज पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। 


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